CM अरविंद केजरीवाल ने किया सवाल- ‘मनरेगा, किसान, जवान… किसी के लिए पैसा नहीं, कहां गया केंद्र सरकार का धन’
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि केन्द्र फ्री योजनाओं को बंद करने की कोशिश कर रहा है। इन्होंने गरीब से गरीब के खाने पीने के चीजों पर टैक्स लगा दिया। सीएम ने सवाल किया कि केंद्र का सारा पैसा कहा गया? केंद्र के पास अपने कर्मचारियों को देने का भी पैसा नहीं है?
नई दिल्ली : मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर हमला बोला है। सीएम ने फ्री सुविधाओं के मुद्दे को लेकर केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि कुछ दिनों से जनता को दी जाने वाली सुविधाओं का जबरदस्त तरीके से विरोध किया जा रहा है। केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी ठगा सा महसूस कर रहा है, क्योंकि केंद्र सरकार ने गरीब के खाने पर भी टैक्स लगा दिया है, वहीं बड़े व्यापारियों का 5 लाख करोड़ रुपये का कर्ज माफ किया गया है। इसके साथ ही उन्होंने अग्निपथ योजना के तहत सैनिकों की पेंशन बंद करने को लेकर भी केंद्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि अब केंद्र के पास कर्मचारियों को देने का भी पैसा नहीं है।
पीएम मोदी के ‘रेवड़ी कल्चर’ वाले तंज पर सीएम केजरीवाल ने दिया जवाब
पीएम मोदी के ‘रेवड़ी कल्चर’ वाले तंज पर जवाब देते हुए केजरीवाल ने कहा, “कुछ दिनों से जिस तरीके से जनता को दी जाने वाली सुविधाओं का जबरदस्त तरीके से विरोध किया जा रहा है, इससे मन में एक शक पैदा होता है, कि केंद्र सरकार की आर्थिक हालत बहुत ज्यादा तो खराब नहीं हो गई। इतना जबरदस्त तरीके से विरोध क्यों किया जा रहा है। अचानक लोगों के हितों की चीजों का विरोध क्यों किया जा रहा है।” उन्होंने आगे कहा, “सैनिकों को पेंशन देकर हम अहसान नहीं करते है। सरकार अग्निपथ योजना लाई तो कहा कि सैनिकों की पेंशन का बोझ कम करने के लिए किया जा रहा है, आजादी से अब तक तो ऐसा नहीं हुआ कि सैनिकों को पेंशन देने का पैसा नहीं है।”
केंद्र के पास अपने कर्मचारियों को देने का भी पैसा नहीं- केजरीवाल
अरविंद केजरीवाल ने कहा, “आठवां वेतन आयोग बनने वाला था, लेकिन अब कह रहे हैं कि अब हम आठवां वेतन नहीं बनाएंगे, क्योंकि हमारे पास पैसा नहीं है। अपने कर्मचारियों को देने का भी पैसा नहीं है ? गरीब लोगों को मनरेगा के तहत मजदूरी देती थी उसमें भी 25% की कमी कर दी गई, कह रहे हैं कि पैसा नहीं है। केंद्र ने बार-बार दोहराया है कि उनके पास पैसा नहीं है, राज्यों को दिया गया पैसा कम कर दिया है। पहले राज्यों को 42% का हिस्सा मिलता था अब घटकर 39% कर दिया है।”
गरीब के खाने पर लगा टैक्स, फ्री का राशन भी बंद
दिल्ली के सीएम ने कहा, “आजादी के बाद से गेहूं, चावल पर टैक्स नहीं लगता था, लेकिन इन्होंने गरीब से गरीब के खाने पीने के चीजों पर टैक्स लगा दिया, जब पेट्रोलियम पर सालाना हजारों करोड़ों टैक्स केंद्र सरकार वसूलती है। ये सब करना क्यों जरूरी हो गया? कहां गया पैसा? ऐसे में सरकारी स्कूलों में फीस ली जाएगी, सरकारी अस्पतालों में बिना पैसों के लिए इलाज नहीं होगा, कहां जाएगा गरीब आदमी, अब ये फ्री का राशन भी बंद करने के लिए कह रहे हैं।”
केंद्र से सीएम केजरीवाल के सवाल
केजरीवाल ने कहा, “आजादी के बाद पहली सरकार है जो इतने घाटे में हैं। साल 2014 में 20 लाख करोड़ का बजट था अब 40 लाख करोड़ का बजट है। लेकिन सारा पैसा कहां जा रहा है? इन्होंने (केंद्र) अपने सुपर अमीर दोस्तों के लाखों-करोड़ों के कर्जे माफ कर दिए, क्यों? साढ़े 3 लाख करोड़ की आमदनी पेट्रोल-डीजल के टैक्स से होती है? केंद्र का सारा पैसा कहां गया? आम आदमी के खाने पीने के चीजों पर टैक्स लगा दिया है, आज आम आदमी ख़ुद को ठगा हुआ महसूस कर रहा है, देश कैसे चलेगा?”