सिंध नदी में नहीं थम रहा रेत का अवैध उत्खनन …. रेत कंपनी की भूमिका संदिग्ध
भिंड में रेत के दो ट्रैक्टर पकड़े ..
सिंध नदी में नहीं थम रहा रेत का अवैध उत्खनन ….
देहात थाने पर खड़े रेत का अवैध परिवहन करने वाले दो ट्रैक्टर
भिंड जिले में सिंध नदी से रेत का अवैध उत्खनन नहीं थम रहा है। रेत का अवैध परिवहन करते हुए दो ट्रैक्टर-ट्रॉली को देहात थाना पुलिस ने पकड़ लिया। दोनों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने दोनों ट्रैक्टर-ट्रॉली को माइनिंग अफसरों के सुपुर्द कर दी है।
दरअसल, पिछले दिनों पुलिस अफसरों की होने वाली बैठक में अवैध रेत व ओवर लोड माइनिंग वाहनों पर कार्रवाई किए जाने के सख्त निर्देश दिए गए थे। इसके बाद भिंड में अवैध रेत वाहनों पर पुलिस नजर गढ़ाए है। इन वाहनों पर नजर गढ़ाए रहने के बावजूद भी अवैध परिवहन व अवैध रेत के उत्खनन पर रोक नहीं लग रही है। रेत माफिया, रेत वाहनों को पुलिस की आंखों में धूल झाैंककर निकलने में कामयाब हो रहे है। ऐसे ही दो ट्रैक्टर-ट्रॉली पुलिस ने पकड़े है। इन वाहनों पर नंबर अंकित नहीं है। पुलिस के मुताबिक मौके पर ट्रैक्टर पकड़े जाने के बाद चालक भाग निकले। इन वाहनों के मालिक का पुलिस पता लगाने में जुटी है।
रेत कंपनी की भूमिका संदिग्ध
भिंड में रेत का टेंडर राघवेंद्र कुमार कंपनी को दिया गया है। इस कंपनी से पेटी कॉन्ट्रेक्टर पर पावर मेक व एक अन्य कंपनी द्वारा सिंध नदी से रेत का अवैध उत्खनन कराया जा रहा है। ये कंपनी द्वारा रौन, लहार, उमरी, भारौली व अमायन थाना क्षेत्र की रेत खनन करने वाली उन खदानों पर भी उत्खनन कराया जा रहा है जिन खदानों के टेंडर नहीं हुए है। ऐसी खदानों से रेत का उत्खनन कराने में रेत कंपनी के कर्ताधर्ता सीधे व अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़े है। जरूरत आने पर इन रेत कंपनी से निकलने वाली रेत की रॉयल्टी रसीद भी दी जा रही है जोकि वैधानिक तौर पर गलत है। ऐसे ही रेत खदानों हर रोज लाखों की चपत लगाई जा रही है।