कप्तान का आदेश दरकिनार, स्क्वाड में चल रहे हर अफसर के खास पुलिस वाले
कप्तान का आदेश दरकिनार, स्क्वाड में चल रहे हर अफसर के खास पुलिस वाले
स्क्वाड.. पुलिसिंग में यह कितना जरूरी है, यह तो कहा नहीं जा सकता, लेकिन ग्वालियर की पुलिसिंग स्क्वाड के बिना नहीं होती। चाहे कोई थाना प्रभारी हों या फिर इनसे ऊपर बैठे पुलिस अधिकारी। हर किसी का अपना स्क्वाड है।
- कप्तान साहब- देखिये आपका आदेश भी हवा में उड़ा रहे अफसर
- स्क्वाड की कार्यप्रणाली और इनकी कार्रवाई पर लगे हैं सवालिया निशान
ग्वालियर :स्क्वाड.. पुलिसिंग में यह कितना जरूरी है, यह तो कहा नहीं जा सकता, लेकिन ग्वालियर की पुलिसिंग स्क्वाड के बिना नहीं होती। चाहे कोई थाना प्रभारी हों या फिर इनसे ऊपर बैठे पुलिस अधिकारी। हर किसी का अपना स्क्वाड है। यानी जो पुलिसकर्मी साहब के स्क्वाड में शामिल है, वह सिर्फ साहब का ही आदेश मानेगा। न तो इनके लिए कोई ड्यूटी का समय निर्धारित है, इन्हें क्या करना है, किस तरह की कार्रवाई करनी है, यह कुछ भी स्पष्ट नहीं है क्योंकि स्क्वाड खुद पुलिस अफसरों द्वारा अपनी सुविधा से बनाई गई पुलिसकर्मियों की वह टीम है, जो उनके आंख के इशारों तक को समझती है और जैसा साहब चाहते हैं- वैसा यह टीम करती है। ग्वालियर में अक्सर स्क्वाड की कार्यप्रणाली और इनकी कार्रवाई को लेकर सवालिया निशान लगते रहे हैं, कई ऐसे कारनामे भी अलग-अलग स्क्वाड के सामने आए, जिससे खाकी दागदार हुई। यही वजह है- ग्वालियर के पुलिस कप्तान धर्मवीर सिंह ने चार्ज संभालते ही पहली बैठक से लेकर लगातार थाना प्रभारियों से लेकर इनसे ऊपर बैठे पुलिस अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए थे- स्क्वाड किसी भी स्थिति में नहीं चलेंगे। पुलिस कप्तान का आदेश भी हवा में उड़ा दिया गया है, अभी भी हर थाने में स्क्वाड चल रहे हैं।
पुलिस कप्तान के आदेश- सिर्फ आसूचना संकलन में लगे कर्मचारी सादा कपड़ों में रहेंगे
एसपी धर्मवीर सिंह ने आदेश दिए हैं कि सिर्फ आसूचना संकलन में लगे कर्मचारी ही सादा कपड़ों में रहेंगे, इसके अलावा सभी वर्दी में रहेंगे। फिर भी सिर्फ मौखिक आदेश पर कई पुलिसकर्मी स्क्वाड में तैनात हैं और सादा कपड़ों में ड्यूटी करते हैं।
थानों में स्क्वाड का जलवा, चार पहिया गाड़ियों से घूमते हैं, सादा वर्दी में नजर आते हैं
थानों से लेकर अलग-अलग पुलिस अधिकारियों के जो स्क्वाड चल रहे हैं, उन स्क्वाड में शामिल पुलिसकर्मी चार पहिया गाड़ियों से ड्यूटी तो हैं। थानों से ज्यादा थाने से बाहर रहते हैं। थानों का रूटीन काम जैसे वारंट तामीली, पेशी, क्षेत्र में भ्रमण जैसा काम इन्हें छोड़कर बाकी सभी पुलिसकर्मी करते हैं, लेकिन यह सिर्फ थाना प्रभारी या जिस अधिकारी के स्क्वाड में होते हैं, उनके हिसाब से काम करते हैं। नाम न छापने की शर्त पर बोले पुलिसकर्मी, थानों में सभी समान, ड्यूटी अलग-अलग ली जा रही: नाम न छापने की शर्त पर कुछ पुलिसकर्मियों ने बताया कि स्क्वाड में शामिल पुलिसकर्मी अपनी मनमर्जी से ड्यूटी करते हैं। जबकि उनसे हर तरह की ड्यूटी ली जाती है। जब सभी समान हैं तो सभी से समान ड्यूटी क्यों नहीं ली जाती। अगर इनके खिलाफ कोई भी पुलिसकर्मी जाता है तो उसकी शिकायत अधिकारियों से कर दी जाती है। फिर थाना प्रभारी स्कवाड में शामिल पुलिसकर्मियों के कहने पर इनकी पुलिस लाइन रवानगी तक करा चुके हैं।
स्कवाड की यह कार्रवाई कटघरे में:
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- झांसी रोड थाने में चार पुलिसकर्मी स्कवाड में शामिल है। पिछले कुछ दिनों में एक के बाद एक तीन कार्रवाई ऐसी रहीं, जो कटघरे में रहीं। इन्हें लेकर थाने में ही कई चर्चाएं हैं। इसमें पेट्रोल डीजल चोरी, क्रिकेट पर सट्टे वाली कार्रवाई और चोर गैंग वाली कार्रवाई कटघरे में रही।
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- कंपू में कुछ समय पहले की गई वाहन चोरों वाली कार्रवाई कटघरे में रही। इसमें पकड़ने-छोड़ने का खेल चला।
- बिजौली थाने में स्कवाड ने चार माह पहले जुआ पकड़ा था। इसमें जुए के अड्डे से जो रकम जब्त की, उससे कम दिखाई।
स्कवाड न तो थाने में चलेंगे और न ही कोई भी पुलिस अधिकारी स्कवाड चलाएंगे। स्पष्ट निर्देश हैं, अगर कहीं भी स्कवाड चलता मिला तो सख्त कार्रवाई होगी। मैं इसे दिखवाता हूं, कहां स्कवाड अब भी चल रहे हैं।
धर्मवीर सिंह, एसपी
स्कवाड जैसी कोई व्यवस्था है ही नहीं। डीजीपी ने पूर्व में स्पष्ट निर्देश दिए थे कि कोई भी पुलिस अधिकारी या कहीं भी थाने में स्कवाड जैसी कोई व्यवस्था नहीं रहेगी। सभी पुलिसकर्मी से समान ड्यूटी लेनी हैं। अगर स्कवाड चल रहे हैं तो यह गलत बात हैं, सीधे-सीधे वरिष्ठ अधिकारियों की नाफरमानी है। स्कवाड चलाने वालों से लेकर स्कवाड में शामिल पुलिसकर्मियों पर एक्शन लिया जाएगा।
अरविंद सक्सैना, आइजी, ग्वालियर जोन