इंदौर : राजबाड़ा क्षेत्र में व्यापारी रेहड़ी-पटरीवालों से परेशान हैं।
रेहड़ी-पटरीवालों से कारोबारी त्रस्त…..2 साल में 150 मामले, शिकायत की तो थाने के सामने ही दुकान में घुसकर व्यापारी को धमकाया
राजबाड़ा क्षेत्र में व्यापारी रेहड़ी-पटरीवालों से परेशान हैं। 2 साल में 150 से ज्यादा शिकायतें धमकाने, मारपीट की हो चुकी हैं। ताजा मामले में दुकान के सामने अस्थायी दुकानों से तंग आकर कपड़ा व्यापारी ने सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत की तो बदमाश व्यापारी को धमकाने दुकान में पहुंच गए। दुकान के ठीक सामने सराफा थाना है। थाने में लगे सीसीटीवी फुटैज में भी घटनाक्रम कैद हो गया, लेकिन पुलिस ने फिर भी आरोपी को नोटिस देकर छोड़ दिया।
व्यापारी पवन पंवार का आरोप है कि बाजारों की सड़कों और फुटपाथ पर अवैध रेहड़ी, पटरियां और अस्थायी दुकानें लगती हैं। विरोध या शिकायत करने पर व्यापारियों के साथ मारपीट, जान से मारने तक की धमकी देते हैं। राजबाड़ा क्षेत्र के 13 बाजार एसोसिएशन शहर के अन्य संगठनों के साथ मिलकर जल्द ही महापंचायत करेंगे। 80 संगठनों से जुड़े अहिल्या चैंबर ऑफ कॉमर्स ने भी विरोध किया है।
थाने के सीसीटीवी फुटेज में ही आरोपी विवाद करते दिखे, फिर भी कार्रवाई नहीं की
13 बाजारों में 3 हजार से अधिक कारोबारी परेशान
सड़कों और फुटपाथ पर अवैध कारोबार को लेकर दो साल से व्यापारी विरोध कर रहे हैं। क्षेत्र के 13 बाजार एसोसिएशन ने तो इस मुद्दे पर हाई कोर्ट में जनहित याचिका भी दायर कर रखी है। इंदौर रिटेल गारमेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष अक्षय जैन ने बताया गोपाल मंंदिर व्यापारी एसोसिएशन, सराफा, क्लॉथ मार्केट, इंदौर रेडिमेड व्यापारी, सीतलामाता बाजार, सांठा बाजार, इंदौर बर्तन बाजार, सुभाष चौक वस्त्र व्यापारी संघ आदि ने हाई कोर्ट में याचिका लगाई है। तीन हजार से अधिक दुकानदार परेशान हैं।
विवाद में चले हैं चाकू
- 2 साल में 150 से अधिक शिकायतें की हैं। तीन मामलों में एफआईआर हुई है।
- 6 सितंबर 2022 को ऐसे ही विवाद में व्यापारी संजय साहू को चाकू मार दिया था।
- साल की शुरुआत में व्यापारी संतोष चौहान से भी दुकान में घुसकर मारपीट की गई थी।
- 6 अगस्त को सराफा थाने के ठीक सामने सम्राट राजस्थानी हाउस पर तीन आरोपियों ने व्यापारी को सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी।
आपबीती : मोबाइल छीनने घुस गए दुकान में
पवन पंवार ने बताया, सड़क और फुटपाथ पर कब्जे की शिकायत मैंने सीएम हेल्पलाइन पर की थी। 6 अगस्त को शाम 5 बजे तीन आरोपी मेरी दुकान पर आए और विवाद किया। जान से मारने की धमकी दी। दुकान में घुसकर मेरा मोबाइल लूटने की भी कोशिश की। शोर मचाने पर भाग गए। पुलिस ने शानू, अशोक और एक अन्य के नाम से एफआईआर की थी, लेकिन तीसरे की शिनाख्त कराए बिना ही नोटिस देकर छोड़ दिया।