MP की 40 जिला पंचायतों में BJP की ‘सरकार …?
MP की 40 जिला पंचायतों में BJP की ‘सरकार’:10 सीटों पर कांग्रेस समर्थित बने अध्यक्ष, 1 सीट पर गोंगपा का कब्जा; उपाध्यक्ष में पिछड़ी बीजेपी….
पिछली बार हुए जिला पंचायत के चुनावों में 41 जिलों में बीजेपी समर्थक अध्यक्ष थे। वहीं 10 जिलों में कांग्रेस समर्थक अध्यक्ष थे। इस लिहाज से इस बार बीजेपी को एक जिले में नुकसान हुआ है, जबकि कांग्रेस को एक जिले में बढ़त मिली है। इस बार भाजपा ने कांग्रेस से 7 जिला पंचायत छीनी तो वहीं कांग्रेस ने BJP से 8 बोर्ड छीने।
भोपाल में BJP की रामकुंवर गुर्जर बनीं जिला पंचायत अध्यक्ष
भोपाल जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में ऐन वक्त पर बड़ा उलटफेर हो गया। कांग्रेस जिला उपाध्यक्ष नवरंग गुर्जर की पत्नी रामकुंवर गुर्जर जिला पंचायत अध्यक्ष बन गई हैं। भाजपा ने रामकुंवर गुर्जर को उम्मीदवार बनाया था। इससे पहले कांग्रेस की तरफ से रश्मि अवनीश भार्गव को जिला पंचायत अध्यक्ष का प्रबल दावेदार माना जा रहा था। भाजपा ने नवरंग गुर्जर को अपने पाले में लेकर उनकी पत्नी को उम्मीदवार घोषित कर दिया।
कांग्रेस ने भाजपा से 8 बोर्ड छीने
जिला | कौन बना जिपं अध्यक्ष |
नर्मदापुरम | राधाबाई पटेल |
डिंडौरी | रुद्रेश परस्ते |
छिंदवाड़ा | संजय पूनार |
सिंगरौली | सोनम सिंह |
अनूपपुर | प्रीति सिंह |
देवास | लीला अटारिया |
राजगढ़ | चंदर सिंह सौंधिया |
दमोह | रंजीता पटेल |
जिला पंचायतों में उपाध्यक्ष बनाने 3 जिलों में पिछड़ी भाजपा
एमपी में हुए 51 जिला पंचायतों के चुनाव में भाजपा उपाध्यक्ष बनाने में पिछड़ गई। बीजेपी के 40 जिला पंचायतों में अध्यक्ष बने हैं। जबकि उपाध्यक्षों में बीजेपी को चार जिलों का नुकसान हुआ है। भाजपा 36 जिलों में ही उपाध्यक्ष बना पाई। वहीं दस जिलों में कांग्रेस समर्थक उपाध्यक्ष बने हैं। तीन जिलों में निर्दलीय उपाध्यक्ष बने हैं। जयस और गोंडवाना गणतंत्र पार्टी को भी एक-एक उपाध्यक्ष बनाने में कामयाबी मिली है।
51 जिलों के उपाध्यक्षों का गणित
36 जिलों में बीजेपी के उपाध्यक्ष बने 10 जिलों में कांग्रेस के उपाध्यक्ष बने 3 जिलों बालाघाट, दमोह और शहडोल में स्वतंत्र सदस्य जिला पंचायत उपाध्यक्ष बने।
मंडला में गोंवाना गणतंत्र पार्टी के कमलेश टेकाम उपाध्यक्ष बने।
रतलाम में जयस के के सुराम निनामा उपाध्यक्ष बने।
शहडोल में निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य फूलबाई गौंड उपाध्यक्ष बनीं
जिला पंचायत उपाध्यक्षों का परिणाम
त्रियों और भाजपा नेताओं के रिश्तेदार जीते
कुछ जिलों में भाजपा नेताओं और मंत्रियों के रिश्तेदार अध्यक्ष चुने गए। पूर्व सीएम उमा भारती की बहू उमिता सिंह टीकमगढ़ जिला अध्यक्ष चुनी गईं। सागर में हीरा सिंह राजपूत निर्विरोध अध्यक्ष बने। हीरा सिंह मंत्री गोविंद सिंह राजपूत के बड़े भाई हैं। जगन्नाथ सिंह रघुवंशी को अशोकनगर निर्विरोध जिपं अध्यक्ष चुना गया। जगन्नाथ पूर्व विधायक हैं। बड़वानी में बलवंत पटेल जिला अध्यक्ष चुने गए। बलवंत मंत्री प्रेम सिंह पटेल के बेटे हैं। भिंड में कामना सुनील सिंह निर्विरोध अध्यक्ष बनीं। कामना बीजेपी नेता केपी सिंह की बहू हैं। कांग्रेस के सम्राट सारस्वत बालाघाट जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए। सम्राट कांग्रेस के पूर्व MLA अशोक सारस्वत के बेटे हैं।
बड़वानी में मंत्री का बेटा बागी होकर बना जिपं अध्यक्ष
बड़वानी में कैबिनेट मंत्री प्रेम सिंह पटेल के बेटे बलवंत पटेल जिला पंचायत अध्यक्ष चुने गए। उन्होंने यहां भाजपा समर्थित अधिकृत प्रत्याशी के खिलाफ बागी होकर चुनाव लड़ा था। भाजपा ने यहां पूर्व मंत्री अंतर सिंह आर्य की बहू कविता आर्य को अधिकृत प्रत्याशी बनाया था। बलवंत पटेल के जिला पंचायत अध्यक्ष बनने पर भाजपा कार्यालय में जमकर हंगामा हुआ। कविता आर्य के समर्थकों ने सांसद गजेंद्र सिंह पटेल की गाड़ी रोक ली। कार्यकर्ता गाड़ी के सामने ही बैठ गए।
उज्जैन में एंट्री को लेकर विवाद, हल्का बल प्रयोग
उज्जैन में जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव में एंट्री को लेकर विवाद हो गया। उज्जैन जिला पंचायत के गेट पर पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया। दोनों पार्टी के प्रत्याशी अपने-अपने लोगों को गेट के अंदर ले जाने का प्रयास कर रहे थे। तभी विवाद की स्थिति बन गई। यहां पर बीजेपी की कमला कुंवर कांग्रेस की हेमलता सिंह को मात देकर जिला पंचायत अध्यक्ष बनीं।