ग्वालियर:जिले के 4 ब्लॉक के 14 क्षेत्रों में घटा सिर्फ 6 में बढ़ा, घाटीगांव में 7 मीटर तक गिरा भूजल स्तर
जल शक्ति मंत्रालय ने जारी की रिपोर्ट…
जिले के 4 ब्लॉक के 14 क्षेत्रों में घटा सिर्फ 6 में बढ़ा, घाटीगांव में 7 मीटर तक गिरा भूजल स्तर
- जल शक्ति मंत्रालय ने जारी की रिपोर्ट
- भितरवार के 5 क्षेत्रों में से 3 में बढ़ा जलस्तर
जिले में भूजल स्तर में तेजी से गिरावट आ रही है। ग्वालियर जिले में कुल 4 ब्लॉक हैं। इनमें 3 ब्लॉक ऐसे हैं, जिनके कुल 25 क्षेत्रों में से 22 में भूजलस्तर घटा है, जबकि तीन में बढ़ा है। सबसे ज्यादा स्थिति घाटीगांव की खराब है। यहां के 5 क्षेत्रों में से 4 में भूजलस्तर घटा है। खतरनाक बात यह है कि यहां भूजलस्तर लगभग 6 से 7 मीटर तक नीचे चला गया है।
ऐसे किया सर्वे: यह सर्वे भूजल सर्वेक्षण इकाई-2 के वैज्ञानिकों ने डबरा, भितरवार, घाटीगांव और मुरार ब्लॉक में किया है। इधर जल शक्ति मंत्रालय ने हाल में भूजल की साल 2022-23 की रिपोर्ट जारी कर दी है। उसमें जनवरी 2023 तक जिले में भूजल की स्थिति बताई गई है।
भूजल से जुड़े एक्सपर्ट का कहना है कि ग्वालियर के ग्रामीण क्षेत्रों में भूजल स्तर का तेजी से दोहर होने के कारण इसका स्तर हर साल कम हो रहा है। बीते 10 साल में खासतौर पर जिले के चार ब्लॉक में तेजी से भूजल स्तर में गिरावट आई है। कुछ क्षेत्रों में यह काफी नीचे चला गया है।
जिले के चार ब्लॉक में भूजल स्तर की क्या है स्थिति
चिंता की बात: बारिश हो रही है, नहीं बढ़ रहा जलस्तर
भू-वैज्ञानिक इसको लेकर चिंतित हैं कि जिले में बारिश हो रही है, लेकिन इसके बाद भी भूजलस्तर नहीं बढ़ रहा है। जिले में परन्तु पानी का ज्यादा दोहन होने से जल स्तर में कमी होती जा रही है। सैंपल कुओं के वाटर की नाप की। इनमें 80% से ज्यादा कुओं में मानसूनी बारिश के बाद भी भूजल में इजाफा नहीं हुआ। वैज्ञानिक इसे जल दोहन की श्रेणी में आंक रहे हैं।
भूजल स्तर बढ़ाने के लिए यह प्रयास करने की जरूरत
- वर्षा जल का संचयन करके भी पुनर्भरण किया जा सकता है। किसानों द्वारा ऐसी फसलें उगाई जानी चाहिए जिनमें पानी का कम से कम उपयोग हो।
- भूजल स्तर को बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका वर्षाजल को संरक्षित करने का है। समय रहते नदियों व तालाबों की सफाई भी कराई जानी चाहिए।
- भूजल का स्तर बढ़ाने के लिए हमें धरती पर हरियाली बढ़ानी पड़ेगी जिससे मिट्टी का कटाव रुकेगा। पेड़-पौधों व जंगलों को संभालकर रखना होगा। धरती का रखरखाव करके हम भूजल के स्तर को बढ़ा सकते हैं।