बाजार में बिक रहा मिलावटी गुड़ ?

बाजार में बिक रहा मिलावटी गुड़:असली गुड़ की पहचान कैसे करें, सर्दी के मौसम में कितना गुड़ खाना सही है?

बीते दिनों राजस्थान के अजमेर में खाद्य सुरक्षा विभाग की टीम ने एक बाड़ेनुमा चारदीवारी में दबिश दी। वहां मिलावटी गुड़ बनाने की फैक्ट्री चल रही थी। टीम को मौके से 9000 किलो गुड़ और गुड़ में मिलाए जाने वाले पदार्थ सेफोलाइट की एक-एक किलो की 30 थैलियां मिलीं। इसके अलावा सड़े-गले गुड़ से भरे पीपे भी मिले, जो बदबू मार रहे थे।

सर्दियों के मौसम में गुड़ की डिमांड सबसे ज्यादा होती है। ऐसे में मिलावटखोर मिलावटी गुड़ बेचकर अधिक कमाई करना चाहते हैं। मिलावटी गुड़ स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक हो सकता है। इसलिए गुड़ खरीदने से पहले असली और नकली की पहचान करना बहुत जरूरी है।

 जानेंगे कि असली और नकली गुड़ की पहचान कैसे करें…

  • नकली गुड़ में किस तरह की मिलावट हो सकती है?
  • नकली गुड़ खाने से क्या हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं?

डॉ. मिश्रा, न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटेटिक्स (नई दिल्ली)

सवाल- मिलावटखोर मुनाफा कमाने के लिए गुड़ में किस तरह की चीजों की मिलावट करते हैं?

जवाब- आमतौर पर मिलावटखोर नकली गुड़ में कैल्शियम कार्बोनेट और सोडियम बाइकार्बोनेट जैसी चीजें मिलाते हैं। कैल्शियम कार्बोनेट से गुड़ का वजन बढ़ाया जाता है, जबकि सोडियम बाइकार्बोनेट मिलाने से गुड़ के रंग में निखार आता है। इसके अलावा गुड़ में शक्कर (चीनी) और सेफोलाइट नामक केमिकल की मिलावट की जाती है। सेफोलाइट से गुड़ की शेल्फ लाइफ बढ़ती है और उसे लंबे समय तक ताजा रखा जा सकता है। इस तरह के केमिकल्स से बना गुड़ खाने से कई हेल्थ प्रॉब्लम्स हो सकती हैं।

सवाल- मिलावटी गुड़ हमारे शरीर के लिए कितना नुकसानदायक है?

जवाब- गुड़ टेस्टी होने के साथ-साथ शरीर के लिए बेहद फायदेमंद होता है। यह विटामिन C, आयरन, पोटेशियम और मैग्नीशियम का अच्छा सोर्स है। इससे शरीर में इम्यूनिटी बूस्ट होती है। शरीर सर्दी-खांसी, फ्लू और दूसरी बीमारियों से बचा रहता है। हालांकि यह सभी फायदे तभी हैं, जब गुड़ पूरी तरह शुद्ध हो। उसमें किसी तरह के केमिकल की मिलावट न की गई हो। मिलावटी गुड़ फायदे की बजाय शरीर को गंभीर बीमारियां दे सकता है।

नीचे ग्राफिक में देखिए कि मिलावटी गुड़ खाना शरीर के लिए कितना नुकसानदायक है।

वाल- असली गुड़ को बनाने का पूरा प्रोसेस क्या है?

जवाब- गुड़ को गन्ने से बनाया जाता है। आइए, इन पॉइंट्स की मदद से जानते हैं कि गन्ने की कटाई से लेकर गुड़ बनाने तक का पूरा प्रोसेस क्या है।

