मध्यप्रदेश जिला पंचायत में ‘कांटे’ की सरकार ….?

खरगोन समेत 6 जिलों में 1 वोट से जीती BJP; मंदसौर, धार, आगर में चला किस्मत कनेक्शन….

मध्यप्रदेश पंचायत चुनाव के आखिरी चरण में 52 में से 51 जिला पंचायतों में अध्यक्ष के चुनाव हुए। 40 में BJP और 10 जिलों में कांग्रेस जीती। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी ने भी चौंकाते हुए एक जिला पंचायत अध्यक्ष बना लिया। 6 जिले ऐसे रहे, जहां BJP को सिर्फ 1 वोट से जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी मिली। तीन जिले ऐसे हैं, जहां सिक्का या चिट्‌ठी निकालना पड़ी। ये तीनों BJP के पक्ष में गईं। भोपाल में BJP जोड़तोड़ कर अध्यक्ष बनाने में कामयाब रही। यहां कांग्रेस के सदस्य को BJP ने जिला पंचायत अध्यक्ष उम्मीदवार बना दिया।

दंगों का दंश झेल चुके खरगोन में BJP ने कांग्रेस से एक वोट ज्यादा लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष बनाया। पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की बहू (विधायक राहुल लोधी की पत्नी) उमिता सिंह भी एक वोट से अध्यक्ष बनीं। मंदसौर में BJP की दुर्गा पाटीदार को भी जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी मिली है। यहां चिट्‌ठी (गोटी) से फैसला हुआ। इसी तरह, आगर जिले में अध्यक्ष की कुर्सी का फैसला पर्ची से हुआ। BJP की मुन्नीबाई जीत गईं। धार में भी चिट्‌ठी निकाली गई।

बता दें, अब तक 51 में से 41 जिलों में BJP का कब्जा रहा। इस चुनाव को लेकर BJP-कांग्रेस के बड़े नेताओं की साख दांव पर थी। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में BJP को झटका लगा है। यहां कांग्रेस के संजय पूनार जिला पंचायत अध्यक्ष बन गए हैं। पिछले चुनाव में यहां BJP का कब्जा था। छिंदवाड़ा एक मात्र जिला है, जहां महापौर, जिला पंचायत व जनपद अध्यक्ष कांग्रेस के हैं। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर BJP का कब्जा बरकरार है। यहां BJP के गोपाल इंजीनियर निर्विरोध अध्यक्ष बने हैं।

बगावत से लेकर जोड़-तोड़ सब हुआ

नेता, मंत्रियों के रिश्तेदारों ने भी चुनाव लड़ा और जीता। मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के भाई हीरा सिंह सागर के जिला पंचायत अध्यक्ष बन गए। बड़वानी जिला पंचायत के लिए मंत्री प्रेम सिंह पटेल के बेटे ने बगावत कर BJP के अधिकृत प्रत्याशी को हरा दिया। वन मंत्री विजय शाह के बेटे दिव्यराज सिंह भी खंडवा जिला पंचायत उपाध्यक्ष चुने गए। अध्यक्ष सांसद ज्ञानेश्वर पाटील का करीबी बताया गया है।

मंदसौर जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के बाद दुर्गा ने दिखाया विक्ट्री साइन।
मंदसौर जिला पंचायत अध्यक्ष बनने के बाद दुर्गा ने दिखाया विक्ट्री साइन।

किस्मत की धनी मंदसौर की दुर्गा

मंदसौर जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर पूर्व विधायक राधेश्याम पाटीदार की बहू दुर्गा विजय पाटीदार को निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित किया गया। वे किस्मत की धनी हैं। यहां अध्यक्ष का पद पिछड़ा वर्ग महिला के लिए आरक्षित है। कांग्रेस के पास आरक्षित महिला प्रत्याशी नहीं होने के चलते कांग्रेस ने दावेदारी नहीं जताई। जिला पंचायत के 17 वार्डों में 8 BJP तो 8 पर कांग्रेस ने जीत हासिल की थी, जबकि एक निर्दलीय भी BJP समर्थित है। इस लिहाज से BJP के 9 सदस्य हो गए, लेकिन कांग्रेस के पास एक भी पिछड़ा महिला प्रत्याशी नहीं था। हालांकि, कांग्रेस ने अपना अध्यक्ष बनाने के लिए BJP समर्थित सदस्यों को साधने की कोशिश की, लेकिन BJP ने यहां सदस्यों की बाड़ाबंदी कर ली थी।

बड़वानी में BJP से बगावत कर अध्यक्ष बना मंत्री का बेटा

कैबिनेट मंत्री प्रेम सिंह पटेल का बेटा बलवंत पटेल बड़वानी जिला पंचायत अध्यक्ष बन गया है। बलवंत ने पार्टी से बगावत कर अधिकृत उम्मीदवार कविता आर्य के खिलाफ नामांकन भरा था। वे 14 में से 9 वोट लेकर अध्यक्ष बन गए हैं। रिजल्ट घोषित होने के बाद कविता आर्य के पति विकास आर्य ने आरोप लगाया है कि मंत्री का बेटा बागी होकर कांग्रेस के साथ मिल चुका है। वह कांग्रेस के समर्थन से चुनाव जीता है। इसे पार्टी से हटाने की मांग हम पार्टी के शीर्ष नेताओं से करेंगे।

धार में भी बच्ची की चिट्ठी से फैसला

धार में जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी के लिए कांग्रेस और BJP के बीच कांटे का मुकाबला था। यहां BJP ने सरदार सिंह मेड़ा व कांग्रेस ने मनोज सिंह गौतम को उम्मीदवार बनाया गया था। दोनों ही उम्मीदवार को 14-14 वोट मिले, जिसके कारण फैसला गोटी के माध्यम से चिट्ठी से हुआ। इसमें बच्ची ने चिट्ठी निकाली, उसमें BJP के सरदार सिंह मेड़ा चुनाव जीत गए।

धार में सरदार सिंह मेड़ा ने जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमाया।
धार में सरदार सिंह मेड़ा ने जिला पंचायत अध्यक्ष की कुर्सी पर कब्जा जमाया।

आगर में पर्ची उठाकर हुआ अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का फैसला

आगर मालवा जिले में अध्यक्ष-उपाध्यक्ष का फैसला पर्ची के उठाकर किया गया। यहां BJP और कांग्रेस के अध्यक्ष और उपाध्यक्ष उम्मीदवार को 5-5 वोट मिले। अध्यक्ष पद पर BJP समर्थित मुन्नीबाई जीत गई। कांग्रेस ने विजयलक्ष्मी तवर को उम्मीदवार बनाया था। इसी तरह, उपाध्यक्ष पद के लिए BJP समर्थित संगीता सुरेश व्यास और कांग्रेस की ओर से रेखा पाटीदार के बीच चुनाव हुआ, जिसमें दोनों को बराबर 5-5 मत मिले। फिर पर्ची उठाकर फैसला किया गया, जिसमें कांग्रेस समर्थित रेखा पाटीदार जिला पंचायत उपाध्यक्ष घोषित की गई है।

सिंधिया के गढ़ गुना में शिवराज के करीबी का बेटा जीता

गुना जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर BJP के अरविंद धाकड़ निर्विरोध जीत गए हैं। उनके पिता राधेश्याम धाकड़ को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का करीबी माना जाता है। वे खुद राघौगढ़ विधानसभा से चुनाव लड़ चुके हैं, जबकि गुना केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के प्रभाव वाला क्षेत्र है।

गुना में कांग्रेस समर्थित सदस्यों के साथ जिला पंचायत पहुंचे अरविंद धाकड़।
गुना में कांग्रेस समर्थित सदस्यों के साथ जिला पंचायत पहुंचे अरविंद धाकड़।

मुरैना में 23 साल की कॉलेज स्टूडेंट बनीं अध्यक्ष, उपाध्यक्ष 8वीं पास

मुरैना में BJP की 23 साल की आरती गुर्जर जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं। वह B.Com के बाद आगे की पढ़ाई कर रही हैं, जबकि BJP समर्थित बनवारी लाल धाकड़ को जिला पंचायत उपाध्यक्ष घोषित किया गया है। 53 साल के जिला पंचायत उपाध्यक्ष बने धाकड़ 8वीं पास हैं।

खंडवा में BJP की बागी 1 वोट से जीती

खंडवा में BJP की बागी कंचन तनवे आखिर जिला पंचायत अध्यक्ष बन गईं। उन्हें BJP ने ही समर्थन देकर कुर्सी पर बैठाया है। उन्हें 16 में से 8 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के नानकराम बड़वाहे को 7 वोट। एक वोट रिजेक्ट हो गया। बता दें कि कंचन ने BJP से बागी होकर जिला पंचायत सदस्य का चुनाव लड़ा था और वे जीत गई थीं। वे पूर्व में पंधाना जनपद पंचायत की अध्यक्ष रह चुकी हैं। सांसद की करीबी होने के बाद भी पार्टी ने जिला पंचायत सदस्य का टिकट काट दिया था।

खंडवा में मतदान से पहले भाजपा प्रत्याशी के पति मुकेश तनवे और पार्टी पदाधिकारी।
खंडवा में मतदान से पहले भाजपा प्रत्याशी के पति मुकेश तनवे और पार्टी पदाधिकारी।

खरगोन को भी 1 वोट से BJP ने कांग्रेस से छीना

दंगों का दंश झेलने वाले खरगोन जिला पंचायत की कुर्सी BJP ने कांग्रेस से छीन ली है, जबकि यहां कांग्रेस के सदस्यों की संख्या BJP से एक ज्यादा थी। इसके बावजूद BJP ने एक वोट ज्यादा लेकर अपना अध्यक्ष बना लिया है। 26 वार्डों वाले जिला पंचायत में 11 BJP और 12 कांग्रेस समर्थित उम्मीदवार जीते थे। अध्यक्ष के लिए BJP ने अनुबाई तंवर और कांग्रेस ने रेवाराम पाटीदार को उम्मीदवार बनाया था। अनुबाई को 14 और रेवाराम को 12 वोट मिले। यानी BJP ने 1 वोट से जीत हासिल कर ली।

उमा भारती की बहू ने पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह की पत्नी को 1 वोट से हराया

​​​​​टीकमगढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष का चुनाव BJP की उमिता सिंह ने कांग्रेस की सुषमा सिंह को महज एक वोट से हराकर जीत लिया है। यहां 17 में से 9 वोट उमिता और 8 वोट सुषमा को मिले। उमिता पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती की बहू और मौजूदा विधायक राहुल सिंह की पत्नी हैं, जबकि सुषमा सिंह कांग्रेस के पूर्व मंत्री यादवेंद्र सिंह की पत्नी हैं।

उमिता सिंह, खरगापुर विधायक राहुल सिंह लोधी की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं।
उमिता सिंह, खरगापुर विधायक राहुल सिंह लोधी की पत्नी जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं।

बुरहानपुर में BJP से बागी होकर लड़े गंगाराम बने अध्यक्ष

BJP से बागी होकर निर्दलीय चुनाव लड़े आदिवासी नेता गंगाराम मार्को का जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए हैं। उन्हें ऐनवक्त पर BJP ने अध्यक्ष का अधिकृत उम्मीदवार बनाकर फॉर्म भरवाया था। चूंकि, गंगाराम की दावेदारी मजबूत थी। ऐसे में सांसद ज्ञानेश्वर पाटिल और जिला अध्यक्ष मनोज लधवे ने आम सहमति बना ली थी, लेकिन बीजेपी से ही बागी होकर गेंदूबाई ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया था, लेकिन एक वोट से गंगाराम जीत गए। 10 सदस्यों वाली इस जिला पंचायत में 6 वोट गंगाराम व 4 वोट गेंदूबाई को मिले।

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