मंत्री बोले- कंस्ट्रक्शन कंपनी की गलती से लीक हुआ बांध …?
राजवर्धन सिंह ने कहा- दोषियों को छोड़ेंगे नहीं; धार-खरगोन के गांवों से संकट टला…..
धार जिले में 304 करोड़ की लागत से बन रहे कारम डैम की साइड वॉल रविवार शाम ढह गई। इससे डैम का पानी धार जिले के साथ खरगोन के गांवों से गुजरकर महेश्वर में नर्मदा में मिल गया। एबी रोड (आगरा-मुंबई हाईवे) का पुल डूबने जैसी स्थिति नहीं बनी। पानी पुल से 5 से 6 फीट नीचे होकर निकल गया। नदी का जलस्तर सामान्य हो रहा है। फिलहाल खतरा बहुत हद तक टल गया है, लेकिन अगर तेज बारिश होती है तो आसपास के गांवों में पानी भर सकता है।
उधर, मामले में मध्यप्रदेश सरकार में उद्योग नीति और निवेश संवर्धन मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव का बड़ा बयान सामने आया। मंदसौर में उन्होंने कहा- कंस्ट्रक्शन कंपनी की मिसकैलकुलेशन से ऐसा हुआ है। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। दत्तीगांव मंदसौर जिले के प्रभारी मंत्री भी हैं। बता दें, दत्तीगांव भी डैम में हुए लीकेज के बाद से धार में डेरा डाले थे।
धार जिले में धरमपुरी तहसील के कोठिदा गांव में कारम नदी पर बन रहे डैम में लीकेज था। पानी खाली करने के लिए चैनल बनाई गई थी। रविवार शाम इसी चैनल के पास बांध की वॉल धंसने लगी। इससे चैनल और चौड़ी हो गई और डैम से पानी साइड से दीवार तोड़ते हुए काफी तेजी से निकला। फ्लो इतना तेज था कि बाढ़ जैसे हालात दिखे। डैम के सबसे नजदीकी धार जिले के जहांगीरपुरा और पारसपुरा दोनों गांव में बाढ़ का खतरा था, लेकिन प्रशासन का दावा है कि हालात सामान्य हैं।
कारम नदी के अंतिम छोर पर बसे खरगोन जिले के जलकोटा और बड़वी गांव से भी खतरा टल गया है। जलकोटा में लोगों ने रात घरों में ही बिताई। सुबह आजादी के अमृत महोत्सव की रैली भी निकाली। कारम डैम पर जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने झंडावंदन किया। इस अवसर पर NDRF और विगत रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल रहे सभी सहभागियों का उन्होंने सम्मान भी किया।
CM बोले, संकट टला, लोग अपने गांव लौटने की तैयारी करें
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि निर्माणाधीन कारम बांध के कारण पैदा हुआ अप्रत्याशित संकट टल गया है। कुशल रणनीति से हम मनुष्यों के साथ-साथ पशुओं की भी जिंदगी बचाने में भी सफल रहे। लोग अपने गांव लौटने की तैयारी करें। आजादी का अमृत महोत्सव धूमधाम से मनाएं।