सड़क सुरक्षा समिति की बैठकें बेनतीजा… सदस्य बोले-सुझाव पर निर्णय, लेकिन सुधार नहीं करा पाए अफसर

कलेक्ट्रेट में आज फिर बैठक:सड़क सुरक्षा समिति की बैठकें बेनतीजा… सदस्य बोले-सुझाव पर निर्णय, लेकिन सुधार नहीं करा पाए अफसर

रॉन्ग साइड आते वाहन, मुख्य सड़कों को घेरे नो पार्किंग जोन में खड़ी गाड़ियां और सड़कों पर रखा दुकान-शोरूम का सामान… इन अव्यवस्थाओं के बीच बेतरतीब ट्रैफिक, जो कि शहर की सड़कों पर दौड़ने की जगह सिर्फ रेंग रहा है।

इन अव्यवस्थाओं को दूर कर ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के लिए गठित जिला सड़क सुरक्षा समिति भी सिर्फ सुझाव और निर्णय के दायरे तक सिमट कर रह गई है। खुद समिति के सदस्य कह रहे हैं कि बैठक में हमसे सुझाव ले लिए जाते हैं और फिर उन पर निर्णय भी कर लिए जाते हैं। लेकिन उन पर अमल शहर की सड़कों पर नहीं हो रहा। जिस वजह से ट्रैफिक व्यवस्था सुधरने की जगह लगातार दम तोड़ती जा रही है। अब 29 जनवरी (बुधवार) को फिर सड़क सुरक्षा समिति की बैठक होने वाली है और सदस्य अपनी इस आपत्ति को पुरजोर तरीके से उठाकर बैठक के निर्णयों को निष्कर्ष तक ले जाने की बात कह रहे हैं।

2​ मिनट के वीडियो में 38 लोग रॉन्ग साइड दिखाए, कार्रवाई कुछ नहीं

डॉ. प्रवीण अग्रवाल, अध्यक्ष चेंबर ऑफ कॉमर्स

सुझाव– शहर में ट्रैफिक जाम के हालातों में सुधार के लिए पुलिस प्वाइंट बढ़ाए जाएं। दाल बाजार से नया बाजार तक जाम की समस्या को खत्म करने के लिए हॉस्पीटल रोड तिराहा से एक हजार बिस्तर अस्पताल तक नाले पर सड़क तैयार कर ट्रैफिक डायवर्ट किया जाए। नाट्यकला मंदिर पर पार्किंग की व्यवस्था हो।

हुआ क्या- डॉ.अग्रवाल ने कहा कि दिए गए सुझावों पर बैठक में निर्णय हुआ और निर्देश भी दिए गए। लेकिन मैदानी स्तर पर अब तक कोई काम नहीं हो सके हैं। इस बात को बैठक में उठाया जाएगा, यदि अमल नहीं होना है तो बैठक भी क्यों करनी है।

दीपक अग्रवाल, सचिव चेंबर ऑफ कॉमर्स

सुझाव– चौराहों एवं तिराहों को सीसीटीवी कैमरों की जद में लाया जाए। रॉन्ग साइड आने वाले वाहनों को रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरें लगाकर उनके खिलाफ चालान की कार्रवाई शुरू की जाए। पार्किंग के लिए शहर में नए स्थान तय कर व्यवस्था बनाई जाए।

हुआ क्या- दीपक अग्रवाल का कहना है कि मैंने पिछली बैठक में अधिकारियों को वीडियो में दिखाया था कि बाड़ा रोड से पाटनकर बाजार की तरफ रॉन्ग साइड आने वालों की संख्या महज 2 मिनट में 38 थी। इसके बाद भी सुधार के लिए ठोस कदम नहीं उठे।

कौशल शर्मा, पूर्व ग्रामीण अध्यक्ष भाजपा

सुझाव– वाहन पार्किंग और हाइड्रोलिक पार्किंग ऑपरेट करने के लिए कर्मचारी लगाए जाएं। राजीव प्लाजा के बाहर दो पहिया वाहन सड़क पर खड़े होते हैं, उन्हें पार्किंग में खड़े कराने की व्यवस्था बने। शहर का ट्रैफिक सर्वे कराया जाए, ताकि कमियां सामने आएं और उन्हें दूर किया जा सके।

हुआ क्या– कौशल शर्मा का कहना है कि सिर्फ सुझाव लिए जा रहे हैं, उन पर अमल कोई नहीं कर रहा। जिसका नतीजा ये है कि ट्रैफिक व्यवस्था पूरी तरह से दम तोड़ चुकी है।

सांसद व अध्यक्ष के निर्देशों का ये हाल

  1. चार पहिया वाहनों से हूटर और काली फिल्म हटाने के निर्देश दिए। लेकिन ट्रैफिक पुलिस इसके लिए कोई अभियान चलाकर कार्रवाई नहीं कर रही। शहर में ऐसी गाड़ियां खुलेआम घूम रही हैं।
  2. जिन वाहनों की नंबर प्लेट पर कोई भी अन्य शब्द लिखा हो, तत्काल कार्रवाई करें। ऐसे वाहन दिनभर सड़कों पर घूम रहे हैं लेकिन पुलिस कार्रवाई नहीं कर रही।
  3. शहर के सभी लेफ्ट टर्न को ट्रैफिक के लिए फ्री रखा जाए। लेकिन नाका चंद्रबदनी, शिंदे की छावनी जैसे महत्वपूर्ण स्थानों पर लेफ्ट टर्न ठेले और ई-रिक्शा वालों के अतिक्रमण की चपेट में हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *