कामधेनु सरिया …..स्क्रैप से बनाते थे नंबर-दो की सरिया !
कामधेनु सरिया के डायरेक्टर की जमानत पर सुनवाई आज:स्क्रैप से बनाते थे नंबर-दो की सरिया, बिना लिखा-पढ़ी बेचा 322 करोड़ का माल
बीते कई सालों से बड़े पैमाने पर नवीन जैन सेंट्रल जीएसटी के निशाने पर थे। टैक्स चोरी की रकम अभी और बढ़ सकती है। वहीं इस मामले में आज विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कुमुदलता त्रिपाठी की कोर्ट में जमानत को लेकर सुनवाई होगी।
कई एजेंसी मालिक भी राडार पर
डीजीजीआई टीम कार्रवाई में उन लोगों को भी शामिल करने की तैयारी में है, जो इनके साथ मिलकर कारोबार करते थे। इसमें कामधेनु के एजेंसी होल्डर्स को भी शामिल किया गया है। इसके अलावा नवीन जैन के पुराने साथी कारोबारियों की भी जांच शुरू की गई है। उन पर शिकंजा कस सकता है। इसमें एक बड़े कारोबारी जैन भी शामिल हैं।
322 करोड़ की अवैध बिक्री पकड़ी गई
डीजीजीआई ने 4 दिन पहले फतेहपुर स्थित राधे-राधे इस्पात कंपनी पर छापेमारी की। यहां स्क्रैप माल को भी पकड़ा गया। यहां बड़े पैमाने पर काले कारोबार के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। यहां से टीम को 322 करोड़ रुपए की अवैध बिक्री पकड़ी गई। इस पर 52 करोड़ की कर चोरी का मामला दर्ज किया गया है। इसके पुख्ता सबूत मिलने के बाद टीम ने नवीन जैन को अरेस्ट कर लिया।
ऑफिस और घर से पर्चे हुए जब्त
डीजीजीआई लखनऊ की टीम ने यूपी-44 नंबर की गाड़ी से बुधवार रात करीब 9 बजे नवीन जैन के के-ब्लॉक किदवई नगर स्थित मकान और फजलगंज स्थित ऑफिस में छापा मारा। घर से करीब 18 फाइलें जब्त की गई। फजलगंज स्थित ऑफिस से भी बड़ी मात्रा में रिकॉर्ड और पर्चे जब्त किए गए।
ऑफिस नहीं आए कर्मचारी
बुधवार देर रात रेड के बाद गुरुवार को ज्यादातर कर्मचारी ऑफिस पहुंचे ही नहीं। ऑफिस में सन्नाटा पसरा रहा। वहीं कुछ कर्मचारी पहुंचे, लेकिन वो भी वापस लौट गए। ऑफिस के बाहर 5 से ज्यादा सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। जबकि ऑफिस के अंदर एक भी कैमरा नहीं है। सूत्रों के मुताबिक इन कैमरों का सीधा एक्सेस नवीन जैन के मोबाइल पर भी है।
नवीन के नाम 5 कंपनियां
कामधेनु प्रीमियम सरिया की राधे-राधे इस्पात, कुंदन, एक्मा और दो और कंपनियां और भी मिली हैं। इनके दस्तावेज जुटाकर भी टीम जांच कर रही है। बता दें कि नवीन जैन पर अक्टूबर 2018 में भी छापेमारी हो चुकी है। इसमें भी करीब 12 करोड़ रुपए की कर चोरी पकड़ी गई थी और करीब 125 करोड़ रुपए के सरिया का अवैध कारोबार पकड़ा गया था।
ऐसे करते थे बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी
सूत्रों के मुताबिक- नवीन जैन बड़े पैमाने पर लोहे का स्क्रैप खरीदता था। इसे पिघलाकर इंगट में बदला जाता था। फिर इसी से सरिया बनाई जाती है। अवैध तरीके से लिए गए स्क्रैप से बनी सरिया की बिक्री भी उसी तरह होती थी।
मार्केट में सरिया का रेट कुछ होता था और इनकी बिक्री का रेट कुछ और होता था। इसी पर बड़े पैमाने पर टैक्स चोरी की गई। इसका पूरा कारोबार सादे पर्चे पर होता था।
5 साल तक की सजा का प्रावधान
डीजीजीआई की तरफ से विशेष लोक अभियोजक अंबरीश टंडन ने बताया कि मामले में 5 साल से अधिक की सजा का प्रावधान है। आरोपी नवीन जैन को स्पेशल सीजेएम कुमुदलता त्रिपाठी की कोर्ट में पेश किया गया था। जहां उसे न्यायिक रिमांड में भेजा गया है।
आज लोहा कारोबारी की जमानत पर सुनवाई
लोहा कारोबारी नवीन की जमानत अर्जी विशेष मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट कुमुदलता त्रिपाठी की कोर्ट में दाखिल की गई थी। बचाव पक्ष की ओर से पहले अंतरिम जमानत अर्जी दाखिल की गई। फिर उसे वापस ले लिया गया। फिर सामान्य जमानत अर्जी डाली गई। बचाव पक्ष की ओर से नवीन को बेकसूर बताकर जमानत की मांग की गई।
विशेष लोक अभियोजक अम्बरीश टंडन ने जमानत अर्जी का विरोध किया। उन्होंने आपत्ति दाखिल करने के लिए समय मांगा। उनके मुताबिक पहले भी नवीन टैक्स चोरी के आरोप में फंस चुके है। कोर्ट ने जमानत अर्जी पर सुनवाई के लिए शुक्रवार यानि आज का दिन तय किया है।