देश में कोरोना वायरस से चौथी मौत, पंजाब में कोविड-19 से संक्रमित मरीज ने तोड़ा दम
देश में कोरोना से चौथी मौत का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है कि पंजाब में कोरोना से संक्रमित मरीज की मौत हो गई है। इससे पहले दिल्ली, कर्नाटक, महाराष्ट्र में एक-एक मौत का मामला सामने आ चुका है। देश में गुरुवार को कोरोना से संक्रमित मरीजों की संख्या 180 तक पहुंच गई है जिसमें 15 मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई है।
पंजाब सरकार ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी के चलते 20 से अधिक लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदी लगाने के अलावा शुक्रवार आधी रात से सार्वजनिक परिवहन सेवाओं को निलंबित करने की बृहस्पतिवार को घोषणा की। सरकार ने राज्यभर में शादी समारोह स्थल, होटल, रेस्तरां, बैंक्वेट और खाना खाने के स्थानों को भी बंद करने का फैसला किया है। होम डिलीवरी और खाना पैक करा कर ले जाने वाली सेवाएं चालू रहेंगी। स्थानीय निकाय मंत्री ब्रह्म मोहिंद्र ने यहां कहा कि सार्वजनिक परिवहन बसें, टेम्पो और ऑटो रिक्शा शुक्रवार आधी रात से बंद कर दिए जाएंगे।
कोरोना वायरस की स्थिति की समीक्षा के लिए दैनिक आधार पर पंजाब सरकार द्वारा गठित सात सदस्यीय मंत्री समूह की बैठक में ये फैसले लिए गए। मंत्री समूह ने लोगों के एकत्रित होने की सीमा 20 तक कर दी है। पहले यह सीमा 50 लोगों की थी। मंत्री ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में आम लोगों का प्रवेश भी निषेध रहेगा। उन्होंने कहा कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं कक्षाओं की परीक्षाएं 31 मार्च तक स्थगित कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि सभी आयुक्तों, उपायुक्तों, पुलिस के वरिष्ठ अधीक्षकों को अपने-अपने थानों को छोड़कर न जाने के निर्देश दिए गए हैं। मंत्री ने कहा, ”सरकार किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में अलगाव वार्ड की संख्या बढ़ाई जाएगी।
कोविड का कोई भी संदिग्ध व्यक्ति न लापता हुआ न फरार ,मीडिया की रिपोर्ट गलत
पंजाब सरकार ने स्पष्ट किया है कि पंजाब में कोरोना वायरस का कोई भी मरीज़ लापता या फऱार नहीं हुआ है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने दी । उन्होंने मीडिया की रिपोटोर्ं को ग़ैरजिम्मेदार और गलत करार देते हुए खारिज कर दिया । उन्होंने कहा कि लुधियाना के सिविल सर्जन ने जिन 167 लापता लोगों का जिक्र किया था, वे कोविड -19 के संदिग्ध केस नहीं थे लेकिन इनमें विदेशी दौरा करने वाले कुछ लोग थे जिन्हें भारत सरकार की तरफ से संपर्क करने के अधूरे विवरण साझा करने के कारण ढूंढा नहीं जा सका। इन लोगों के बारे ही रिपोटेर्ं सामने आईं कि वे कोरोना के संदिग्ध मामले थे जो फऱार या लापता हो गए।
सिद्धू ने कहा कि कोरोना वायरस के फैलने के मद्देनजऱ इन सभी लोगों की दिल्ली हवाई अड्डे पर पहले ही जांच की जा चुकी है और भारत सरकार की तरफ से सभी यात्रियों की रिपोटेर्ं पंजाब सहित सभी सम्बन्धित राज्यों के साथ साझा की जाती हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिन यात्रियों में कोरोना वायरस के लक्षण पाए गए हैं, उनको प्रोटोकोल के मुताबिक एकांत में रखा गया ।
सिद्धू ने कहा कि इस मामले में भारत सरकार द्वारा साझे किये गए 335 यात्रियों के संपर्क विवरण अधूरे थे और इन यात्रियों की सूचियों को ज़िला प्रशासन के साथ साझा किया गया था और केंद्र सरकार को भी नियमित तौर पर सूचित किया गया था। इसके बाद, इनमें से 191 यात्रियों को सफलतापूर्वक संपर्क किया गया, और उनमें किसी भी तरह के कोई लक्षण नहीं पाए गए थे और निगरानी के 14 दिनों के समय को पूरा कर चुके थे।
उन्होंने स्पष्ट करते हुए कहा कि पंजाब में अब तक कोविड-19 के सिर्फ एक मामले की पुष्टि हुई है। यह यात्री इटली से आया था और इसकी अमृतसर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर जांच की गई थी और जी एम सी अमृतसर में दाख़िल करवाया गया था जिसकी स्थिति अब स्थिर है। उसके पारिवारिक सदस्यों की जांच की गई और यह नेगेटिव पाए गए। मरीज़ ने हस्पताल में 14 दिन का समय पूरा कर लिया है और इसके सैंपल आज फिर से टैस्ट के लिए लैब में भेजे गए हैं।
उनके अनुसार अब तक 7523 यात्रियों की सूची राज्य सरकार को प्राप्त हुई है और इनमें से 6083 ने निगरानी का समय पूरा कर लिया है। राज्य में जांचे गए नमूनों की कुल संख्या 117 रही, जिनमें से एक पॉज़िटिव पाए जाने के अलावा 112 के नेगेटिव पाए गए हैं। चार टैस्टों की रिपोर्ट अभी आनी है। आठ व्यक्तियों को अस्पतालों में निगरानी अधीन रखा गया है जबकि 1298 की घरों में ही निगरानी की जा रही है।