श्योपुर : गुटों में बंटी भाजपा के अधिकतर पदाधिकारी …

कार्यसमिति से गायब रहे गुटों में बंटी भाजपा के अधिकतर पदाधिकारी …

165 से ज्यादा पदाधिकारियों वाली भाजपा की जिला कार्यसमिति में शामिल हुए सिर्फ 45 नेता
श्योपुर। 165 अपेक्षित सदस्यों केे साथ होने वाली भाजपा की जिला कार्यसमिति में लगभग 45 भाजपा नेता ही शामिल हुए। लगभग छह महीने बाद हुई बैठक में स्थानीय गुटबाजी साफ नजर आई। प्रभारी मंत्री और जिलाध्यक्ष के पांच-पांच मिनट भाषण के बाद लगभग 20 मिनट में बैठक समाप्त कर दी गई।
 बैठक में होने वाले चार सत्र में से एक भी नहीं हुआ और न ही किसी वरिष्ठ नेता का संबोधन हुआ। 91 जिला कार्यसमिति, 27 मंडल अध्यक्ष और महामंत्री, 7 मोर्चा अध्यक्ष, 17 प्रकोष्ठ के जिला संंयोजक, 3 जनपद के अध्यक्ष-उपाध्यक्ष, नगर पालिका अध्यक्ष, 7 प्रदेश कार्यसमिति सदस्य सहित लगभग 165 भाजपा नेताओं को जिला कार्यसमिति में शामिल होना था। जबकि बैठक में सिर्फ 45 नेता ही शामिल हुए। सूत्र बताते हैं कि बैठक के दौरान नेताओं की अनुपस्थिति को देखकर प्रभारी मंत्री यह तक कह गए हैं कि ज्यादा खुश होने की जरूरत नहीं है, आप श्योपुर में बहुत कमजोर हैं।
दरअसल, जिले में नई रणनीति बनाने और चुनाव से पहले तैयारियों को लेकर जिला कार्यसमिति की बैठक का आयोजन किया गया था। इसमें अपेक्षित सदस्यों को ही बुलाया गया था। बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही इस जिला कार्यसमिति में नेताओं के शामिल न होने से अंदर ही अंदर पनप रही गुटबाजी दिखने लगी है। क्षेत्रीय नेताओं में भी दोनों केन्द्रीय मंत्रियों में से किसी एक का खास बनने की होड़ लगी है। नई भाजपा में पनप रहे नए गुटों की वजह से पुरानी भाजपा के वरिष्ठ नेता चुप्पी साधे हैं। जबकि चार अलग-अलग गुटों में बंटी श्योपुर जिले की भाजपा के लगभग 25 हजार सक्रिय सदस्य नेताओं की उदासीनता और लापरवाही से परेशान हैं। पदाधिकारियों की उदासीनता ने समाजों के प्रतिनिधित्व के माध्यम से राजनीति कर रहे पुराने नेताओं को हासिये पर पहुंचा दिया है। स्थिति यह है कि जिले के सबसे बड़े मतदाता समूह में से एक मीणा समाज का प्रतिनिधित्व करने वाली भाजपा नेता और पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष कविता मीणा सहित अन्य जन सामान्य में साफ सुथरी के नेता के रूप में पहचान रखने वाले पूर्व जिलाध्यक्ष डॉ गोपाल आचार्य भी हासिए पर हैं।
इन गुटों में बंटी है स्थानीय भाजपा
गुट-1
दौलतराम गुप्ता
-यह गुट बीते दो वर्ष से हासिये पर है। वर्तमान जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र जाट और महामंत्री शशांक भूषण और जिला कार्यालय मंत्री सत्यनारायण यादव और कोषाध्यक्ष मनीष नागौरी और नगर मंडल अध्यक्ष दिनेश दुबोलिया इनके गुट से हैं। जिला कार्यसमिति की बैठक में इस गुट के अधिकतर नेता मौजूद रहे।
गुट-2
दुर्गलाल विजय
-यह गुट उप चुनाव के बाद से अपेक्षाकृत कम सक्रिय है। वर्तमान में जिला उपाध्यक्ष अरविंद कंषाना के अलावा मंडल अध्यक्ष सुमेर जादौन, नाथू रावत सोईं, डॉ लखनङ्क्षसह राजावत ढोढर, हरनारायण जाट, प्रदीप ठाकुर सहित अन्य शामिल हैं। जिला कार्यसमिति की बैठक में इनमें से अधिकतर गायब रहे।
गुट-3
महावीर सिंह सिसोदिया
-यह गुट केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर का समर्थक हैं। इनके पास क्षेत्रीय स्तर पर मजबूत टीम का अभाव है। वर्तमान मेंं इस गुट के साथ प्रभारी मंत्री भारत सिंह कुशवाह के अलावा स्थानीय स्तर पर पूर्व उपाध्यक्ष चेतन खंडेलवाल, पूर्व मंडल अध्यक्ष जुगनू सिकरवार, मंडल अध्यक्ष जगदीश गौड़ सहित अन्य शामिल हैं। जिला कार्यसमिति की बैठक में इस गुट के अधिकतर नेता गायब रहे।
गुट-4
बृजराज सिंह चौहान
-यह गुट केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का समर्थक है। क्षेत्रीय स्तर पर इस गुट में जिला मंत्री महावीर मित्तल, राजू तोमर, जुगल बंसल, ढोढर सरपंच नारायण गोयल, जिला मंत्री रघुराज सिंह गुर्जर बुढेरा सहित अन्य शामिल हैं। जिला कार्यसमिति की बैठक में इनमें से अधिकतर अनुपस्थित रहे, लेकिन स्थानीय स्तर पर यह टीम सबसे मजबूत मानी जा रही है।

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