मध्य प्रदेश में व्यापम 2.0 की आहट, 8 दिनों से आंदोलन कर रहे हैं कृषि महाविद्यालय के छात्र, विधानसभा के बाहर भी हंगामा

कृषि महाविद्यालय (krishi Mahavidyalaya) के छात्र पिछले आठ दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. कृषि महाविद्यालय  के छात्रों का कहना है कि 10 और 11 फरवरी को सहायक कृषि विकास अधिकारी (Assistant agricultural development officer) और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था.

मध्य प्रदेश में व्यापम 2.0 (Madhya Pradesh Vyapam Scam) की आहट ने फिर से एक बार राजनीति गरमा दी है. व्यापम (Vyapam) द्वारा कराई गई परीक्षा में एक बार फिर से धांधली के आरोप लग रहे हैं. सहायक कृषि विकास अधिकारी (Assistant Agricultural Development Officer) और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी (Gramin Krishi Vistar Adhikari) पद के लिए हुई लिखित परीक्षा में घोटाले का आरोप लगाते हुए कृषि महाविद्यालय (krishi Mahavidyalaya) के छात्र बीते कुछ दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. इन छात्रों ने मंगलवार को कॉलेज के बाहर प्रदेश सरकार और व्यापम (Vyapam) के खिलाफ नारेबाजी की और वहीं अफसरों को पत्र लिखकर पूरे घोटाले की जांच की मांग की. मामले में विधानसभा में भी हलचल देखने को मिली. कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए. वहीं मामले में कृषि मंत्री ने जांच के निर्देश जारी कर दिए हैं.

कृषि महाविद्यालय (krishi Mahavidyalaya) के छात्र पिछले आठ दिनों से आंदोलन कर रहे हैं. कृषि महाविद्यालय के छात्रों का कहना है कि 10 और 11 फरवरी को सहायक कृषि विकास अधिकारी (Assistant agricultural development officer) और ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी के लिए लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था. आरोप है कि इसमें फिसड्डी छात्रों ने टॉप रैंक हासिल की है. आरोप है कि जिन छात्रों ने टॉप किया है वे छात्र व्यापमं घोटाले के आरोपी रह चुके हैं. जो पीएचडी के छात्र हैं, वह डेढ़ सौ से ज्यादा अंक नहीं ला सके, लेकिन इन फिसड्डी छात्रों के 200 में से 194 नंबर तक आए हैं. छात्रों का आरोप है कि ये सभी टॉप छात्र भिंड मुरैना और ग्वालियर के हैं.

इन छात्रों को लेकर है संदेह
शिवकुमार शर्मा, रोल नंबर 21098912 (194/200)
मनीष शर्मा, रोल नंबर 21099015 (192/200)
जीतेंद्र शर्मा, रोल नंबर 21098203 (188/200)
रविंद्र शर्मा, रोल नंबर 21099588 (188/2000
निवेश शर्मा, रोल नंबर 21098874 (187/200)
दीपक कुमार, रोल नंबर 21099762 (184/200)
दीपक रावत, रोल नंबर 21098597 (175/200)
संजय शर्मा, रोल नंबर 21098892 (173/200)
बलराम त्यागी, रोल नंबर 21098194 (195/200)
ये हैं संदेह के कारण
पड़ताल में पता चला कि कृषि विकास अधिकारी के पद पर नियुक्ति के लिए हुई परीक्षा में शीर्ष स्थान काबिज करने वाले उम्मीदवारों ने एक ही कॉलेज से बीएससी की है. इन्हें परीक्षा में एक जैसे मार्क्स मिले और गलतियां भी एक जैसी की. इतना ही नहीं, सभी 10 चंबल क्षेत्र के हैं और इनमें से 9 एक ही जाति के भी हैं. व्यापम ने 10-11 फरवरी को यह परीक्षा आयोजित की थी. 17 फरवरी को आंसर शीट के साथ सफल उम्मीदवारों की संभावित लिस्ट भी जारी की गई. ताज्जुब यह है कि जनरल नॉलेज की परीक्षा में सभी 10 छात्रों को एक जैसे अंक मिले. परीक्षा में शामिल होने वाले अन्य छात्र घोटाले का आरोप इसलिए भी लगा रहे हैं कि टॉपर्स की शैक्षिक पृष्ठभूमि अच्छी नहीं रही है.

विधानसभा के बाहर हंगामा
मामले में भोपाल में चल रही विधानसभा के बाहर भी हंगामा देखने को मिला. कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी और पूर्व उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी ने सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. कांग्रेस ने कहा कि सरकार भ्रष्टाचारियों का साथ दे रही है. कांग्रेस ने मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की है. आरोपों पर कृषि मंत्री कमल पटेल ने कहा कि मामले में निष्पक्ष जांच कराई जा रही है. जाहिर है कि मामला संदेहास्पद है.

उन्होंने आगे कहा कि लेकिन कांग्रेस को आरोप लगाने का अधिकार नहीं है. इनके वक्त में तो असल भ्रष्टाचार होता था. मैंने मंत्री रहते पहले भी कार्रवाई की थी. हमने व्यापम बनाकर परीक्षाओं को एक एजेंसी से कराने का काम किया था. फिलहाल ये मामला जांच के दायरे में है. जो भी दोषी पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा.

2013 में हुआ था व्यापम कांड का खुलासा
मध्यप्रदेश में जुलाई 2013 में व्यापम कांड का खुलासा हुआ था. जब इंदौर की क्राइम ब्रांच ने छापा मारकर एक होटल से परीक्षार्थियों और दलालों को गिरफ्तार किया था. इसके बाद हजारों लोगों को आरोपी बनाया गया और सैंकडों एफआईआर दर्ज भी की गईं. मामले में पूर्व शिक्षा मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा और बड़े कारोबारी तक इस केस में जेल की सलाखों के पीछे रहे. अब एक बार फिर व्यापम की साख पर उंगलियां उठ रही हैं. उम्मीद है जांच में दोषी पाए जाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *