ज्यादा पानी पीने से जान का खतरा !
ज्यादा पानी पीने से जान का खतरा:क्या है इसे पीने का सही तरीका, कितने लीटर पानी पीना से
विदेशी मीडिया की एक खबर काफी चर्चा में हैं। अमेरिका के इंडियाना में रहने वाली 35 साल की एशले समर्स अपने परिवार के साथ वीकेंड पर गई थीं। चिलचिलाती गर्मी में उन्हें डिहाइड्रेशन हो गया। प्यास को बुझाने के लिए उन्होंने एक साथ खूब सारा पानी पी लिया। जिससे उनकी मौत हो गई।
अभी तक तो सुना था कि कम पानी पीने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है जिससे डिहाइड्रेशन हो जाता है। लेकिन क्या वाकई में ज्यादा पानी पीने से भी हेल्थ पर इतना बुरा असर पड़ता है।
भारत में हमारे आसपास ऐसे कई लोग हैं जो अपनी फिटनेस और हेल्थ का ध्यान रखने के लिए कैपिसिटी से ज्यादा पानी पीते हैं। ऐसे में आज जानेंगे कि जरूरत से ज्यादा पानी पीने से क्या नुकसान होता है। एक दिन में कितना पानी पीना सेफ है और पानी पीने का सही तरीका क्या है।
एक्सपर्ट:…..
सवाल: क्या सच में ज्यादा पानी पीने से जान तक जाने खतरे रहता है?
जवाब: हां, बिल्कुल। एक साथ खूब सारा पानी पीने से जान जाने का रिस्क रहता है।
सवाल: एशले ने कितना पानी पिया, जिसके बाद उसकी मौत हो गई?
जवाब: उसने 20 मिनट में चार बोतल पानी पिया था। एक बोतल आधा लीटर की थी। इसका मतलब उसने 20 मिनट में 2 लीटर पानी पिया।
पीने के बाद जैसे ही घर पहुंची तो वो बेहोश हो गई। तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, लेकिन वो होश में नहीं आई।
सवाल: वॉटर टॉक्सिसिटी क्या होता है?
जवाब: यह एक ऐसी कंडीशन होती है, जिसमें खून में सोडियम की मात्रा नॉर्मल से बहुत कम हो जाती है। ऐसा तभी होता है, जब शरीर में पानी की मात्रा ज्यादा होने से सोडियम उसमें घुलता है। इससे दिमाग की सेल्स यानी कोशिकाओं में सूजन आ जाती है। सूजन आने से शरीर के अंगों में खून की सप्लाई बंद हो जाती है। इस सूजन को ब्रेन एडीमा कहते हैं।
वॉटर टॉक्सिसिटी की प्रॉब्लम वैसे तो काफी रेयर है, लेकिन जब कोई व्यक्ति जरूरत से ज्यादा पानी पीता है तो इसमें मौजूद इलेक्ट्रोलाइट्स खून में डाइल्यूट हो जाते हैं। इसे हाइपोनाट्रेमियाव भी कहते हैं।
सवाल: लिमिट से ज्यादा पानी पी लिया है, ये कैसे पता चलेगा?
जवाब: एक साथ खूब पानी पीने के बाद अगर ये लक्षण दिखाई दें, तो समझ लें कि आपने जरूरत से ज्यादा पानी पी लिया है। जैसे-
- उल्टी
- सिरदर्द
- कंफ्यूजन
- थकान
- मितली
ऊपर लिखे नुकसान को थोड़ा डिटेल में समझते हैं…
पेट फूलना: ज्यादा पानी पीने से पेट फूल सकता है। इसमें उल्टी, सिर दर्द जैसी प्रॉब्लम हो सकती है।
हार्ट के लिए रिस्क: ज्यादा पानी पीने से ब्लड में वॉटर लेवल बढ़ सकता है। हार्ट की सेहत पर इसका बुरा असर हो सकता है, जिससे हार्ट अटैक की पॉसिबिलिटी बढ़ सकती है।
वाटर पॉइजनिंग: जब ज्यादा पानी पीने की वजह से ब्रेन के फंक्शन में रूकावट आती है तो इसे वाटर पॉइजनिंग कहते हैं। इसमें खून के अंदर पानी की मात्रा बढ़ जाती है।
सोडियम कम होना: अगर कोई व्यक्ति 10 लीटर पानी पी ले, तो सोडियम का लेवल ब्लड में बहुत कम हो जाता है। इसका ब्रेन में डायरेक्ट असर होता है। जिसकी वजह से कोमा में जा सकते हैं या उसकी मौत भी हो सकती है। मैराथन और ट्रायथलॉन में पार्टिसिपेट करने वाले लोगों में इसका खतरा सबसे ज्यादा होता है।
किडनी पर असर: ज्यादा पानी पीने से किडनी को वेस्ट मटेरियल को बाहर निकालने के लिए काफी ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है। इससे हार्मोन रिएक्शन होता है जिससे आप स्ट्रेस और थके हुआ महसूस करने लगते हैं। अगर बहुत सारा पानी पीने के बाद भी आपको यूरिन नहीं आती, तो ये इस बात का इशारा करता है कि आपकी किडनी क्षमता से ज्यादा काम कर रही है।
सेल्युलर स्वेलिंग: अगर बॉडी में सोडियम बहुत कम हो जाता है, तो ब्रेन और बॉडी दोनों की कोशिकाओं में सूजन हो जाती है। जिसे सेल्युलर स्वेलिंग कहते हैं। ब्रेन की कोशिकाओं में सूजन आने पर व्यक्ति को भ्रम, उनींदापन, क्रैम्प, मसल्स में कमजोरी और हाई ब्लड प्रेशर जैसी समस्या हो सकती है।
ओवरहाइड्रेशन: अगर आप जरूरत से ज्यादा पानी पीते हैं तो इससे आपको ओवरहाइड्रेशन की समस्या होने लगती है, इसे ही वाटर इंटाक्सिकेशन भी कहते हैं। इसमें जी मिचलाना, उल्टी, सिर दर्द, किसी तरह का भ्रम, इस तरह के लक्षण दिखाई देते हैं। अगर मामला गंभीर हो जाए, तो दौरा आना, कोमा में जाना या मौत का खतरा भी हो सकता है।
सवाल: पानी ज्यादा न पियो, कम न पियो तो 1 दिन में कितना पानी पीना चाहिए, जिससे कोई नुकसान न हो?
