जीवाजी विश्वविद्यालय से संबद्ध 200 कॉलेजों की ..MP High Court ने EOW को दिए जांच !के आदेश

- झुंडपुरा कॉलेज घोटाले में हाई कोर्ट का सख्त रुख।
- ईओडब्ल्यू को 200 कॉलेजों की जांच के दिए निर्देश।
- जेयू में फर्जी डिग्री और छात्रवृत्ति घोटाले का खुलासा।
ग्वालियर : जीवाजी विश्वविद्यालय (जेयू) से संबद्धता प्राप्त कॉलेजों की मुश्किलें अब बढ़ गई हैं। झुंडपुरा कॉलेज के मामले में जेयू में लागू हुई धारा 52 और कुलगुरु को बर्खास्त किए जाने का प्रभाव हाई कोर्ट की ग्वालियर खंडपीठ में चल रही जनहित याचिका में देखने को मिला।
मामले की सुनवाई में जीवाजी विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया कि झुंडपुरा कॉलेज के संबंध में ईओडब्ल्यू द्वारा एफआइआर दर्ज कर ली गई है और शासन द्वारा आरोपित कुलगुरु को हटाकर नए कुलगुरु की नियुक्ति भी कर दी गई है।
फर्जी डिग्रियां बांट रहे कॉलेजइस पर याचिकाकर्ता के अधिवक्ता अवधेश सिंह भदौरिया ने हाई कोर्ट को बताया कि ईओडब्ल्यू केवल झुंडपुरा के शिवशक्ति कॉलेज के मामले की जांच कर रहा है, जबकि झुंडपुरा के जैसे ही जेयू से संबद्धता प्राप्त 200 कॉलेज हैं जो जमकर फर्जी डिग्रियां बांट रहे हैं।
प्राचार्य की फर्जी नियुक्ति
मुरार निवासी डा. अरुण शर्मा ने एक जनहित याचिका अधिवक्ता अवधेश सिंह भदौरिया के माध्यम से हाई कोर्ट में प्रस्तुत की है कि झुंडपुरा जिला मुरैना में शिव शक्ति कॉलेज के नाम से जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर से एक कॉलेज मान्यता प्राप्त बताया गया।
इसमें प्राचार्य के पद पर उनकी नियुक्ति बताई गई है, जबकि उन्होंने उक्त कॉलेज में प्राचार्य की नियुक्ति के लिए कभी भी कोई साक्षात्कार नहीं दिया और न ही उन्हें उक्त कॉलेज के संबंध में कोई जानकारी है।
200 फर्जी कॉलेज ग्वालियर चंबल संभाग में संचालितयाचिका में यह भी कहा गया कि झुंडपुरा की तरह ही जीवाजी विश्वविद्यालय से संबंधित करीब 200 फर्जी कॉलेज ग्वालियर चंबल संभाग में संचालित हैं। जो शासन से प्राप्त करोड़ों रुपये की छात्रवृत्ति का घोटाला कर लाखों छात्रों को फर्जी डिग्रियां बांट रहे हैं।