MP के 2 इंस्पेक्टर समेत 10पुलिसवालों पर UP में केस !
आगरा में मंदसौर के तीन एसआइ सहित 10 पुलिसकर्मियों पर प्रकरण दर्ज, यह है मामला
डीआइजी ने पूरे मामले की रिपोर्ट भोपाल भेजी। ट्रक चालक का अपहरण कर मंदसौर ले जाकर बनाया था अफीम तस्करी का केस। एसीजीएम कोर्ट के आदेश पर हुआ मुकदमा, तीन माह से दबा रखा मंदसौर पुलिस ने।
- 13 लोगों के खिलाफ अपहरण, षड्यंत्र रचने सहित आठ गंभीर धाराओं में गत दो जून को प्रकरण दर्ज किया गया था।
- मामले में आरोपित की पत्नी ने आगरा की एसीजीएम कोर्ट में सबूत सहित आवेदन पेश किया था ।
- रतलाम डीआइजी ने पूरे मामले की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय भेजी है।
मंदसौर दस माह पहले मंदसौर शहर कोतवाली में दर्ज एनडीपीएस एक्ट के प्रकरण में नया मोड़ आया है। मामले में आरोपित की पत्नी ने आगरा की एसीजीएम कोर्ट में सबूत सहित आवेदन पेश किया था कि उसके ट्रक चालक पति को आगरा क्षेत्र से अपहरण कर मंदसौर ले जाया गया था। वहां ले जाकर एनडीपीएस एक्ट का केस दर्ज कर दिया गया। महिला ने कोर्ट में कुछ सबूत पेश भी किए।
मामले में न तो मंदसौर पुलिस और न ही आगरा पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही हैं। नईदुनिया ने सबसे पहले इस मामले को 25 अगस्त को प्रकाशित किया था। इसके बाद हरकत में आए रतलाम डीआइजी ने पूरे मामले की रिपोर्ट पुलिस मुख्यालय भेजी है। आरोपित पुलिसकर्मी थानों व अन्य जगह पर अभी भी नौकरी कर रहे हैं।
13 लोगों पर प्रकरण
जानकारी के अनुसार फरियादी 36 वर्षीय श्यामाबाई पत्नी़ श्रवण कुमार निवासी काच्छा बानियो की ढाणी, जंभेश्वर नगर थाना लोहावट जिला जोधपुर (राजस्थान) के आवेदन पर शामगढ़ थाना प्रभारी राकेश चौधरी, साइबर सेल एसआइ भरत चावड़ा, कोतवाली के एसआइ वरसिंह कटारा, एएसआइ कन्हैयालाल यादव, एएसआइ प्रदीपसिंह तोमर, प्रआर अर्जुनसिंह, प्रआर विनोद कुमार नामदेव, आरक्षक नवाज, आरक्षक भानुप्रतापसिंह, आरक्षक जितेंद्र टांक, दो सहयोगी जावेद निवासी मदारपुरा, फिरोज़ निवासी नारायण नगर व एक अज्ञात सहित कुल 13 लोगों पर भादसं की धारा 193, 330, 365, 342, 386, 387, 120बी में प्रकरण दर्ज हुआ है।
महिला ने यह शिकायत की थी
मामले में महिला ने शिकायत की थी कि मेरे पति श्रवण कुमार 22 नवंबर 2022 को कूच बिहार से ट्रक आरजे-43 जीए-5582 में बांस भरकर टोंक (राजस्थान) के लिए निकले थे। रास्ते में 24 नवंबर 2022 को आगरा रिंग रोड पर रहन कलां टोल क्रास करने के बाद एक बिना नंबर की इनोवा में बैठकर आए पांच लोग पति का अपहरण कर जबर्दस्ती गाड़ी में बैठाकर ले गए।
ट्रक उन्हीं का एक आदमी पीछे-पीछे लेकर निकला। गाड़ी में लगा फास्टेग और जीपीएस भी वहीं तोड़कर फेंक दिया। मंदसौर ले जाकर मेरे पति से मारपीट की और 30 लाख रुपये की मांग की। नहीं देने पर फर्जी गिरफ्तारी व बरामदगी तैयार कर प्रकरण एनडीपीएस एक्ट का प्रकरण दर्ज दर्ज किया।
पति का अपहरण करने में एसआइ भरत चावड़ा और एसआइ राकेश चौधरी व तीन अन्य लोग लोग शामिल थे। श्यामाबाई द्वारा प्रस्तुत तर्कों और सबूतों, सीसीटीवी फुटेज, टोल-टैक्स रिकार्ड आदि को देखते हुए कोर्ट ने गंभीर धाराओं में मामला दर्ज करने का आदेश दिया। रतलाम डीआइजी मनोज कुमार सिंह ने बताया कि मामले में पूरी रिपोर्ट बनाकर भोपाल भेज दी गई है। हमें भी यह मामला अभी संज्ञान में आया हैं। आगरा से भी कोई सूचना नहीं आई थी।
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मंदसौर के इन अफसर-कर्मचारियों पर दर्ज हुआ फिरौती और अपहरण का केस
यूपी पुलिस ने मंदसौर के टीआई राकेश चौधरी, भरत चावला, सब इंस्पेक्टर वरसिंह कटारा, एएसआई कन्हैयालाल यादव और प्रदीप सिंह तोमर, प्रधान आरक्षक अर्जुन सिंह, विनोद कुमार, आरक्षक नवाज, भानु प्रताप, जितेन्द्र टांक समेत एक अज्ञात को आरोपी बनाया है। इसके अलावा ड्रग तस्करी से जुड़ी मुखबिरी करने वाले फिरोज अफीम खान पठान निवासी नारायण नगर खानपुर मंदसौर और जावेद नूर मोहम्मद शेख निवासी मंदसौर पर भी केस दर्ज किया है। इन पर आरोप है कि पुलिस ने इन्हीं के साथ मिलकर पर पूरा षड्यंत्र रचा है। इसमें राजस्थान-मध्यप्रदेश बॉर्डर के एक ड्रग तस्कर की भूमिका बताई जा रही है।
कोर्ट में महिला का बयान, बना बड़ा आधार
जेल में बंद ट्रक मालिक श्रवण कुमार की पत्नी श्यामा ने कोर्ट में कहा था कि इन पुलिसवालों की पोस्टिंग मध्यप्रदेश में है तो यूपी किसलिए आए थे। यदि इन पुलिसवालों को मालूम था कि ट्रक में अफीम है तो UP पुलिस की मदद क्यों नहीं ली गई। जब हम UP में शिकायत करने गए तो वहां की पुलिस ने हमारी रिपोर्ट ही नहीं लिखी। इसके बाद हमें कोर्ट आना पड़ा।
इंदौर, भोपाल, उज्जैन सहित सभी जगह से मांगी जानकारी
श्यामा ने इंदौर, भोपाल और उज्जैन के संभागीय पुलिस मुख्यालय को पत्र लिखकर यहां तैनात आरोपी पुलिसकर्मियों की जानकारी मांगी है। कुछ समय पहले ही इन पुलिसकर्मियों की विभागीय जांच न करते हुए अलग-अलग जिलों में पोस्टिंग की गई। हालांकि, रतलाम रेंज के डीआईजी मनोज कुमार ने पुलिसकर्मियों की वर्तमान पोस्टिंग की जानकारी और केस की जानकारी प्रदेश के गृह मंत्रालय को भेज दी है।
आरोपी टीआई ने कहा- महिला पति को बचाने के लिए झूठे आरोप लगा रही है
UP पुलिस द्वारा आरोपी बनाए गए अफसरों में शामिल शामगढ़ (मंदसौर) के टीआई राकेश चौधरी ने कहा कि आरोपी के खिलाफ 65 किलो अफीम का केस दर्ज है। इसका मूल्य करोड़ों में है। उसके बचाव के लिए आरोपी की पत्नी ने न्यायालय में आवेदन किया था, उस आधार पर केस दर्ज किया गया है। इस मामले में केंद्रीय एजेंसी NCB भी जांच कर रही है। चालान पेश हो चुका है। महिला का आरोप झूठा है कि पुलिस ने मनगढ़ंत केस बनाया था। बाकायदा वाहन भी आठ महीने से जब्ती में है।