  • सबसे पहले गन्ने की कटाई करके उसे अच्छे से धोया जाता है।
  • इसके बाद गुड़ फैक्ट्री में लगे कोल्हू में डालकर गन्ने का रस निकाला जाता है।
  • इस रस को साफ और फिल्टर किया जाता है। वेस्ट मटेरियल फेंक दिया जाता है।
  • अगले प्रोसेस में गन्ने के रस को एक बड़े बर्तन में गर्म किया जाता है। रस को उबालने के लिए आग की आंच को धीमा रखा जाता है
  • रस को गर्म करने के बाद इसमें घनत्व (Density) बढ़ाने के लिए मिट्टी के बर्तन में रखा जाता है। इससे गुड़ का रंग बदल जाता है।
  • इसके बाद गुड़ को ठंडा करने के लिए एक बड़े बर्तन में रखा जाता है।
  • ठंडा होने पर गुड़ जम जाता है। इसके बाद उसे अलग-अलग सांचे में डालकर आकार दिया जाता है और बाजार में बेचा जाता है।

सवाल- असली और नकली गुड़ की पहचान कैसे कर सकते हैं?

जवाब- गुड़ ऐसा सुपरफूड है, जो कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है।

लेकिन बाजार में बिकने वाला गुड़ मिलावटी भी हो सकता है, जो आपकी सेहत को बिगाड़ सकता है। इसलिए गुड़ खाने से पहले इसकी पहचान करना जरूरी है।

सवाल- सर्दियों में गुड़ खाने के क्या फायदे हैं?

जवाब- सर्दियों के मौसम में गुड़ खाना बेहद फायदेमंद है। इसे आप हर रोज अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। आमतौर पर गुड़ को नेचुरल स्वीटनर के रूप में जाना जाता है। इसे चीनी के मुकाबले बहुत कम प्रोसेस किया जाता है, जिससे इसमें नेचुरल न्यूट्रिएंट्स बरकरार रखते हैं।

सर्दियों के मौसम में इसका नियमित सेवन करने से खांसी-सर्दी, अपच जैसी हेल्थ प्रॉब्लम्स नहीं होती हैं। इसके अलावा गुड़ खाने के और भी कई फायदे हैं। नीचे दिए ग्राफिक से इसे समझिए।

सवाल- सर्दियों के मौसम में एक एडल्ट को कितना गुड़ खाना चाहिए?

जवाब- न्यूट्रिशनिस्ट और डाइटेटिक्स डॉ. अमृता मिश्रा कहती हैं कि सर्दियों में एक स्वस्थ एडल्ट को प्रतिदिन लगभग 10 से 15 ग्राम गुड़ का सेवन करना चाहिए। इससे अधिक मात्रा में गुड़ का सेवन करना नुकसानदायक हो सकता है। इससे शरीर पर नकारात्मक प्रभाव भी पड़ सकता है।

सवाल- क्या हर किसी के लिए गुड़ खाना फायदेमंद है?

जवाब- डॉ. अमृता मिश्रा कहती हैं कि यह बात सही है कि गुड़ खाने से शरीर को ताकत मिलती है, लेकिन कुछ हेल्थ कंडीशंस में गुड़ खाने पहले अपने डायटिशियन से सलाह जरूर लेनी चाहिए। जैसेकि-

डायबिटीज: गुड़ में सुक्रोज की मात्रा अधिक होती है। इसलिए जिन लोगों को डायबिटीज है, उन्हें गुड़ खाने से डायटिशियन से कंसल्ट करना चाहिए। इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है।

मोटापे से ग्रस्त लोग: मोटापे से ग्रस्त लोगों को भी गुड़ खाने से बचना चाहिए। दरअसल गुड़ में कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, जिससे वजन बढ़ सकता है।

स्किन एलर्जी वाले लोग: गुड़ में सुक्रोज होता है। सुक्रोज एक प्रकार का शुगर है, जो एलर्जी को बढ़ा सकता है।

पाचन समस्या वाले लोग: गुड़ में फाइबर की मात्रा अधिक होती है, जो पाचन समस्या वाले लोगों के लिए हानिकारक हो सकती है।

गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं डॉक्टर की सलाह के बिना गुड़ का सेवन नहीं करना चाहिए।

हार्ट और किडनी के मरीज: गुड़ में शुगर और कैलोरी की मात्रा अधिक होती है, जो हार्ट और किडनी डिजीज के मरीजों के लिए हानिकारक हो सकती है।

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