#JiwajiUniversity… दीवार पर लिखा भ्रष्ट कुलपति कार्यालय ..?

कॉलेजों को संबद्धता के विरोध में एनएसयूआइ का हंगामा, दीवार पर लिखा भ्रष्ट कुलपति कार्यालय

#JiwajiUniversity कुलपति के आश्वासन पर नहीं माने, अधिकारियों के ऑफिसों के गेट पर भी चिपकाए पोस्टर

ग्वालियर। जीवाजी विश्वविद्यालय द्वारा अंचल के 400 कॉलेजों को कंडीशनल संबद्धता दिए जाने के विरोध में एनएसयूआइ ने मंगलवार को जमकर हंगामा किया। एनएसयूआइ कार्यकर्ता कुलपति के पास पहुंचे और संबद्धता रद्द करने की मांग की।

कुलपति ने कमेटी की जांच रिपोर्ट आने की बाद कार्रवाई की बात कही। लेकिन कार्यकर्ता नहीं माने और बाहर निकलकर हंगामा करते हुए कुलपति कक्ष की दीवार पर काले रंग से भ्रष्ट कुलपति कार्यालय लिख दिया। साथ ही सभी अधिकारियों ऑफिसों के गेट के बाहर भी भ्रष्ट कुलपति के पोस्टर लगा दिए। हंगामा अधिक होने पर विश्वविद्यालय प्रबंधन को पुलिस बुलानी पड़ी। पुलिस के समझाने पर छात्र नेता चले गए। विश्वविद्यालय प्रबंधन ने इस मामले में पुलिस में आवेदन देने की बात कही है।

दोपहर एक बजे एनएसयूआइ छात्र नेता वंश महेश्वरी के नेतृत्व में करीब 25 कार्यकर्ता महाविद्यालयों की संबद्धता में गड़बड़ी सहित तीन बिंदुओं पर ज्ञापन देने के लिए कुलपति प्रो. अविनाश तिवारी के पास पहुंचे।कुलपति ने उन्हें बताया कि संबद्धता की जांच के लिए कमेटी गठित कर दी गई है। जांच रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। लेकिन छात्र नेता नहीं माने और अड़े रहे। कुलपति ने उन्हें एक सप्ताह के अंदर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया। वह फिर भी नहीं माने और कक्ष से बाहर निकलकर कार्यालय की दीवार पर काले रंग से भ्रष्ट कुलपति कार्यालय लिख दिया। इसके बाद उन्होंने कुलसचिव, सहायक कुलसचिव, रेक्टर सहित सात अधिकारियों के गेट के बाहर भी भ्रष्ट कुलपति के पोस्टर लगा दिए। विरोध प्रदर्शन के दौरान वंश महेश्वरी, कोमल जैन, अटल यादव सहित अन्य मौजूद रहे।

यह थी एनएसयूआइ की मांग

● जेयू ने अंचल के करीब 400 कॉलेजों को नियम विरुद्ध कंडीशनल संबद्धता दी है। इन कॉलेजों में न तो पर्याप्त भवन हैं और न ही शिक्षक सहित अन्य सुविधाएं हैं। ऐसे कॉलेजों की संबद्धता रद्द की जाए।

● 13 मई को विवि की ईसी बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि जो महाविद्यालय 31 जुलाई-2023 तक अपने पूरे दस्तावेज जमा नहीं कर पाएंगे, ऐसे कॉलेजों की संबद्धता रद्द करने के लिए विवि उच्च शिक्षा विभाग को पत्र लिखेगा, लेकिन अब तक ऐसा क्यों नहीं किया गया।

● जब छात्रों की समस्याएं विवि में परीक्षा नियंत्रक, डिप्टी रजिस्ट्रार व कॉन्फिडेंशियल द्वारा ही हल की जा सकती हैं, तो छात्रों का समय बर्बाद क्यों किया जा रहा है।

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