ग्वालियर  देश की 100 स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन का कार्यकाल एक साल बढ़ने के बाद पहली बार स्मार्ट सिटी मिशन के मिशन डायरेक्टर कुणाल कुमार ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग से कार्यों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए सभी स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन अभी रिव्यू कर लें कि उनके कौन से प्रोजेक्ट हैं, जो जून 2024 तक पूरे नहीं हो पाएंगे। उन प्रोजेक्ट को कैसे पूरा करना है या फिर उनका कोई और विकल्प हो सकता है। इसका भी निर्णय जल्द कर लें। उन्होंने निर्देश दिए सभी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए जून नहीं, बल्कि मार्च 2024 की समय-सीमा निर्धारित करें, ताकि देरी होने पर भी समय से काम खत्म हो सकें। इसके अलावा प्रोजेक्ट के सेविंग बजट से अन्य परियोजनाओं का काम शुरू किया जा सकता है, लेकिन किसी भी परियोजना को पूरा करने के लिए छह माह से अधिक समय सीमा नहीं रखी जाए। ऐसे प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए प्रस्ताव बनाकर बोर्ड से मंजूरी ले लें और तेजी से काम कर परियोजनाओं को पूरा करें।

ग्वालियर में ऐसे दो प्रोजेक्ट जिन पर संशय

मिशन डायरेक्टर के निर्देश के बाद ग्वालियर स्मार्ट सिटी के दो प्रोजेक्ट ऐसे हैं, जिन्हें मार्च 2024 तक पूरा करना मुश्किल नजर आ रहा है। इसमें गोरखी में बन रही मल्टी लेवल कार पार्किंग और इंटर स्टेट बस टर्मिनल शामिल है। अब इन दोनों प्रोजेक्ट के लिए कार्पोरेशन के अधिकारी कार्ययोजना तैयार कर रहे हैं कि किस तरह से इन्हें समय-सीमा में पूरा किया जाए, क्योंकि वर्षा का सीजन शुरू होने पर आगामी अक्टूबर माह तक काम में दिक्कत आएगी।

सरसों के क्रय-विक्रय की जानकारी एसडीएम को दें

अमानक किस्म की सरसों का विक्रय शासकीय खरीदी केंद्रों पर न हो इसको लेकर प्रभावी नियंत्रण के लिए कलेक्टर ने आदेश जारी किया है। आदेश में कहा है कि सभी निजी कारोबारियों को निर्देशित किया जाता है कि समर्थन मूल्य पर सरसों उपार्जन अवधि तक उनके द्वारा मंडियों में क्रय सरसों एवं पूर्व से भंडारित सरसों का विक्रय अनुविभागीय अधिकारी की अनुमति के उपरांत ही किया जाए। साथ ही संबंधित मंडी सचिव का यह दायित्व होगा कि वह अपने मंडी क्षेत्र अंतर्गत दैनिक क्रय विक्रमय की जानकारी संलग्न निर्धारित प्रारूप में अनुविभागीय अधिकारी को नियमित रूप से प्रदान करेंगे।