ग्वालियर : सिटी बस सेवा फेल हुई या की गई?
बेरुखी से टूटीं पब्लिक ट्रांसपोर्ट की उम्मीदें …
शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को दोबारा शुरू करने की रही-सही कसर भी सोमवार को टूट गई।
ग्वालियर । शहर में पब्लिक ट्रांसपोर्ट को दोबारा शुरू करने की रही-सही कसर भी सोमवार को टूट गई। तमाम नोटिस और समय सीमा तय करने के बाद भी सूत्र सेवा की बसों के आपरेटर नीरज ट्रैवल्स ने सोमवार से सिटी बसों का संचालन शुरू नहीं किया। नगर निगम आयुक्त हर्ष सिंह और स्मार्ट सिटी सीइओ नीतू माथुर ने आपरेटर सावंत सिंह माहौर को 19 जून तक सूत्र सेवा की 13 बसों को निर्धारित रूटों पर चलाने के निर्देश दिए थे, लेकिन बसें नहीं चलाई गईं। इसके चलते अब स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन के अधिकारियों ने आपरेटर की बैंक और परफार्मेंस गारंटी जब्त करने के साथ ही इंट्रासिटी बसों के परमिट निरस्त कराने की प्रक्रिया शुरू की है।
स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन ने वर्ष 2018-19 में सूत्र सेवा के तहत पब्लिक ट्रांसपोर्ट के विकल्प के तौर पर सिटी बसों का संचालन शुरू किया था। पहले इन बसों को ट्रायल के तौर पर दीनदयाल नगर से महाराज बाड़ा के बीच चलाया गया, लेकिन लश्कर के तंग बाजारों और आटो-टैंपो व ई-रिक्शा के झुंड के बीच बसें ट्रैफिक में फंसने लगीं। इसके अलावा सवारियां न मिलने की समस्या भी थी। ऐसे में आपरेटर ने सिटी बसों का संचालन धीरे-धीरे कर बंद कर दिया। इसके चलते कार्पोरेशन ने कई बार आपरेटर को पत्र लिखकर बसों का संचालन करने के निर्देश दिए थे। पिछले दिनों निगमायुक्त हर्ष सिंह ने बस आपरेटर को निर्देश दिए थे कि सिटी बसों का संचालन शुरू किया जाएगा। इसके लिए आपरेटर को प्लान देने के निर्देश दिए थे और 19 जून तक बसों का संचालन शुरू करना था, लेकिन आपरेटर ने यह नहीं किया।
निजी बसों में लगाए सूत्र सेवा की बसों के जीपीएस आपरेटर ने सूत्र सेवा की बसों को चालू हालत में दिखाने के लिए एक और चालाकी भरा कदम उठाया। सूत्र सेवा की बस क्रमांक एमपी 07 पी 2031 और एमपी 07 पी 2032 के जीपीएस को उसने अपनी निजी बसों एमपी 07 पी 2178 और एमपी 07 पी 2138 में लगा लिया था। जीपीएस पर इन दोनों बसों की लोकेशन मालनपुर में दिखती थी। पड़ताल करने पर पता चला कि निजी बसों को मालनपुर की फैक्ट्रियों में अनुबंध पर लगाया गया है और जीपीएस चेंज करने से सूत्र सेवा की बसें चलती हुई नजर आती हैं। ये गड़बड़ी भी पकड़ में गई, लेकिन आपरेटर ने कोई सुधार नहीं किया।
इन रूटों पर चलनी थीं बसें
– टीआर वन: पुरानी छावनी से सिथौली आईटीएम कालेज-पुरानी छावनी,मलगढ़ा थाना,चार शहर का नाका, हजीरा, तानसेन रोड,पड़ाव चौराहा, फूलबाग, ज्येंद्रगंज, अचलेश्वर, चेतकपुरी, नाका चंद्रवदनी से विक्की फैक्ट्री तिराहा, सिथौली आईटीएम कालेज।
– टीआर-टू: एयरफोर्स तिराहे से सिरोल तिराहा एयरफोर्स तिराहा डीडी नगर गेट, पिंटो पार्क, सूर्यमंदिर बीआईएमआर अस्पताल-सात नं. चौराहा जिला अस्पताल बारादरी हुरावली- डीबी सिटी, वीसी बंगला चौराहा- न्यू हाईकोर्ट तिराहा अल्कापुरी- न्यू कलेक्ट्रेट- न्यू जिला पंचायत सिरोल तिराहा ।
– एयरफोर्स तिराहे से सिरोल तिराहा एयरफोर्स तिराहा-डी डी नगर गेट, पिंटो पार्क, सूर्य मंदिर-बी.आई. एम आर अस्पताल-सात में चौराहा- जिला अस्पताल- बारादरी चौराहा- थाटीपुर यूनिवर्सिटी तिराहा गोविन्दपुरी मार्ग वीसी बंगला चौराहा- न्यू हाईकोर्ट तिराहा अल्कापुरी- न्यू कलेक्ट्रेट न्यू जिला पंचायत- सिरोल तिराहा।
सिटी बस सेवा फेल हुई या की गई?
– आटो-टैंपो और ई-रिक्शा की भीड़ के चलते सिटी बसों के संचालन में दिक्कत आ रही थी। बसें जाम में फंस रही थीं। द्यतत्कालीन कलेक्टर अनुराग चौधरी ने बसों के संचालन के लिए दोपहर के समय आटो-टैंपो का संचालन बंद कराया था। उस समय बस सही चली, लेकिन बाद में व्यवस्था स्थायी नहीं हो सकी।
– इसी का लाभ उठाकर ठेकेदार ने भी लापरवाही करनी शुरू कर दी। इंट्रासिटी के बजाय इंटरसिटी बसों के संचालन पर ज्यादा ध्यान दिया। द्यअधिकारियों ने भी बसों के संचालन में इच्छाशक्ति नहीं दिखाई। इसका नतीजा है कि अब सिटी बसों के संचालन की उम्मीद खत्म हो गई है।
बैंक गारंटी जब्त कर परमिट निरस्त कराएंगे अंतिम चेतावनी देने के बाद भी आपरेटर ने सिटी बसों का संचालन शुरू नहीं किया। अब हम बैंक और परफार्मेंस गारंटी जब्त करने के साथ ही बसों के परमिट भी निरस्त कराएंगे।
-नीतू माथुर, सीइओ स्मार्ट सिटी कार्पोरेशन