जवाब: एक स्वस्थ व्यक्ति के लिए हर दिन पानी की केपेसिटी उसके हेल्थ, जेंडर, लाइफस्टाइल और मौसम पर डिपेंड करती है।
यूएस नेशनल एकेडमी ऑफ साइंसेज, इंजीनिगरिंग एंड मेडिसिन के मुताबिक,
पुरुषों को 3.7 लीटर
महिलाओं को 2.7 लीटर पानी रोजाना पीना चाहिए।
सवाल: पानी पीना हेल्थ के लिए अच्छा होता है यह हम हमेशा से सुनते आए हैं, इससे क्या फायदे होते हैं?
जवाब: जी हां, बिना पानी के तो लाइफ सर्वाइव कर पाना ही मुश्किल है। पानी पीने से कई फायदे हैं लेकिन उसी कंडीशन में जब पानी एक लिमिट में पिएं। जैसे-
- डाइजेशन सिस्टम अच्छा रहता है।
- बॉडी टेम्प्रेचर नॉर्मल रखने में मदद मिलती है।
- मांसपेशियां मजबूत बनती हैं।
- कब्ज से राहत मिलती है।
- वजन नहीं बढ़ता है बल्कि कम करने में मदद मिलती है।
- बॉडी डिटॉक्सीफाई होती है।
- अच्छी भूख लगती है।
- इम्यूनिटी बढ़ती है।
- शरीर में दिनभर एनर्जी बनी रहती है।
- एजिंग और रिंकल कम करने में मदद मिलती है।
- सोरायसिस और एक्जिमा जैसे स्किन प्रॉब्लम नहीं होते हैं।
- पानी में मौजूद मिनरल्स से बेजान बाल अच्छे होते हैं।
सवाल: पानी पीने का सही तरीका क्या है?
जवाब: सुबह उठने से लेकर रात में सोने तक पानी को पीने के कुछ नियम हैं जो सेहत को दुरुस्त रखने के लिए बहुत जरूरी हैं।
राष्ट्रीय आयुर्वेद संस्थान जयपुर के आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. काशीनाथ समगंडी से सीखते हैं पानी पीने का सही तरीका…
सुबह उठने के बाद: सुबह उठकर खाली पेट पानी जरूर पिएं। इससे पूरा दिन शरीर हाइड्रेटेड रहता है। स्किन, लिवर, किडनी और आंख से जुड़ी दिक्कतें दूर होती हैं।
सुबह उठने के बाद शरीर के इंटरनल ऑर्गन यानी आंतरिक अंगों को एक्टिव करने के लिए एक गिलास सादा या गुनगुना पानी पीना चाहिए। इससे शरीर की गंदगी आसानी से बाहर निकल जाती है।
खाना खाने से पहले: खाना खाने से 30 मिनट पहले पानी पीना चाहिए। ऐसा करने से खाना अच्छे से डाइजेस्ट होता है।
खाना खाने के बाद: खाना खाते समय पानी नहीं पीना चाहिए। चाहे रात का या दोपहर का खाना खाएं, हमेशा 1 घंटे बाद ही पानी पीना चाहिए। अगर कुछ अटक जाता है, तो पी सकते हैं।
कभी भी खाना खाने के तुरंत पहले या बाद में पानी नहीं पीना चाहिए। इससे पानी शरीर में डाइजेस्टिव जूस को डाइल्यूट कर देता है। फिर डाइजेशन प्रोसेस यानी पाचन क्रिया अच्छे से नहीं हो पाती है।
सोने से पहले: सोने से एक घंटा पहले पानी पीने से किसी भी प्रकार का फ्लूइड लॉस नहीं होता।
इससे शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनी रहती है।
नोट: ऐसा बिल्कुल नहीं है कि आप इन सबके अलावा बीच-बीच में पानी नहीं पी सकते। जब भी आपको प्यास लगे, आप अपने शरीर के हिसाब से पी सकते हैं।
सवाल: कब और किस सिचुएशन में पानी नहीं पीना चाहिए?
जवाब: हां। बिल्कुल कुछ एक्टिविटी के बाद पानी नहीं पीना चाहिए। इसे नीचे लगे क्रिएटिव से समझते हैं-