लूटकांड : एक करोड़ के सोने के साथ पुलिस ने सरगना को किया गिरफ्तार, बाकी की तलाश जारी

पटना : बिहार की राजधानी पटना के पंचवटी रत्नालय से लूटे गये 5 करोड़ के सोना के मामले में पुलिस को आंशिक सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने तीन लुटेरों को गिरफ्तार किया है. साथ ही एक करोड़ का सोना समेत चांदी के आभूषण और 6 लाख रुपये कैश भी बरामद किए हैं. लूटकांड का सरगना रवि गुप्ता उर्फ रवि पेसेंट उर्फ नेताजी निकला. रवि गुप्ता ने झारखंड में भी कई लूट की घटनाओं को अंजाम दिया है.

पटना में पांच करोड़ सोना लूट कांड मामले में पुलिस को आंशिक सफलता हाथ लगी है. लूट में शामिल 10 में से तीन डकैतों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. घटना का सूत्रधार रवि पेशेंट उर्फ मास्टर जी पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. इस बात का खुलासा एडीजी मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने किया है. जितेन्द्र कुमार ने कहा कि घटना के बाद ही पटना पुलिस के वरीय अधिकारियों के नेतृ्त्व में एक एसआईटी का गठन किया गया.

एसआईटी की पहली जांच में यह बात सामने आ गई कि घटना का मास्टरमाइंडड आलमगंज, सादिकपुर मछुआटोली का रहनेवाला रवि गुप्ता है. रवि गुप्ता कुख्यात अपराधी है. उसके खिलाफ पटना और आसपास के इलाकों में 20 से ज्यादा लूट और हत्याकांड के मामले दर्ज हैं. रवि गुप्ता की खासबात यह है कि वह कई नामों से अपने इलाके में जाना जाता है. रवि गुप्ता, रवि पेसेंट, नेताजी, मास्टर जी जैसे कई नाम हैं उसके. रवि गुप्ता ने झारखंड के बोकारो और चतरा में भी लूट की घटना को अंजाम दिया है. पुलिस ने सबसे पहले रवि को उठाया तो पूरे मामले की गुत्थी सुलझती चली गयी.

रवि की निशानदेही पर अपराधी विकास कुमार माली को भी गिरफ्तार किया गया. विकास माली पर अपराध के 11 मामले दर्ज हैं. विकास के साथ पुलिस ने सीपू कुमार को भी गिरफ्तार किया. विकास माली गायघाट आलमगंज का रहनेवाला है, जबकि सीपु कुमार दीघा का रहनेवाला है. पुलिस ने इन अपराधियों के पास से एक करोड़ मुल्य का सोना बरामद किया है. साथ ही सवा किलो चांदी, 300 ग्राम अन्य रत्न, 6 लाख 30 हजार कैस भी बरामद किए हैं.

पुलिस ने चोरी में इस्तेमाल की गयी एक बाईक तीन देसी कट्टा और चार जिंदा कारतूस भी बरामद किया है. घटना में कुल 10 अपराधी शामिल थे, जिसमें से अन्य 7 की पहचान हो चुकी है. उनकी गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस छापेमारी कर रही है.

पुलिस मुख्यालय ने घटना के उद्भेदन में शामिल सभी पुलिसकर्मियों को सम्मानित करने का भी फैसला लिया है. पुलिस इसे अपनी बड़ी सफलता मान रही है, लेकिन बड़ा सवाल अभी भी लूट के 4 करोड़ के आभूषण, 6 करोड़ कैस की बरामदगी के साथ फरार 7 अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर है. जब तक इन तमाम बिंदुओं के सवाल का जवाब नहीं मिल जाता पुलिस की सफलता अधूरी ही कही जाएगी.

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