भिंड सदर बाजार का ट्रैफिक जाम ..!
लेकिन ठेले और फड़ वालों पर सख्ती से दूरी …
डिवाइडर हटाने की तैयारी लेकिन ठेले और फड़ वालों पर सख्ती से दूरी …
सदर बाजार में ट्रैफिक के दबाव को देखते हुए हाल ही नगरपालिका की पीआईसी ने निर्माणाधीन डिवाइडर को तोड़ने का निर्णय लिया है लेकिन त्योहार और सहालग के समय ट्रैफिक जाम का सबसे बड़ा कारण बनने वाले हाथ ठेला और फुटपाथ पर लगने वाले फड़ को प्रशासन नहीं हटा पा रहा है। व्यापार संघ और ठेला यूनियन दोनों के अध्यक्ष इस बात के लिए राजी हैं कि सदर बाजार से हाथठेला और फड़ हटना चाहिए। ठेला यूनियन के अध्यक्ष मोहम्मद शकील सिद्दकी का कहना है कि वे हॉकर्स जोन में जाने को तैयार हैं लेकिन बाजार में एक भी फड़ नहीं लगना चाहिए।
वहीं व्यापार संघ के अध्यक्ष मुकेश जैन का कहना है कि कुछ ठेला वालों ने ही दुकानों के सामने फड़ किराए पर ले रखे हैं। ऐसे में सवाल यह है कि आखिर प्रशासन इस ओर सख्ती से कार्रवाई क्यों नहीं कर पा रहा है। हालांकि नगरपालिका सीएमओ वीरेंद्र तिवारी और ट्रैफिक थाना के सूबेदार नीरज शर्मा का कहना है कि इस बार त्योहार से पहले बाजार से फुटपाथ पर लगने वाले फड़ और हाथठेला दोनों को ही हटाया जाएगा। 26 सितंबर से नवरात्र प्रारंभ हो जाएंगे। नवरात्र के साथ ही बाजार में एक बार फिर से ग्राहकों की भीड़ आना शुरू होगी।
यदि प्रशासन इस बार त्यौहार से पहले सदर बाजार में लगने वाले हाथठेला और फड़ पर बैठने वाले कारोबारियों को हॉकर्स जोन में शिफ्ट करने में सफल होता है तो यह समस्या काफी हद तक समाप्त हो जाएगी। साथ ही हॉकर्स जोन भी प्रचलन में आ जाएगा।
सूना पड़ा 72 लाख रुपए से बना हॉकर्स जोन
नगरपालिका ने 72 लाख रुपए की लागत से अग्रसेन चौराहा से राज टॉकीज मार्ग की ओर जाने वाले नाला को पाटकर उस पर हॉकर्स जोन बनाया था। करीब ढाई साल पहले नगरपालिका ने सदर बाजार में खड़े होने वाले हाथ ठेला वालों को हॉकर्स जोन में जगह भी आवंटित कर दी। लेकिन आज तक किसी भी ठेला कारोबारी हॉकर्स में खड़े होकर कारोबार नहीं किया। प्रशासन की तमाम कोशिशों के बावजूद भी ठेला वाले सदर बाजार नहीं छोड़ना चाह रहे हैं। ऐसे में यह हॉकर्स जोन आज तक सूना पड़ा हुआ है।