इंदौर,। शहर में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। चोरी, लूट, चैन स्नेचिंग, छेड़छाड़ की घटनाएं तो बढ़ी ही है, लेकिन अब इंदौर में सड़क चलते विवाद और मामूली बातों पर चाकूबाजी की घटनाएं अब आम हो चली है। देश और विदेश में अपनी स्वच्छता के लिए ख्यात इंदौर अब बढ़ते क्राइम ग्राफ के कारण सुर्खियों में है। पिछले तीन दिनों में मिनी मुंबई कहलाने वाले शहर में इस तरह के दो अपराध हुए हैं। एक गाड़ी ठीक से चलाने की बात पर तो दूसरा ओवरटेक करने को लेकर।

शहर में आयुक्त प्रणालीलागू होने के बावजूद इस पर रोक नहीं लग पा रही है। तमाम तरह के प्रयास विफल हो रहे हैं। बुधवार देर रात शहर के धार रोड पर सिविल इंजीनियर की हत्या कर दी गई। फ़ॉर्चुनर से जा रहे इंजीनियर अतुल जैन को धार रोड पर चाकू मारे गए। आरोपी बाइक से जा रहे थे। अतुल को अस्‍पताल ले जाते समय उनकी मृत्‍यु हो गई। यह घटना चंदन नगर क्षेत्र की है।

दरअसल अतुल अपने दोस्त के साथ अपनी कार से जा रहे थे। गाड़ी की गति भी ज्यादा नहीं थी। जब कार क्षेत्र की वाइन शाप के आगे पहुंची, तो एक स्कूटर वाइन शाप से निकलकर गाड़ी के सामने आ गई लेकिन टक्कर नहीं हुई। कार की अगली सीट पर बैठे अतुल ने उतरकर चालकों से कहा कि गाड़ी ठीक से क्यों नहीं चलाते। इस बात पर स्कूटर चालक ने अतुल को चाकू मार दिया। यह घटना महज 15 सेकंड में हो गई। अतुल की अधिक खून बहने के कारण अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपित नाइट्रावाइट वशराबके नशे के आदि हैं।

तीन दिन पहले ओवरटेक करने पर विवाद
मालूम हो कि इंदौर में एक ही सप्‍ताह में खुलेआम चाकूबाजी व हत्‍या की यह दूसरी घटना है। रविवार को भी आरोपित सद्दाम खान ने महू के ट्रांसपोर्ट व्यवसायी दीपक सौंधिया और उनके भाई राजकुमार को कार को ओवरटेक करने पर चाकू मारे थे। दीपक ललितपुर से शादी कर भोपाल से इंदौर आ रहे थे। कनाड़िया बायपास पर आरोपित और उसके साथियों ने कार ओवरटेक करने की बात परविवादकिया। उनके भाई और नवविवाहिता के साथ भी मारपीट की। सोमवार को दीपक की मौत हो गई। सभी आरोपित नशे में थे। दोनों ही वारदात नशे की अवस्था में हुई हैं।
बढ़ रहा है नशे का कारोबार
शहर में बढ़ती वारदातों का एक प्रमुख कारण नशा है। शहर में ड्रग्स, शराब, गांजा, एमडीएमए, इंजेक्शन सभी तरह का नशीले पदार्थ बिक रहे हैं। पुलिस के तमाम दावों के बावजूद शहर में नशे के कारोबार पर रोक नहीं लग सकी है। ज्यादातर अपराध जैसे लूट, चाकूबाजी, हत्या, विवाद नशे के लिए या नशे के हालात में हो रहे हैं। कई बार पुलिस चैकिंग में अपराधी गिरफ्त में आ जाते हैं।
नाइट कल्चर भी एक कारण

शहर में नाइट और पब कल्चर के कारण भी अपराध बढ़ गए हैं। छह थाना क्षेत्रों में हत्या, हत्या की कोशिश और मारपीट की घटनाएं होने लगी हैं। भंवरकुआं, एलआइजी, विजय नगर, लसूड़िया, खजराना, पलासिया क्षेत्र में तो रातभर युवक-युवतियां नशे की अवस्था में भीड़ लगाए रहते हैं।

भंवरकुआं थाना क्षेत्र में 31 दिसंबर को आयुष नामक युवक की हत्या हो चुकी है। वह देर रात पोहे खाकर लौट रहा था। विजय नगर थाना क्षेत्र में पिछले दिनों मोनू उर्फ प्रभाष पंवार की भी नाइट कल्चर में हत्या हुई। पब संचालक पर तो नाइट कल्चर के दौरान गोलियां चली हैं। मोनू और दीपक की हत्या में दो युवतियां गिरफ्तार हुई हैं।