भिंड : Ex MLA बोले- जिपं सदस्यों की खरीद-फरोख्त से बना अध्यक्ष, ये जनता के साथ धोखा है

BJP का अधिकृत प्रत्याशी बनते ही मिथलेश ने बनाई दूरियां …?

भिंड में जिला पंचायत अध्यक्ष का निर्वाचन होने के बाद राजनीति सरगर्मियां जोरों पर हैं। जिपं अध्यक्ष कामना सिंह के बनने के बाद बीजेपी का एक धड़ में अंसतोष पनपा है। भिंड में जिपं अध्यक्ष के लिए पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह की पत्नी मिथलेश सिंह दावेदारी कर रही थी। वहीं, बीजेपी के वरिष्ठ नेता केपी सिंह भी अपनी पुत्र वधु को उम्मीदवार बनाने के लिए रणनीति बैठाई थी। परंतु, अध्यक्ष के चुनाव से कुछ घंटे पर पहले बीजेपी की ओर से कामना सिंह को अधिकृत उम्मीदवार घोषित कर दिया था। बीजेपी की ओर से मैंडेट जारी होते ही पूर्व विधायक की पत्नी ने दूरियां बना ली थी।

इस पूरे मामले में  …….. से बीजेपी के पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने खास बातचीत की। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि जिला पंचायत अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर खरीद-फरोख्त चला है। जिपं सदस्यों को अगुवा करके जिले से दूर ले जाया गया था। पिछले पंद्रह दिनों से कई सदस्यों को उनके घर तक नहीं जाने दिया। निर्वाचित होकर आए जिपं सदस्यों को मोटी रकम देकर खरीदा गया है। ये जनता के साथ धोखा है।

मैं पार्टी का अनुशासित कार्यकर्ता हूं

पूर्व विधायक कुशवाह ने कहा कि मैं पार्टी का अनुशासित, निष्ठावान कार्यकर्ता हूं। पार्टी की विचार धारा के अनुसार ही अपने कार्यों को करता हूं। उन्होंने कहा कि केपी सिंह ने जनता की भावना को कुचलते हुए अपनी पुत्र वधु को अध्यक्ष बनाया है। वो हर कीमत पर अध्यक्ष की कुर्सी हासिल करना चाहते थे। मेरी ओर से कुर्सी की कोई लालसा नहीं थी। ना ही मैंने कभी जिपं अध्यक्ष की कुर्सी के लिए काेई दावेदारी पेश की थी। मेरा नाम तो केपी सिंह की ओर उछाला गया था। जनता की भावना का सम्मान रखते हुए पत्नी मिथलेश को उम्मीदवार बनाना चाहता था। मेरे साथ जिपं सदस्यों का बहुमत था। जबकि केपी सिंह के साथ बीजेपी मंत्री समेत कई नेता थे वे लगातार पैरवी कर रहे थे। जब इन सभी लोगों को लगा कि अध्यक्ष पद पर खतरा है कुर्सी पर मेरी पत्नी बहुमत जाहिर करके बैठ सकती है तो पार्टी का अधिकृत प्रत्याशी कामना सिंह को घोषित करा दिया। उन्होंने सवाल खड़े करते हुए कहा कि मैंडेट जारी करने से पहले जिला स्तरीय कमेटी की बैठक होना चाहिए थी। मैंडेट अध्यक्ष के चुनाव से एक दिन पहले यानी 28 जुलाई को होना चाहिए था। परंतु सारे नियम ताक पर रखे गए।

जनता के साथ धोखा हो रहा था फिर कैसे हिस्सा लेते

पूर्व विधायक कुशवाह से पूछा गया कि अध्यक्ष पद के चयन के दौरान मिथलेश सिंह ने दूरियां बना रखी थी। हिस्सा नहीं लिया। इस पर पूर्व विधायक ने कहा कि जब जनता के साथ धोखा हो रहा हो तो वो देख नहीं सकता। उन्होंने कहा कि यह भी कहा कि कांग्रेस के पास बहुमत नहीं था। इसलिए कांग्रेस पक्ष के जिपं सदस्य भी वोटिंग करने नहीं आए। ना ही कांग्रेस की ओर से कोई दावेदारी पेश की गई। पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह कुशवाह ने अपनी बात के अंत में नवनिर्वाचित अध्यक्ष कामना सिंह को बधाई दी।

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