नई दिल्ली: देश में रेल यात्रा और महंगी होने वाली है. सरकार जल्द ही यूजर डेवलपमेंट फीस यानी UDF में बढोत्तरी करने जा रही है. इस बढ़ोत्तरी को अगले महीने कैबिनेट से मंजूरी मिल सकती है. सूत्रों के मुताबिक अब यूजर डेवलपमेंट फीस 10 रुपए से लेकर 35 रुपए तक हो सकती है. अलग-अलग श्रेणी पर भिन्न यूजर फीस लागू होगी. यह UDF प्राइवेट स्टेशन से यात्रा करने पर ही यात्री पर लागू होगा. सूत्रों का कहना है कि UDF पांच श्रेणियों में लागू हो सकता है. AC 1 पर 35-40 रुपये, AC 2 पर 30 रुपये, AC 3 पर 25 – 30 रुपये और स्लीपर पर 10 रुपये का चार्ज लगेगा. ये भी पढ़ें- समझदारी से करेंगे Credit Card का इस्तेमाल तो होंगे कई सारे फायदे बता दें कि सरकार देश के बड़े स्टेशनों को आधुनिक और वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए पीपीपी मॉडल पर काम कर रही है. इसके तहत स्टेशन री-डिवेलपमेंट प्रोजेक्ट के तहत स्टेशन को प्राइवेट प्लेयर को सौंपा जाएगा. जहां इसके बाद उस स्टेशन री- डेवलप कर आधुनिक और तमाम यात्री सुविधाओं के साथ तैयार किया जाएगा. इसके बदले में रेलवे प्राइवेट प्लेयर को कमाई के नए नए रास्ते मुहैया करवाएगा. इसमें यूजर डेवलपमेंट फीस भी शामिल है. सरकार ने नई दिल्ली, मुम्बई सीएसटी, जयपुर, नागपुर, अहमबदाबाद, हबीबगंज, चेन्नई, अमृतसर जैसे कई स्टेशनों को इस सूची में शामिल किया है. ऐसे मे यदि आप इन रेलवे स्टेशनों से यात्रा करने के लिए जाएंगे तो आपको ये UDF चुकाना होगा. सरकार ने पिछले साल 6 नवंबर को प्राइवेट स्टेशनों के लिए RFQ मंगाया था.
लखनऊ: किसानों के मुद्दे पर आज लखनऊ में कांग्रेस ने विरोध प्रदर्शन किया तो वहीं कांग्रेस के कई बड़े नेताओं को हाउस अरेस्ट किया गया है. किसान बिल के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन के दौरान एक तरफ जहां कांग्रेस के कार्यकर्ता और पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सड़क पर थे तो वहीं मोना मिश्रा और वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रमोद मिश्रा को हाउस अरेस्ट कर दिया गया.
दबा नही सकते आवाज
कांग्रेस नेता सदन मोना मिश्रा ने कहा सरकार ने पुलिस के दम पर हमें घर मे कैद कर दिया. मेरे पिता प्रमोद मिश्रा को और मुझे प्रदर्शन में शामिल नही होने दिया गया. आज सुबह से ही कई पुलिसकर्मी घर के बाहर तैनात कर दिए गए. इतना ही नहीं हम घर से बाहर न निकल पाएं इसलिए पुलिस के कुछ अधिकारी घर के अंदर भेजे गए जो हमें बाहर नहीं निकलने दिए. मोना मिश्रा ने कहा कि लोकतंत्र में इस तरह हाउस अरेस्ट किया जाना उचित नही है.
डरने वाली नहीं है कांग्रेस
पार्टी के वरिष्ठ नेता व पूर्व कैबिनेट मंत्री प्रमोद तिवारी ने कहा कांग्रेस इस तरह हाउस अरेस्ट किए जाने से डरने वाली नहीं है. आखिर कब तक जनता की आवाज उठाने से कांग्रेस नेताओं को रोका जाएगा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के तमाम कार्यकर्ताओं ने सड़क पर आकर दिखा दिया है कि वे डरने वाले नहीं हैं. उन्होंने कहा कि किसानों के साथ बिल के नाम पर किया जा रहा अत्याचार पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी. प्रमोद मिश्रा ने कहा ये लोकतंत्र का गला घोंटने की कोशिश है जिसे प्रदेश की जनता देख और समझ रही है. 2022 के चुनाव में जनता भाजपा को जवाब देगी.