भोपाल के पुलों का ऑडिट … 150 साल पुराना पुल पुख्ता आज भी मजबूत, 50 साल पुराने भारत टॉकीज ब्रिज के बियरिंग खराब

शहर में हाल में बने सिंगारचोली आरओबी की क्वालिटी पर सवाल उठे थे। इधर, आर्च ब्रिज के निर्माण के बाद ट्रैफिक व्यवस्था बिगड़ गई, लेकिन 150 साल पुराना पुल पुख्ता आज भी बरकरार है। ट्रैफिक के पूरे दबाव को झेल कर शहर के लिए सुविधा बना हुआ है। भारत टॉकीज ब्रिज को बड़े पैमाने पर रिपेयरिंग की जरूरत है। इसके एक्सपांशन ज्वाइंट के नीचे लगे बियरिंग खराब हो गए हैं।

1777 में बनाया कच्चा पुल, शाहजहां बेगम ने पुख्ता कराया

1777 में शिकार के दौरान भोपाल के चौथे नवाब हयात मोहम्मद खां (कार्यकाल 1777-1807) का हाथी घायल हो गया तो उन्होंने दीवान छोटे खां को 10 हाथी खरीदकर लाने को कहा। छोटे खां को तालाब पार करने में परेशानी हुई तो उन्होंने यह पुल बनवा दिया। तब पुल 20 फीट चौड़ा और कच्चा था, इसलिए इसे कच्चा पुल कहते थे।

एक बार यहां से नवाब शाहजहां बेगम (1870-1901) बग्घी से गुजरी तो खूब दचके लगे। इस पर उन्होंने पुल पर पक्की सड़क बनवाकर पुल मजबूत करवा दिया, जिससे इसका नाम पुल पुख्ता पड़ गया। नगर निगम के सुपरिंटेंडिंग इंजीनियर संतोष गुप्ता के अनुसार ब्रिज फिलहाल बेहतर स्थिति में है।

1975 में बने भारत टॉकीज ब्रिज को फिर मेंटेनेंस की जरूरत

पीडब्ल्यूडी इन दिनों पूरे प्रदेश में अपने ब्रिज का ऑडिट कर रहा है। भोपाल में पीडब्ल्यूडी के दो बड़े ब्रिज हैं। एक भारत टॉकीज व दूसरा बावड़ियाकलां। 1975 में बने भारत टॉकीज ब्रिज को एक बार फिर मेंटेनेंस की जरूरत है। ब्रिज के ऊपर की सड़क व फुटपाथ खराब हो गए हैं।

ब्रिज में गर्मी व सर्दी में होने वाले बदलाव के लिए एक्सपांशन ज्वाइंट बने होते हैं, इनके नीचे बियरिंग होते हैं, जो आगे-पीछे होकर ब्रिज का बैलेंस बनाए रखते हैं। पीडब्ल्यूडी के एसडीओ जावेद शकील के अनुसार ब्रिज के मेंटेनेंस के लिए एक करोड़ का एस्टीमेट बनाया है। दिसंबर के अंत तक टेंडर की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी।

पांच ब्रिज- सिक्सलेन किया चेतक ब्रिज

50 साल पहले बने चेतक ब्रिज को 3 साल पहले सिक्सलेन किया है। इस पर 25 करोड़ खर्च हुए। इसी दौरान पुल बोगदा को भी रिपेयर किया गया।

सिंगारचोली आरओबी- नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) द्वारा एयरपोर्ट रोड पर बनाए गए सिंगारचोली आरओबी व दाता कॉलोनी ग्रेड सेपरेटर में काली मिट्टी का इस्तेमाल होने की बात सामने आई थी। हालांकि अभी यह ब्रिज बेहतर स्थिति में हैं।

  • हबीबगंज आरओबी- 2017 में तैयार हुआ हबीबगंज आरओबी एक भूल-भुलैया वाला ब्रिज है। अरेरा कॉलोनी और एम्स की ओर इसके वन वे होने से यह स्थिति बन रही है।
  • आर्च ब्रिज- छोटे तालाब पर बने आर्च ब्रिज से किलोल पार्क पर ट्रैफिक बिगड़ गया है।
  • वाल्मी ब्रिज- वाल्मी के पास कलियासोत नदी पर 5 करोड़ रुपए की लागत सेे बने ब्रिज की एप्रोच रोड का विवाद नहीं सुलझा है।

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