ग्वालियर.  कहते हैं…रिश्ता तो ऊपर से बनकर आता है, एक-दूसरे से कनेक्शन वहीं तय हो जाता है। कनेक्शन जब ऊपर से जुड़ता है…तब न ऊंच-नींच दिखाई देती है, न कोई बंधन, न किसी का दबाव चलता है। कुछ ऐसी ही कहानी है ग्वालियर के डीएसपी संतोष पटेल और उनकी पत्नी रोशनी की। जिन डीएसपी के लिए तमाम बड़े घरों से रिश्ते आ रहे थे, उन्हें गांव में पली, बड़ी एक किसान की बेटी में अपना सच्चा जीवनसाथी नजर आया। वजह थी विचारों का मेल खाना। रोशनी गांव में पली, बड़ी और यहीं से पढ़ाई की, लेकिन आंखों में अब भी कुछ करने के सपने हैं। डीएसपी संतोष पटेल का वीडियो वे जब भी कोई वीडियो फेसबुक पर देखती थीं तो उनके विचारों से प्रभावित होती थीं। एक बार डीएसपी पटेल का वीडियो रोशनी के पिता ने देखा। इसके बाद वे खुद ही संतोष के घर पहुंच गए, जबकि संतोष के लिए उस समय कई रसूखदारों के रिश्ते आ रहे थे, लेकिन संतोष ने रोशनी को चुना और दोनों की रब ने बना दी जोड़ी।

सतोष पटेल वही पुलिस असफसर हैं, जो अक्सर सोशल पुलिसिंग से जुड़े कार्य और अलग-अलग प्रयोगों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं। इंटरनेट मीडिया पर उनके करीब चार लाख फालोअर हैं। कई युवा उन्हें उनकी मोटिवेशनल स्पीच के लिए पसंद करते हैं। एक माह पहले ही रोशनी ने बेटे को जन्म दिया, जिसका नाम दोनों ने मिलकर रोशन रखा है। इस बार यूं मिले दिल से दिल कालम में पढ़िए…एक पुलिस अफसर और गांव की बेटी के दिल मिलने की कहानी
रोशनी के पिता से कहा था, आप कहां रिश्ता लेकर जा रहे हैं, वहां तो करोड़ों की मांग है

डीएसपी संतोष पटेल और रोशनी पटेल की शादी 29 नवंबर 2021 को हुई। संतोष बताते हैं कि वे पन्ना के देवगांव के रहने वले हैं। उनकी पत्नी करीब 22 किलोमीटर दूर छतरपुर में गहरावन गांव की हैं। रोशनी फेसबुक पर संतोष के वीडियो देखती थीं, यह वीडियो एक दिन उनके किसान पिता जोगेश्वर पटेल ने देखी। फिर सरदार वल्लभ भाई पटेल पर आयोजित कार्यक्रम में संतोष को सम्मानित किया गया। यहां उनकी कविताएं और मोटिवेशन स्पीच सुनकर उन्हें लगा, उनकी बेटी के लिए यही सच्चा जीवनसाथी हो सकता है। जब उन्होंने रिश्तेदारों में बात की तो उन्हें बताया गया कि वहां तो करोड़ों की डिमांड है, बड़े घर से रिश्ते आ रहे हैं, आप किसान हैं और वहां रिश्ता नहीं हो पाएगा। इस बात पर पहले वे झिझके, लेकिन जब संतोष के घर पहुंचे तो खेत में उनकी मां घास काट रही थी, बिलकुल सामान्य जीवन। संतोष भी उस समय वहां थे, रोशनी उनकी वीडियो देखती थीं, इसलिए अपने हाथ से स्कैच बनाकर संतोष को भेजा। यह उन्हें पसंद आया, फिर पिता बोले कि एक सीरियल देख रहा था, जिसमें गरीब पिता अपनी बेटी का रिश्ता लेकर राजा के घर जाता है, राजा को उसकी सादगी पसंद आती है और वह गरीब की बेटी से शादी कर लेता है। संतोष कहते हैं कि रोशनी के पिता की सादगी उन्हें भा गई। रोशनी से मिले तो उन्होंने उनसे पहले माता-पिता, भाई से बात की। माता-पिता से पहली मुलाकात में घुल मिल गई, बस यही बात भा गई और उन्होंने शादी के लिए हां कह दी। अभी भी संतोष ड्यूटी में व्यस्त रहते हैं, लेकिन उनकी पत्नी रोशनी माता-पिता से इस तरह घुली मिलीं हैं उन्हें दूरी का अहसास नहीं होता।

एक डीएसपी…साइकिल पर दुल्हन को लेकर पहुंचे गांव, नाम रखा- सेंट्रो

किसी सामान्य परिवार में भी शादी के बाद दुल्हन की विदाई कार में होती है। संतोष बताते हैं कि वह साइकिल पर अपनी दुल्हनियां लेकर गांव पहुंचे थे। साइकिल का नाम लिखा था सेंट्रो, क्योंकि उन्हें सेंट्रो कार बहुत पसंद है। सेंट्रो नाम इसलिए भी रखा…क्योंकि उनकी नाम की स्पेलिंग के शुरुआत के चार अक्षर से मिलकर बनता है सेंट और उनकी पत्नी के शुरुआती नाम के शुरुआती दो अक्षरों से बनता है रो। इस तरह संतोष और रोशनी की साइकिल सेंट्रो से दोनों घर पहुंचे। यह वीडियो इंटरनेट मीडिया पर सुर्खियां बना था।

रिश्तेदार बोले थे- लक्जरी गाड़ी और सोना दिलाएंगे

जब रोशनी से शादी तय हुई तब रिश्तेदार संतोष के परिवार वालों से बोले कि लक्जरी गाड़ी, सोना, करोड़ों रुपये शादी में दिलाएंगे। संतोष की मां इसके खिलाफ हैं, वह बोलीं कि यह सब नहीं, हमें संस्कार चाहिए।