नितिन गडकरी ने बताया ऐसे होता है टोल प्लाजा पर स्कैम …42 टोल पर 120 करोड़ रुपये की अवैध वसूली.
FASTag नहीं तो कैश दो… नितिन गडकरी ने बताया ऐसे होता है टोल प्लाजा पर स्कैम
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में एक टोल प्लाज़ा पर फर्जी सॉफ्टवेयर के जरिये घोटाले का मामला सामने आया है. सरकार ने जांच समिति बनाई है, जिसने अपनी रिपोर्ट सौंप दी है. घोटाले में ईटीसी सिस्टम में कोई गड़बड़ी नहीं पाई गई पर नकद लेनदेन में अनियमितताएं मिली हैं. सरकार ने दोषी एजेंसियों पर कार्रवाई की है. भविष्य में ऐसे घोटालों को रोकने के लिए कदम उठा रही है, जिसमें फास्टैग और एएनपीआर आधारित टोलिंग सिस्टम शामिल है.

चोर चोरी से जाए, हेरा फेरी से न जाए… ये कहावत और इससे जुड़े किस्से सुने व देखे होंगे. ऐसा ही एक किस्सा सामने आया है, जहां सरकार को चूना लगाया जा रहा था. वो भी टोल प्लाजा पर. इसका खुलासा एक सवाल के जवाब में सरकार की ओर संसद में दिया गया है. सरकार ने सदन में क्या कहा, ये जानने से पहले आइए वो सवाल जान लेते हैं, जो सरकार से पूछे गए थे.
लोकसभा में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से सवाल किया गया, क्या सरकार को एनएचएआई के तहत राजमार्गों पर टोल बूथों फर्जी सॉफ्टवेयर से किए गए घोटाले की जानकारी है. अगर हां तो उसका ब्यौरा क्या है? क्या सरकार देश के सभी टोल बूथों की जांच कराने का विचार कर रही है? अब तक कितने का घोटाला हुआ है और कार्रवाई क्या की गई है?
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का है मामलायहां जिस घोटाले का जिक्र किया गया है वो उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में एसटीएफ की ओर से दर्ज एफआईआर से जुड़ा है. सरकार ने बताया कि एसटीएफ ने अत्रैला शिव गुलाम यूजर फीस प्लाजा में लगे टीएमएस (टोल मैनेजमेंट सिस्टम) सॉफ्टवेयर से जमा नकदी को गैर-फास्टैग/ब्लैक लिस्टेड फास्टैग वाहनों से अलग हैंडहेल्ड मशीनों से पैसे लेने का आरोप लगाया है. हालांकि, इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन (ईटीसी) सिस्टम में कोई उल्लंघन नहीं हुआ है.
सरकार ने मामले की जांच के लिए 3 सदस्यीय जांच समिति गठित की थी, जिसने अपनी रिपोर्ट दे दी है. 98% टोल कलेक्शन ईटीसी से होता है. सरकार ने बताया कि जब अवैध फास्टैग वाले वाहन टोल प्लाजा में प्रवेश करते हैं तो बूम बैरियर नहीं खुलता है. इससे नकद लेनदेन होता है. ऐसे में वाहन चालक को लागू शुल्क का दोगुना भुगतान करना होता है. टोल ऑपरेटर इस लेन-देन को छूट या उल्लंघन श्रेणी में घोषित कर सकता है और अवैध पॉइंट-ऑफ-सेल (PoS) मशीनों का उपयोग करके भुगतान रसीद बना सकता है.
टोल ऑपरेटर वाहनों से कैश ले रहे थेओवरलोड वाहनों से पैसे के अतिरिक्त नकद भुगतान वसूलने की भी संभावना हो सकती है, जिसका ईटीसी/टीएमएस सिस्टम में हिसाब नहीं हो सकता है. हालिया घटना से पहले की तुलना में और घटना के बाद नकद लेनदेन के प्रतिशत में इजाफा देखा गया, जो इस बात का संकेत है कि टोल ऑपरेटर उन वाहनों से नकद ले रहे हैं जिनके पास फास्टैग नहीं है या जिनके पास अमान्य/गैर-कार्यात्मक फास्टैग है.
इस घटना में एनएचएआई ने यूजर फीस एजेंसी के कॉन्ट्रैक्ट को समाप्त कर दिया गया है. एजेंसी पर एक साल का बैन भी लगाया गया है. साथ ही एसटीएफ की ओर से आपराधिक कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा एफआईआर के आधार पर 13 यूजर फीस संग्रह करने वाली एजेंसियों को भी दो साल के लिए बैन किया गया है. एनएचएआई टोल प्लाजा पर ऑडिट कैमरे लगाने पर भी विचार कर रहा है. ताकि एआई की मदद से सटीक आंकड़े सामने आ सकें.
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Toll Plaza Scam: 42 टोल पर 120 करोड़ रुपये की अवैध वसूली… आईटी इंजीनियर ने सॉफ्टवेयर से उड़ाई नियमों की धज्जियां
Toll Plaza Scam अंतरैला शिवगुलाम टोल प्लाजा समेत देश के 42 टोल प्लाजा पर 120 करोड़ से अधिक की अवैध वसूली और राजस्व चोरी मामले में चौथे आरोपित सावन लाल कुम्हावत को गिरफ्तार किया गया है। वह राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले का रहने वाला है। इससे पहले तीन अन्य आरोपितों को गिरफ्तार किया जा चुका है। जांच में कई और चौंकाने वाले खुलासे होने की उम्मीद है।

- टोल प्लाजा के घोटाले में संलिप्त चौथा मास्टर माइंड आइटी इंजीनियर गिरफ्तार
- राजस्थान में जनपद चित्तौड़गढ़ के थाना परसौली के विछोली गांव का रहने वाला है सावन लाल कुम्हावत
- लखनऊ व वाराणसी एसटीएफ के साथ लालगंज पुलिस की टीम संयुक्त मामले की तह तक जाने में जुटी
जांच के दौरान खुलेंगे और कई छिपे हुए राज

आलोक सिंह।
सॉफ्टेवयर के जरिए नियमों की उड़ती रहीं धज्जियां
अतरैला टोल प्लाजा मामले में चौथा आरोपित गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपितों की लिस्ट लंबी है। और भी लोग प्रकाश में आते हैं तो उन्हें पकड़ा जाएगा। – ओपी सिंह, एडिशनल एसपी, ऑपरेशन।
अभियुक्त आलोक सिंह द्वारा एनएचएआइ सर्वर के अतिरिक्त जिन टोल प्लाजा पर अलग से साफ्टवेयर इंस्टाल किया गया है, उनकी सूची निम्नवत है।
2- मुंगारी टोल प्लाजा प्रयागजराज उप्र
3- उमापुर टोल प्लाजा प्रयागजराज उप्र
4- अन्दी टोल प्लाजा लोहरा, आजमगढ़ उप्र (एकेसीसी कम्पनी)
5- बागपत टोल प्लाजा बागपत उप्र(एकेसीसी कम्पनी)
6- फरीदपुर टोल प्लाजा बरेली उप्र
7- पत्नीप्रतापपुर टोल प्लाजा शामली उप्र
8- अतरैला शिव गुलाम टोल प्लाजा मीरजापुर उप्र
9- नैनसार टोल प्लाजा गोरखपुर उप्र
10- चिकली टोल प्लाजा मध्यप्रदेश
11- जंगाबानी टोल प्लाजा मध्य प्रदेश
12- मोहतारा टोल प्लाजा मध्य प्रदेश (एकेसीसी कम्पनी)
13- शालीबाडा टोल प्लाजा मध्य प्रदेश।
14- शहडोल टोल प्लाजा मध्य प्रदेश
15- गहरा टोल प्लाजा मध्यप्रदेश
16- फुलैरा टोल प्लाजा जयपुर राजस्थान
17- कादीशहना टोल प्लाजा राजस्थान (एकेसीसी कम्पनी)
18- शाहपुर टोल प्लाजा राजस्थान
19- शाउली टोल प्लाजा राजस्थान कम्पनी एनुवेजन
20- मदनपुर टोल प्लाजा आसाम कम्पनी आरके जैन
21- बालाचेरा टोल प्लाजा आसाम
22- भोजपुरी टोल प्लाजा छत्तीसगढ़ कम्पनी एकेसीसी
23- महराजपुर टोल प्लाजा छत्तीसगढ।
24- मुदियापारा टोला प्लाजा छत्तीसगढ़।
25- कुम्हारी टोल प्लाजा दुर्ग छग।
26- वन टोल प्लाजा जम्मू
27- दशरखेड टोल प्लाजा महराष्ट्र
28- खानी बडे टोल प्लाजा बेलबाडी महराष्ट्र
29- मोखा टोल प्लाजा गुजरात कम्पनी एकेसीसी
30- रोहिसा टोल प्लाजा गुजरात कम्पनी एकेसीसी
31- ओखा मण्डी टोल प्लाजा गुजरात
32- कुचाडी टोल प्लाजा गुजरात
33- नवासारी टोल प्लाजा झारखण्ड
34- तुरूप टोल प्लाजा झारखण्ड कम्पनी एकेसीसी
35- तण्ड बलीधा टोल प्लाजा झारखण्ड
36- धुलाल टोल प्लाजा पंजाब
37- जिघा टोल प्लाजा पंजाब कम्पनी एकेसीसी
38- गोबारी टोल प्लाजा पश्चिम बंगाल
39- पश्चिम मदाती टोल प्लाजा पश्चिम बंगाल
40- कदली गढ़ टोल प्लाजा उडीसा
41- सनवारा टोल प्लाजा हिमाचल प्रदेष।
42- जनगाॅव टोल प्लाजा तेलंगाना।