पुरानी योजनाओं का नया बजट:डस्ट फ्री सड़कें, अमृत योजना और संजीवनी क्लीनिक ही बड़ी घोषणा
पुरानी योजनाओं का नया बजट:डस्ट फ्री सड़कें, अमृत योजना और संजीवनी क्लीनिक ही बड़ी घोषणा
साल 2024-25 के बजट में कोई खास नई योजना नहीं दिखाई नहीं दी। विधानसभा चुनाव से पहले प्रदेश सरकार ने जो योजनाएं गिनाई थीं, उन्हें ही महापौर ने निगम के नए बजट में शामिल कर लिया है। एक बार फिर से डस्ट फ्री सड़कों(10 किलोमीटर) का सपना दिखाया गया। वहीं पिछले बजट 2023-24 में राज्य सरकार से विभिन्न मदों में पैसा नहीं मिलने पर नए बजट में शामिल किया गया है। जहां बेहटा में नया बस स्टैंड भूमि पूजन के बाद इंतजार में है, वहीं शेष रह गई 30 संजीवनी क्लीनिक को बनाने का तय हुआ है।
मुख्यमंत्री शहरी अधोसंरचना चतुर्थ चरण में पिछली बार पैसा नहीं मिलने के बाद अबकी बार के बजट में 20 सड़कों पर 25 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सड़कों और पार्कों, पुल आदि पर 400 करोड़ रुपए से अधिक खर्च किए जाएंगे। महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट 5 करोड़ में बनाए जाएंगे। तरण पुष्कर का रिनोवेशन होगा।
साथ ही 3.5 मीट्रिक टन लेगेसी वेस्ट निपटाने का मामला शासन के पास पहुंचाने की बात कही गई है। वहीं, इस बार स्वच्छता पर 36 करोड़ रुपए की राशि खर्च करने का प्रावधान है। शहर के अंदर 25 नए उत्कृष्ट शौचालय बनाने, नए पार्किंग स्थल बनाने के लिए दो करोड़ रुपए का प्रावधान रखा है।
महापौर के बजट में नई कोई बड़ी योजना दिखाई नहीं दी। सभापति मनोज सिंह तोमर ने सभी पार्षदों से 23 फरवरी तक दावे आपत्तियां देने को कहा। परिषद को 27 फरवरी तक के लिए स्थगित कर दिया।
निगम की माली हालत दिखाने ई-रिक्शा से परिषद पहुंचीं महापौर डॉ. शोभा सिकरवार

395 करोड़ के होंगे डेवलपमेंट, 137 करोड़ पानी-सीवर पर होंगे खर्च
डेवलपमेंट: 395 करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च होगी। मुख्यमंत्री अधोसंरचना से 20 सड़कों के लिए 25 करोड़, विभिन्न योजना में सड़कों का निर्माण पर 70 करोड़, कायाकल्प में 12 सड़कों पर 18 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। 15 वें वित्त आयोग में 10 किलोमीटर डस्ट फ्री सड़कें बनाई जाएंगी। पानी निकासी के लिए 30 करोड़ रुपए का प्रावधान रखा है।
स्मार्ट सिटी: केंद्र सरकार की स्मार्ट सिटी योजना में होने वाले काम निगम करेगा। 150 करोड़ की राशि मिलेगी। इससे निगम की पीआईयू सेल विकास के काम करेगा।
गौशाला: गौशाला में भवन एवं संरचना के लिए निगम ने बटज में 22 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।
पानी-सीवर और अमृत प्रोजेक्ट: पानी की व्यवस्था 137 करोड़ रुपए खर्च होंगे। 15 वें वित्त आयोग की राशि 65 करोड़ की दी है। अमृत प्रोजेक्ट-2 में 812.93 करोड़, सीवरेज को 100 करोड़ एवं वाटर बॉडीज के लिए 5 करोड़ की राशि मिलेगी। इसमें जल प्रदाय, सीवरेज तथा वाटर बॉडीज के काम शामिल है।
बिजली विभाग: 15 करोड़ रुपए की राशि रखी है। इससे 7 करोड़ से बिजली के पोल, 2 करोड़ से पोल शिफ्टिंग, बिजली एवं प्रकाश व्यवस्था के लिए 1.50 करोड़ रुपए खर्च होंगे। साथ ही बिजली बिल शामिल है।
इन पर कम की है राशि
- 10 क्लोरीन टर्नर खरीद सहित जल उपचार संयंत्र पर राशि को 50 प्रतिशत कम कर दिया है। अब सिर्फ 50 लाख रुपए की राशि ही रहेगी। इसी तरह वाटर सप्लाई वाल्व आदि क्रय करने की राशि 1.50 करोड़ से एक करोड़ रुपए कर दी गई है।
- सड़कें एवं पुल पर आरसीसी पर खर्च होने वाली राशि को 20 करोड़ कम किया है। डामर की सड़कें और पुल पर खर्च होने वाली राशि 20 करोड़ कर दी गई है।
सभापति बोले- 23 तक मांगीं आपत्तियां, आयुक्त ने कहा- एनयूएएलएम का बजट भी बढ़ाया
अनुदान पर आधारित बजट, पार्षदाें को दावे-आपत्ति का दिया समय
निगम परिषद में बजट पेश किया गया है। बजट अनुदान पर आधारित है। उसका अध्ययन किया जाएगा। दावे-आपत्ति के लिए पार्षदों को 23 फरवरी तक का समय दिया है।
– मनोज सिंह तोमर, सभापति ननि
कमियों से भरा बजट, अध्ययन कर निगम परिषद में रखेंगे अपनी बात
बजट को सुनने के बाद लगा इसमें कई कमियां है। कांग्रेस ने महापौर के चुनावी समर में वायदे किए थे। वे पूरे नहीं हुए। बजट की कई कमियां का अध्ययन करने के बाद अपनी बात रखेंगे। –हरीपाल सिंह, नेता प्रतिपक्ष
सड़क और स्वच्छता सभी के लिए बजट में राशि रखी गई है
महापौर डाॅ. सिकरवार ने बजट पेश किया है। बजट में सड़क और स्वच्छता के लिए पैसा रखा गया है। इसके साथ ही एनयूएलएम का बजट बढ़ाया गया है।
-हर्ष सिंह, आयुक्त ननि