ग्वालियर : महिलाओं की हत्या 71 प्रतिशत बढ़ी !
महिलाओं की हत्या 71 प्रतिशत बढ़ी, 50 प्रतिशत वारदात में गुनाहगार अपने, अपहरण और दुष्कर्म भी बढ़े
Woman Crime in Gwalior: शहर में महिलाएं और बेटियां असुरक्षित हैं। यह पुलिस के आंकड़े कह रहे हैं। महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराध का ग्राफ पिछले साल की तुलना में बढ़ा है। सबसे ज्यादा इजाफा हत्या की वारदातों में हुआ है
ग्वालियर। शहर में महिलाएं और बेटियां असुरक्षित हैं। यह पुलिस के आंकड़े कह रहे हैं। महिलाओं के विरुद्ध होने वाले अपराध का ग्राफ पिछले साल की तुलना में बढ़ा है। सबसे ज्यादा इजाफा हत्या की वारदातों में हुआ है। महिलाओं की बेरहमी से हत्या की वारदात 71 प्रतिशत तक बढ़ गईं। इसमें बेहद चौंकाने वाला आंकड़ा है। महिलाओं की हत्या की करीब 50 प्रतिशत वारदातों में गुनाहगार उनके अपने या करीबी हैं। महिलाओं की हत्या की वारदातों के साथ ही अपहरण और दुष्कर्म भी बढ़े हैं। नईदुनिया ने स्टेट क्राइम रिकार्ड ब्यूरो द्वारा जनवरी से जून माह के बीच छह माह के जो आंकड़े जारी किए, उनका विश्लेषण किया। इसमें यह हकीकत सामने आई।
आंकड़े:
जनवरी- 1- 2- 30- 25- 23
फरवरी- 4- 2- 30 – 21- 18
मार्च- 0- 2- 21- 29- 21
अप्रैल- 2- 1- 26- 27- 23
मई- 3- 0- 27- 27- 26
जून- 2- 0- 29- 28- 30
कुल- 12- 7- 163- 157- 141
2022:
माह- हत्या- हत्या का प्रयास- छेड़छाड़- अपहरण- दुष्कर्म
जनवरी- 0- 0- 20- 13- 19
फरवरी- 3- 3- 20- 13- 20
मार्च- 0- 1- 24- 25- 15
अप्रैल- 0- 2- 29- 28- 20
मई- 2- 2- 36- 34- 28
जून- 2- 0- 30- 30- 29
कुल- 7- 8- 159- 143- 131
– पिछले साल जनवरी से जून के बीच हत्या की 7 वारदात हुई, जबकि इस साल महिलाओं की हत्या की 12 वारदात हुई। वारदातों में हत्या की वजह आशनाई, जमीनी विवाद, दुष्कर्म और पति-पत्नी के बीच आपसी झगड़े सबसे ज्यादा रहे।
– अपहरण की घटनाएं इस साल छह माह में 157 हुई, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 143 था। इस तरह पिछले साल की तुलना में इस बार अपहण की वारदात 9 प्रतिशत बढ़ी।
– पिछले साल की तुलना में इस साल दुष्कर्म की घटनाएं 7 प्रतिशत बढ़ीं।
अक्षया हत्याकांड ने दहला दिया था शहर, कुछ ही दिन की गश्त ..
गोलियों से भूनकर सरेराह रिटायर डीजीपी सुरेंद्र सिंह की रिश्तेदार 17 वर्षीय छात्रा अक्षया सिंह यादव की हत्या कर दी गई थी। उसकी सहेली सोनाक्षी टारगेट पर थी। इसके बाद पुलिस ने सख्ती दिखाई। कोचिंग संस्थानों के आसपास गश्त शुरू की गई। यहां निर्भया मोबाइल भी खड़ी होने लगी, लेकिन यह सख्ती कुछ ही दिन रही। लक्ष्मीबाई कालोनी, मयूर मार्केट, राक्सी टाकीज, चिठनीस की गोठ, चेतकपुरी, ओल्ड हाईकोर्ट, डीडी नगर, फूलबाग पर कोचिंग संस्थानों के आसपास फिर मनचले इकठ्ठे होने लगे हैं। शाम को यह लोग समूह में इकठ्ठे रहते हैं, लेकिन इन पर कार्रवाई नहीं होती।