कमला हैरिस बनेंगी अमेरिका की अगली राष्ट्रपति, इतिहासकार की भविष्यवाणी
कमला हैरिस बनेंगी अमेरिका की अगली राष्ट्रपति, इतिहासकार की भविष्यवाणी
40 साल से अनुमान लगा रहे, 10 में से 9 सच साबित हुईं
लिचमैन उन चंद लोगों में शामिल थे जिन्होंने 2016 में ट्रम्प के जीतने की भविष्यवाणी की थी। इस पर ट्रम्प ने उनकी तारीफ की थी। हालांकि बीते जुलाई में जब बाइडेन राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर हुए तो उन्होंने इस फैसले को डेमोक्रेटिक पार्टी के लिए एक बड़ी गलती करार दिया था।
डेढ़ महीने बाद अब लिचमैन के सुर बदल गए हैं। न्यूयॉर्क टाइम्स के 7 मिनट के वीडियो में उन्होंने कहा कि 5 नवंबर को होने वाले चुनाव में हैरिस की जीत तय है।
दोस्त के साथ मिलकर ढूंढ़ा भविष्य बताने वाला फॉर्मूला लिचमैन चुनाव से जुड़ी भविष्यवाणी किसी सर्वे के आधार पर नहीं करते बल्कि अपने ‘कीज टू द व्हाइट हाउस मॉडल’ के आधार पर करते हैं। इसे उन्होंने 1981 में अपने दोस्त व्लादिमीर केइलिस-बोरोक के साथ विकसित किया था।
यह मॉडल पिछले 120 साल में हुए सभी अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों के नतीजे के आधार पर तैयार किया गया था। इसके आधार पर वे अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव की 1984 से भविष्यवाणी कर रहे हैं। इस मॉडल के तहत वो उम्मीदवारों को 13 कसौटियों पर परखते हैं।
सिर्फ एक चुनाव में चूके लिचमैन
लिचमैन का कहना है कि उन्होंने 2000 के चुनाव में डेमोक्रेट प्रत्याशी अल गोर के जीत की भविष्यवाणी की थी जो सटीक नहीं रही। हालांकि तकनीकी रूप से देखा जाए को उनकी ये भविष्यवाणी भी सही थे। गोर ने उस चुनाव में पॉपुलर वोट जीता था। इलेक्टोरल वोट का फैसला अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट द्वारा किया गया था।
दरअसल, उस साल दोनों प्रत्याशियों के बीच कांटे की टक्कर हुई थी। दोनों की जीत फ्लोरिडा के परिणाम पर टिकी थी। यहां भी मामला लगभग बराबरी पर चला गया, जिसके बाद मामला कोर्ट पहुंच गया था। सुप्रीम कोर्ट ने 36 दिन के बाद 5-2 के अंतर से जॉर्ज डब्ल्यू बुश के पक्ष में फैसला सुनाया था।
लिचमैन पॉलिटकल भविष्यवाणियों के अलावा इकॉनोमी, घोटालों और विदेश नीति की नाकामी और उसकी कामयाबी का भी अनुमान लगा चुके हैं।