गाजियाबाद कोर्ट में जज-वकीलों के बीच हुई बहस और फिर दे दनादन !

गाजियाबाद कोर्ट में जज-वकीलों के बीच हुई बहस और फिर दे दनादन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद कोर्ट में वकीलों ने आज जबरदस्त हंगामा किया. मौके पर पहुंची पुलिस ने समझाने की कोशिश की तो वकीलों ने पुलिस पर पथराव करना शुरू कर दिया. इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज कर वकीलों को खदेड़ा.

गाजियाबाद कोर्ट में जज-वकीलों के बीच हुई बहस और फिर दे दनादन, पुलिस ने किया लाठीचार्ज

गाजियाबाद कोर्ट में वकीलों का हंगामा

उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद कोर्ट में मंगलवार को सुनवाई के दौरान जबरदस्त हंगामा हुआ. कोर्ट रूम में जज और वकील के बीच किसी बात पर बहस हो गई. इसके बाद कोर्ट के अन्य वकील भी वहां पहुंच गए और हंगामा करना शुरू कर दिया. सूचना पर पुलिस पहुंची ने वकीलों को पहले समझाने की कोशिश की. इसके बाद पुलिस बलपूर्वक वकीलों को हटाने लगी. पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया. वहीं, वकीलों ने भी पुलिस पर पथराव किया.

लाठीचार्ज और पथराव में कुछ वकील और पुलिसकर्मी जख्मी हो गए. जानकारी के मुताबिक, कोर्ट रूम में एक आरोपी के जमानत के मामले की सुनवाई चल रही थी. इस मामले में वकील अपना पक्ष रख रहे थे. इसी बीच, सुनवाई के दौरान किसी बात को लेकर जज और वकील में तीखी बहस होने लगी. इसके बाद मौके पर और वकील पहुंच गए और हंगामा करने लगे.

Court

हंगामा करते हुए वकीलों ने जज पर कुर्सियां फेंकीं, जिसके बाद जिला जज ने फोन करके पुलिस को बुला लिया. पुलिस की लाठीचार्ज से गुस्सा हुए वकीलों ने कचहरी की पुलिस चौकी में जमकर तोड़फोड़ भी की. नाराज वकील कोर्ट के बाहर धरने पर बैठ गए हैं और जज के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं. जानकारी यह भी मिली है कि जजों ने भी दुर्व्यवहार के खिलाफ अपना कमरा बंद कर लिया है. अब कोर्ट की कार्यवाही रोक दी गई है. जो लोग कोर्ट में अपने मामलों की सुनवाई के लिए आए थे, वह भी अभी अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं. कोर्ट परिसर में भारी पुलिसबल तैनात है.

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इस पूरे घटनाक्रम में 12 वकील और चार पुलिसकर्मी घायल हो गए. अधिकारियों ने वकीलों के हंगामे को देखते हुए अतिरिक्त पुलिसबल मौके पर बुलाया. वहीं, सूचना पर गाजियाबाद जिला कोर्ट में केंद्रीय रिजर्व पुलिस की एक टीम भी पहुंची है. इसके अलावा तीन ट्रकों से पीएसी के जवान भी पहुंचे हैं. पुलिस ने कोर्ट कैंपस खाली करा लिया है. लेकिन वकील अब भी कैंपस के बाहर डटे हैं.

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