नौकरी दिलाने के नाम पर युवती से गन प्वाइंट पर गैंगरेप !

नौकरी दिलाने के नाम पर युवती से गन प्वाइंट पर गैंगरेप, 6 महीने बाद पकड़े गए दबंग आरोपी
गैंगरेप के तीन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी दबंग किस्म के हैं, इसलिए पीड़िता एफआईआर या पुलिस के सामने नहीं आ रही थी।

उत्तर प्रदेश: गौतमबुद्धनगर जिले के नोएडा में नौकरी दिलाने की बात कहकर युवती के साथ हथियार के बल पर गैंगरेप के मामले में सरिया और स्क्रैप माफिया समेत कुल पांच लोगों के खिलाफ सेक्टर-39 थाने में केस दर्ज हुआ है। ये केस 30 दिसंबर को दर्ज किया गया। पुलिस ने पीड़िता का मेडिकल कराते हुए 24 घंटे में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। गैंगरेप की वारदात 19 जून 2023 की है। पुलिस ने बताया कि आरोपी दबंग किस्म के हैं, इसलिए पीड़िता एफआईआर या पुलिस के सामने नहीं आ रही थी। ब्लैकमेल से परेशान होकर उसने 30 दिसंबर को शिकायत की। 

गौतमबुद्धनगर निवासी युवती ने सेक्टर-39 पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उसे नौकरी की तलाश थी। इसी दौरान राजकुमार नाम के शख्स से उसकी मुलाकात हुई। नौकरी लगवाने का झांसा देकर राजकुमार ने युवती को अपने सभी शैक्षिक दस्तावेज के साथ बरौला गांव आने को कहा। वहां पर राजकुमार और उसका साथी महेमी मिले। दोनों ने शिकायतकर्ता युवती से कहा कि रवि हमारे सर हैं। हम आपको उनसे मिलवा देंगे और वह आपकी जॉब लगवा देंगे।

नौकरी दिलवाने के बहाने गार्डन गैलेरिया ले गए

युवती ने दोनों की बात पर विश्वास कर लिया। आरोप है कि 19 जून को राजकुमार और महेमी युवती को नौकरी दिलवाने के बहाने गार्डन गैलेरिया ले गए। युवती राजकुमार और महेमी के साथ कार में बैठकर गई थी। उन दोनों ने गाड़ी पार्किंग में लगा दी। वहां पर तीन लड़के आए। तीनों का परिचय रवि, आजाद और विकास के रूप में करवाया गया। सभी के हाथों में हथियार था। आरोप यह भी है कि रवि ने शिकायतकर्ता युवती को गाड़ी में बैठा लिया और कपड़े उतारकर गलत काम किया। रवि ने घटना का वीडियो भी बनाया। विरोध करने पर आरोपियों ने कहा कि वह बहुत दबंग हैं और पैसे वाले भी। किसी से डरते नहीं हैं। अगर यह बात किसी को बताई तो घटना का वीडियो वायरल कर दूंगा।

जान से मारने की धमकी दी गई तो वह सहम गई

युवती और उसके परिवार को जान से मारने की धमकी दी गई तो वह सहम गई। इसके बाद भी आरोपियों ने युवती को ब्लैकमेल और परेशान करना बंद नहीं किया। डीसीपी हरीश चंदर ने बताया कि इस मामले में 30 दिसंबर को एफआईआर दर्ज की गई। टीमों का गठन किया गया। 31 दिसंबर की रात करीब 11 बजे के आस-पास सफेज रंग की फॉर्च्यूनर कार आती दिखी। पुलिस ने कार को घेर लिया और सरेंडर करने के लिए कहा। पुलिस ने तीन आरोपियों राजकुमार, आजाद और विकास को गिरफ्तार कर लिया। इनका एक साथी रवि फरार है। पुलिस की टीम रवि की तलाश में दबिश दे रही है।

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