शराब में था मिथाइल एल्कोहल इसी से पहले रोशनी गई फिर जान
ग्वालियर के महाराजपुरा इलाके में तीन लोगों की जान लेने वाली शराब, जहरीली थी। इसे मिथाइल एल्कोहल मिलाकर बनाया गया था। इसका खुलासा शनिवार को मृतकों के बिसरा जांच रिपोर्ट में हुआ है। मिथाइल एल्कोहल का उपयोग औद्योगिक कार्यों में किया जाता है।
मुरैना में मिथाइल एल्कोहल मिली शराब पीने से ही 24 लोगों की जान गई थी। बिसरा जांच रिपोर्ट से यह तो स्पष्ट हो गया कि शराब में मिथाइल एल्कोहल थी, लेकिन अभी तक पुलिस और आबकारी विभाग की टीम इसकी जड़ तक नहीं पहुंच पाई है।
मृतक प्रदीप परिहार और साथियों ने मालनपुर की देशी शराब की दुकान से शराब खरीदने की बात कही थी। इस दुकान से स्टॉक का सैंंपल भी लिया गया है जिसकी रिपोर्ट रविवार को आएगी। एसपी अमित सांघी का कहना है कि हो सकता है, ठेकेदार या दुकान पर काम करने वाले कर्मचारी ने शराब में मिलावट की हो या कहीं से मिलावटी शराब मंगवाकर दुकान पर खपाई हो, इसकी जांच की जाएगी।
मौत से पहले कहा था- मालनपुर स्थित दुकान से खरीदी थी शराब
चंदूपुरा के प्रदीप परिहार ने 31 मार्च को अस्पताल में दम तोड़ने से पहले डॉक्टर को बताया था कि वह मालनपुर स्थित शराब की दुकान से शराब खरीदकर लाया था। रवि आदिवासी के जीजा देवा और दोस्त शंभू भी पुलिस को उसी दुकान पर ले गए थे। जेएएच में शुक्रवार शाम को भर्ती हुए पवन ने भी उसी दुकान के बारे में बताया है।
पुलिस की पड़ताल में गांव के भी दो लोगों के नाम आए सामने
पुलिस की पड़ताल में चंदूपुरा और खेरिया मिर्धा के दो लोगों का नाम अवैध शराब बेचने में सामने आया है। इनके बारे में भी पड़ताल चल रही है।
जहर के समान है मिथाइल एल्कोहल
- मिथाइल एल्कोहल जहर ही है। इसे पीने से सबसे पहले आंख की रोशनी कम होना शुरू होती है । अधिक मात्रा में पी लेने से व्यक्ति की मौत हो जाती है। जो मरीज जेएएच में भर्ती हैं, उनमें से दो लोगों की रोशनी तो पहले बहुत कम थी।