ग्रेटर नोएडा-एनसीआर के रुके प्रोजेक्टों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करेगा यूपी रेरा ..!
ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश भूसंपदा विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) प्रदेश के फंसे व रुके प्रोजेक्टों का रिपोर्ट कार्ड तैयार करेगा। यूपी रेरा ने इसकी जिम्मेदारी कुशमैन एंड वेकफील्ड नाम की एजेंसी को दी है। एजेंसी ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा के प्रोजेक्टों का अध्ययन करना शुरू कर दिया है। केवल एनसीआर में ही रुके प्रोजेक्टों की संख्या 100 से अधिक है।
यूपी रेरा में प्रदेश के 3389 प्रोजेक्ट पंजीकृत है। इनमें से काफी प्रोजेक्ट अभी पूरे नहीं हो सके हैं। जबकि निर्माण पूरा करने का समय निकल चुका है। वहीं कुछ प्रोजेक्ट के बिल्डर फरार हो गए हैं और कुछ प्रोजेक्ट पैसों की कमी के कारण पूरे नहीं हो रहे है। नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद में रुके प्रोजेक्टों में 50 हजार से अधिक खरीदारों के फंसे होने की आशंका है। यूपी रेरा के अफसरों ने बताया कि एजेंसी ने प्रोजेक्टों की स्टडी का काम शुरू कर दिया है। एजेंसी बिल्डर और खरीदारों से भी बातचीत करेगी। प्रोजेक्ट को पूरा होने की तमाम अड़चनों का पता लगाया जाएगा। कितना पैसा लग चुका है, कितना पैसा आना बाकी है, कितनी देनदारी है समेत तमाम बिंदुओं पर रिपोर्ट तैयार होगी।
सलाहकार एजेंसी को यूपी रेरा ने नोएडा-ग्रेटर नोएडा के 15 प्रोजेक्टों की सूची सौंपी है। एक माह के अंदर एजेंसी को प्रोजेक्टों की स्टडी पूरी करनी होगी। रिपोर्ट आने के बाद यूपी रेरा उसकी समीक्षा करेगा। अगर सैंपल रिपोर्ट सहीं निकली तो फिर नोएडा, ग्रेटर नोएडा और गाजियाबाद के अन्य प्रोजेक्टों की स्टडी कराई जाएगी।
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प्रदेश में काफी प्रोजेक्टों में निर्माण कार्य बंद है। इनको पूरा कराने के मकसद से एजेंसी नियुक्त की है। यह प्रोजेक्टों को पूरा कराने का रास्ता निकालेगी। एजेंसी ने स्टडी शुरू कर दी है। रिपोर्ट आने के बाद प्रोजेक्टों के भविष्य पर फैसला लिया जाएगा।
राजेश कुमार त्यागी, सचिव यूपी रेरा