‘रमजान पर सिर्फ मुस्लिम दुकानदारों से करेंगे खरीदारी’ ?
रमजान के दौरान शॉपिंग करती महिलाएं और भोपाल में वायरल मैसेज।
- नफरती संदेशों पर शुरू हुई नेताओं की बयानबाजी
- हुजूर विधानसभा से विधायक रामेश्वर शर्मा भी बोले
- कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने पल्ला झाड़ा
भोपाल (Ramzan 2025)। रमजान का पवित्र माह शुरू हो गया है। रोजे के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर किसी तनवीर नाम की आईडी से लिखा गया कि हिंद के सभी मुस्लिम भाई-बहन को रमजान मुबारक। बस आप सभी करोड़ों मुस्लिम भाई-बहन से इतनी गुजारिश करनी है कि इफ्तार का सामान सिर्फ और सिर्फ अपने मुस्लिम भाई से खरीदें।
संदेश में आगे लिखा गया कि किसी हिंदू की दुकान या ठेले से गलती से भी इफ्तार का सामान न खरीदें। यह लोग आपको कुछ भी खिला सकते हैं नफरत में।
वहीं एक दूसरा संदेश इबरार अहमद के नाम से प्रसारित हुआ। इसमें लिखा है कि हम सबकी खुशनसीबी रमजान का मुबारक महीना आ गया है। साथियों रमजान मुबारक की खरीददारी देखकर करें।
आगे लिखा गया – खास तौर पर उन लोगों से खरीदें, जो आपकी खरीददारी से अपना रमजान और ईद खुशी के साथ मना सकें। अल्लाह रब्बुल इज्जत रमजान की बरकत से हमारे गुनाह फरमाये। आमीन। इसके अलावा एक अन्य संदेश भी प्रसारित हुआ।
नफरत फैलाने वाले इन संदेशों पर भाजपा बनाम कांग्रेस
- हिंदू-मुस्लिम में नफरत फैलाने वाले इन संदेशों से नेताओं की बयानबाजी शुरू हो गई। हुजूर विधानभा क्षेत्र के विधायक रामेश्वर शर्मा ने कहा कि देश बाबा साहब आंबेडकर के बनाए गए संविधान से चलता है।
- रामेश्वर शर्मा ने कहा- हिंदुओं को चुनौती मत दो। यदि हिंदुओं ने बायकाट कर दिया तो मुश्किल हो जाएगी। हिंदू सबको जीने का अधिकार देता है। हिंदू शेर है। अपना बदला लेना जानता है। हम चींटी को भी दाना डालते हैं और सांप को भी दूध पिलाते हैं।
- इधर शहर की मध्य विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस के विधायक आरिफ मसूद ने कहा कि नफरत फैलाने वाले संदेश किसी के व्यक्तिगत हो सकते हैं। ऐसा काम नफरत फैलाने वाले लोग ही कर सकते हैं। ऐसा कोई फैसला किसी उलेमा व किसी बड़ी तंजीम ने नहीं लिया है। ऐसे संदेश पूरी तरह से गलत हैं।