कमलनाथ बोले- चुनाव नहीं लड़ूंगा …! बाद में पार्टी का बयान- नाथ ने ऐसी घोषणा नहीं की
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने गुरुवार को अपने निवास पर मीडिया से चर्चा के दौरान बड़ा बयान दिया। नाथ ने कहा कि वे अगला चुनाव नहीं लड़ेंगे। मैं एक सीट पर नहीं फंसना चाहता, मुझे सभी 230 सीटें देखना हैं। हालांकि सोशल मीडिया पर चल रहे इस बयान का कांग्रेस ने थोड़ी देर बाद ही खंडन जारी कर दिया। पार्टी की ओर से अधिकृत रूप से कहा गया कि नाथ ने आगामी चुनाव नहीं लड़ने के विषय में कोई घोषणा नहीं की है। सोशल मीडिया पर ऐसी खबरें पूरी तरह से भ्रामक हैं।
इसके साथ ही नाथ ने पिछले कई दिनों से कांग्रेस में सीएम फेस को लेकर चल रही बयानबाजी पर कहा कि कांग्रेस में चेहरे को लेकर कोई विवाद नहीं है। पार्टी में हर काम की प्रक्रिया तय है। मैं लगातार कहता आ रहा हूं कि मुझे पद की लालसा नहीं है। प्रदेश के भविष्य को सुरक्षित करने में लगा हुआ हूं। नाथ ने चुनावी तैयारियों को लेकर कहा कि जिन सीटों पर कांग्रेस लगातार हारती आ रही है, हमारी प्राथमिकता सबसे पहले वहां प्रत्याशी चयन को लेकर है। ताकि प्रत्याशियों को पर्याप्त समय मिले।
- बयानबाजी पर खरगे और जेपी अग्रवाल ने जताई नाराजगी
- कमलनाथ ने कहा- सीएम फेस को लेकर पार्टी में कोई विवाद नहीं
सज्जन बोले- नाथ के अनुभव के आगे अजय और अरुण अपरिपक्व
इधर, पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि कमलनाथ का राजनीतिक अनुभव वृहद है। उनके आगे अजय सिंह और अरुण यादव अपरिपक्व हैं। जो षड्यंत्र हो रहा है वह भाजपा का है, जिसे बेवजह तूल दिया जा रहा है। कांग्रेस में चेहरे पर कोई मतभेद नहीं है। पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष हैं, उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा। 2018 के चुनाव में नाथ पार्टी का चेहरा थे और मुख्यमंत्री बने। 2023 में भी वे चेहरा हैं और उनके नेतृत्व में प्रचंड बहुमत से हम सरकार बनाएंगे। वर्मा ने कहा, भाजपा को पहले अपना घर देखना चाहिए। वहां मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की टांग खींचने में सब नेता लगे हैं। पूर्व मंत्री विजय लक्ष्मी साधो ने भी कहा, कमलनाथ पार्टी का सर्वमान्य चेहरा हैं।
बयानों पर दिल्ली तक मची हलचल
इधर, मप्र में कांग्रेस की रीति-नीति के विरोध में पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और विधायक जीतू पटवारी के बयान पर भोपाल से दिल्ली तक हलचल मची हुई है। पार्टी सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राष्ट्रीय महासचिव व प्रदेश प्रभारी जेपी अग्रवाल ने नेताओं की बयानबाजी पर नाराजगी जताई है। अरुण यादव और अजय सिंह ने कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री बताए जाने पर कहा था कि चुनाव के बाद विधायक दल मुख्यमंत्री को चुनता है।