गोवा का गैंबल गाजियाबाद में: कसीनो बनाकर खेला जा रहा था जुआ, जुआरियों को ले जाने के लिए बुलानी पड़ी बस

पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए लोगों ने बताया कि होटल में बर्थडे पार्टी के नाम पर कैसिनो में जुआ खेलने के लिए विकास खरबंदा ने बुलाया था। हम सभी लोग कॉइन के माध्यम से जुआ खेलते हैं।
गिरफ्तार आरोपी
गिरफ्तार आरोपी – फोटो : अमर उजाला

साहिबाबाद में इंदिरापुरम के होटल रॉयल पार्क में गोवा जैसा माहौल बनाकर खिलवा रहे कैसिनो का मंगलवार को भंडाफोड़ हुआ। इंदिरापुरम थाना पुलिस ने कैसिनो में हार जीत की बाजी लगाकर कैसिनो कॉइन व ताश से जुआ खेल रहे गाजियाबाद, मेरठ, हरियाणा के 25 लोगों को गिरफ्तार किया।

आरोपियों के पास से एक लाख रुपये की नकदी, दो हजार कॉइन, छह ताश की गड्डी, सिगरेट, लाइटर, तंबाकू, बरामद किया। होटल संचालक शेखर यादव, जुआ संचालक विकास खरबंदा, नवीन राणा व अशोक वर्मा फरार हैं।

डीसीपी ट्रांस हिंडन डॉ. दीक्षा शर्मा ने बताया कि इंदिरापुरम थाना पुलिस को नीतिखंड स्थित होटल रॉयल पार्क में अवैध कैसिनो चलने की सूचना मिली थी। पुलिस टीम ने होटल में जाकर छापा मारा तो मौके पर 20 से ज्यादा लोग जुआ खेलते मिले। होटल के अंदर लोग मै जीत गया, मैं जीत गया जैसी आवाजे आ रही थीं।

पुलिस ने घेराबंदी कर सभी लोगों को पकड़ लिया। कैसिनो टेबल पर चार-चार लोग जुआ खेल रहे थे। तीन लोग पुलिस को गच्चा देकर फरार हो गए जबकि पुलिस टीम ने 25 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए लोगों ने बताया कि होटल में बर्थडे पार्टी के नाम पर कैसिनो में जुआ खेलने के लिए विकास खरबंदा ने बुलाया था। हम सभी लोग कॉइन के माध्यम से जुआ खेलते हैं।

कॉइन के निर्धारित मूल्य के आधार पर जुआ होता है। लोग हार जीत के बाद अपना हिसाब कर लेते हैं। इंदिरापुरम थाना प्रभारी देवपाल सिंह पुंडीर ने सार्वजनिक जुआ अधिनियम 1867 की धारा तीन व चार में 28 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है।

100 रुपये से लेकर दो हजार तक का कॉइन
पकड़े गए आरोपी व पुलिस ने बताया कि जुआ खेलने के लिए कॉइन खरीदना जरूरी है। कैसिनों में नीले, हरे, लाल व पीले रंग के कॉइन मुहैया कराए जाते हैं। इनकी कीमत 100 रुपये, 500 रुपये, 1000 रुपये व 2000 रुपये निर्धारित थी। जुआ खेलने के दौरान इन कॉइन को बकायदा स्टैंड में सजाकर रखा जाता है। ताकि कॉइन इधर-उधर नहीं फैलें। इंदिरापुरम पुलिस ने कैसिनो से तीन-चार रंग के 2050 कॉइन और नौ स्टैंड बरामद किए हैं।

जुआ खेलते पकड़े गए लोग
1- वरूण बंसल निवासी सी-259 शालीमार गार्डन साहिबाबाद, काम-कार सेल परचेज
2- अजय तेवतिया निवासी ई-520 प्रताप विहार विजयनगर, काम- प्रॉपर्टी डीलर
3- मनोज सिंह तोमर निवासी प्रताप विहार सेक्टर 11 विजयनगर, काम-ड्राइवर
4- नितिन भटनागर निवासी बी-155 न्यू पंचवटी कॉलोनी गाजियाबाद, काम-जॉब
5- अनिल कुमार निवासी कनावनी, इंदिरापुरम, काम- ड्राइवर
6- अनमोल नागपाल निवासी एल-203 मॉडल टाउन हरियाणा, काम-बेरोजगार
7- सतेंद्र सिंह निवासी सर्वोदय नगर विजयनगर, काम- किराना व्यापारी
8- अमित चौधरी निवासी के-104 कविनगर, काम- ठेकेदार
9- नितिन अग्रवाल निवासी बी-248 न्यू पंचवटी कॉलोनी गाजियाबाद, काम-गारमेंट शॉप
10- मोनू उर्फ राहुल गुप्ता निवासी तीनगरान मेरठ, काम-जिम संचालक
11- प्रशांत शर्मा निवासी सेक्टर 5 राजेंद्र नगर साहिबाबाद, काम- कार सेल परचेज
12- हरजोत सिंह निवासी 3एफ-38 नेहरू नगर गाजियाबाद, काम- विद्यार्थी
13- रवि खट्टर निवासी प्रेमपुरी रमतेराम रोड गाजियाबाद, काम- प्रॉपर्टी
14- अमृत सिंह निवासी अुर्जन नगर तुराबनगर गाजियाबाद, काम- प्रॉपर्टी सेल परचेज
15- राहुल त्यागी निवसी गोविंदपुरम गाजियाबाद, काम- मार्केटिंग जॉब
16- रिषु जैन निवासी थापरनगर मेरठ, काम- चांदी आभूषण व्यापारी
17- गौरव शर्मा निवासी पांडव नगर निवासी गाजियाबाद, काम- स्टेशनरी व्यापारी
18- भवि उर्फ गोलू निवासी कोटगांव गाजियाबाद, काम- जॉब
19- धर्मेंद्र सिंह नेगी निवासी कामना अपार्टमेंट कौशांबी, काम- व्यापारी
20- अक्षित रस्तोगी निवासी एफ-6 सरस्वती टॉवर पांडव नगर मेरठ, काम-
21- दीपक गुप्ता निवासी बालू पुरा गाजियाबाद, काम- किराना व्यापारी
22- गुरुप्रीत निवासी पटेल मार्ग गाजियाबाद, काम- प्रॉपर्टी डीलर
23- प्रभजोत निवासी मकान नंबर 42 पटेल मार्ग गाजियाबाद, काम- प्रॉपर्टी डीलर
24- तरूण बंसल निवासी दिल्ली गेट गाजियाबाद, काम- व्यापारी
25- परविंद्र निवासी पंचशील कॉलोनी मरेठ, काम- ड्राइवर

पुलिस लाइन से बुलानी पड़ी बस, छोड़ने गए 12 पुलिसकर्मी 
पकड़े गए 24 आरोपियों को न्यायालय भेजने में पुलिस के पसीने छूटे रहे। पुलिस को आरोपियों को न्यायालय भेजने के लिए पुलिस लाइन से बस बुलानी पड़ी। बस में चढ़ाने से पहले आरोपियों का नाम बोलकर व हाथ खड़े करवाकर हाजिरी ली गई। बकायदा 12 पुलिसकर्मियों का रोस्टर बनाकर ड्यूटी लगाई गई। ताकि न्यायालय के समक्ष आरोपियों को पेश करने में कोई परेशानी नहीं आए। न्यायालय में दो बार में 10-10 और एक बार में चार आरोपियों को दाखिल कराया गया।

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