कानपुर में भ्रष्ट आचरण को लेकर पुलिस …. वसूली से लेकर दुष्कर्म तक के आरोप, 10 माह में 64 पर कार्रवाई…?

खास खबर: वसूली से लेकर दुष्कर्म तक के आरोप, 10 माह में 64 पर कार्रवाई…18 हो चुके है बहाल, पढ़ें पूरा मामला
Kanpur News: निलंबन व लाइन हाजिर की कार्रवाई के अलावा 28 पुलिस कर्मी ऐसे भी हैं, जिनके खिलाफ विभागीय जांच पूरी हो चुकी है। इन पर भी जल्द गाज गिर सकती है। इनके खिलाफ करीब पिछले एक साल से जांच चल रही थी।
Accusations ranging from extortion to rape, action taken against 64 in 10 months, 18 have been reinstated
दागी पुलिसकर्मी – 

कानपुर में भ्रष्ट आचरण को लेकर पुलिस इन दिनों सवालों के घेरे में है। इस बीच ऐसे पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई भी जमकर हो रही है। आंकड़ों के अनुसार पिछले 10 महीने में अबतक पुलिस कमिश्नर घूसखोरी, वसूली, चोरी, पद का दुरुपयोग करने समेत अन्य गंभीर आरोपों में घिरे 64 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई कर चुके हैं। इनमें से 36 पुलिस कर्मियों को निलंबित किया गया, जबकि 28 पुलिस कर्मियों के खिलाफ विभागीय जांच चल रही है।

वहीं,18 बहाल भी हो चुके हैं। पुलिस रिकार्ड के अनुसार इस वर्ष एक जनवरी से 21 अक्तूबर के बीच पुलिस कमिश्नर ने घूसखोरी व वसूली में लिप्त 15 पुलिस कर्मियों पर कार्रवाई हुई थी। वहीं, विवेचना में लापरवाही बरतने वाले एक इंस्पेक्टर, दो महिला दरोगा व छह अन्य दरोगा को निलंबित किया था। वहीं, ड्यूटी में लापरवाही बरतने पर दो टीआई समेत तीन पुलिस कर्मी निलंबित किए गए।

भ्रष्ट आचरण वाले इन कर्मियों पर गिरी गाज
चोरी का माल बेचने के मामले में सीपी ने हाल ही में एसओ रेलबाजार रहे विजय दर्शन शर्मा, ट्रेनी दरोगा नवीन कुमार, हेड कांस्टेबल सुभाष तिवारी, हामिल हफीज व कांस्टेबल आकाश को निलंबित कर दिया। चौकी इंचार्ज आशीष कुमार व ट्रेनी दरोगा अनुज नागर वसूली के मामले में निलंबित तो हुए। साथ ही केस दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया।

इन पर भी गिरी है गाज
इसके अलावा सब इंस्पेक्टर केशव प्रसाद, दुर्गेश प्रताप सिंह, अंकुर मलिक, दिलीप कुमार, जयवीर सिंह व आशीष कुमार, पंकज जायवाल, संकित तौगड़, टैंपो स्टैंड से वसूली के मामले में छत्रपाल सिंह, सतेंद्र सिंह, एक पक्षीय कार्रवाई करने के आरोप में शिव शंकर शर्मा, जेल जाकर सौदेबाजी करने के आरोप में प्रमोद कुमार, भैंस लदे वाहनों से वसूली करने में टीएसआई सतेंद्र सिंह पर कार्रवाई हो चुकी है।
विवेचना व काम में लापरवाही बरतने वाले पुलिस कर्मी
आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में साक्ष्य को दरकिनार कर पुलिस कर्मियों को क्लीनचिट देकर अंतिम रिपोर्ट लगाने वाले इंस्पेक्टर अनूप कुमार सिंह निलंबित किए गए थे। इसके अलावा विवेचना में लापरवाही बरतने पर इंस्पेक्टर शिव शंकर पटेल, दरोगा तेज प्रकाश सिंह, पंकज मिश्रा, अनीता वर्मा, कपिल कुमार, घनश्याम लावनिया, अनुज तिवारी, रूबी सिंह, विद्या शामिल पर भी कार्रवाई हुई। इसके अलावा टीआई धर्मवीर सरोज, मोबिन खान, दरोगा राहुल कौशिक पर काम में लापरवाही पर गाज गिरी।

दुष्कर्म और छेड़खानी का आरोप

पनकी में दुष्कर्म के आरोप में फंसे सचिन कुमार व महिला से अश्लीलता के आरोप में रेलबाजार के फेथफुलगंज चौकी प्रभारी गजेंद्र सिंह को निलंबित किया गया है।
मारपीट व अभद्र व्यवहार पर भी कार्रवाई
थाने में मारपीट व अभद्रता के आरोप में राजपाल, रेस्टोरेंट में नानवेज न देने पर मारपीट के मामले में हिमांशु व अरुण कुमार, आवेदक से मारपीट के मामले में वीरेश कुमार, शराब के नशे में महिला दरोगा के घर के बाहर हंगामा करना, आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में सतेंद्र कुमार, सूचना भंग करने में राजन मौर्या और कोर्ट द्वारा भेजे जा रहे नोटिस को उच्चाधिकारियों को अवगत न कराने पर पुलिस कार्यालय में तैनात लिपिक मौसम पुरोहित निलंबित किया गया था। हालांकि वर्तमान में वह बहाल हो चुके हैं।
28 पुलिस कर्मियों की विभागीय जांच पूरी, कार्रवाई कभी भी
निलंबन व लाइन हाजिर की कार्रवाई के अलावा 28 पुलिस कर्मी ऐसे भी हैं, जिनके खिलाफ विभागीय जांच पूरी हो चुकी है। इन पर भी जल्द गाज गिर सकती है। इनके खिलाफ करीब पिछले एक साल से जांच चल रही थी। आरोप सही पाए गए हैं। सभी पुलिस कर्मियों को चार्जशीट देकर जवाब देने का अंतिम मौका दिया गया है। इसके बाद सजा तय की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *