प्रदेश भर में किसानों ने किया आंदोलन, सड़कों पर चक्का जाम कर विरोध प्रदर्शन
लखनऊ। केंद्र सरकार द्वारा पास किए गए कृषि विधेयक के विरोध में शुक्रवार को प्रदेश भर में किसानों द्वारा आंदोलन किया जा रहा है. देश के अलग-अलग जिलों में किसान सड़कों पर उतरकर आंदोलन कर रहे हैं.
भारतीय किसान यूनियन संघ सहित देश के अलग-अलग किसान संगठनों द्वारा यह आंदोलन किया जा रहा है. प्रदेश के पदाधिकारियों द्वारा कार्यकर्ताओं से अपने-अपने जिलों में प्रदर्शन किए जाने का निर्देश दिया गया है. भारतीय किसान यूनियन संघ के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं द्वारा शुक्रवार को सुबह 11 से शाम 3 बजे तक विरोध प्रदर्शन के रूप में सड़कों पर चक्का जाम किया जाएगा.
इस दौरान सड़क को पूरी तरह ब्लॉक कर किसान अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे. इस दौरान सिर्फ एंबुलेंस को जाने की इजाजत दी जाएगी. गुरुवार की रात भारतीय किसान यूनियन द्वारा चक्का जाम किए जाने के ऐलान के बाद पुलिस प्रशासन भी मुस्तैद हो गया है. पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है.
किसानों के ऐलान के बाद देर रात अधिकारियों ने भी अपनी रणनीति बनानी शुरू कर दी है. देर रात तक अधिकारियों के फोन की घंटियां घन घनाती रही. बैठक में अहम निर्णय लिए गए जिसमें पुलिस ने किसानों के प्रमुख प्रदर्शन स्थलों पर भारी पुलिस बल तैनात कर दिया है. इसके अलावा आरएएफ, पीएसी, क्यूआरटी की टीम भी तैनात की गई है. पुलिस किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए पहले ही मुस्तैद नजर आ रही है.
हाल ही में संसद के दोनों सदनों में पास हुए कृषि विधेयक को लेकर देशभर के किसान आंदोलन कर रहे हैं. शुक्रवार को भारतीय किसान यूनियन समेत सरदार वीएम सिंह के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन समेत अन्य संगठनों ने भी किसान कर्फ्यू का आंदोलन किया है. जिसमें भारी संख्या में किसानों के शामिल होने की उम्मीद जताई जा रही है. खासकर पश्चिमी यूपी में विरोध प्रदर्शन की सुगबुगाहट सबसे ज्यादा तेज दिख रही है.
किसान संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने कार्यकर्ताओं से विरोध प्रदर्शन को सफल बनाने का आह्वान किया है. आंदोलन को सफल बनाए जाने के लिए सभी कार्यकर्ताओं को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं.