Ramdev vs IMA: रामदेव का आरोप- धर्म परिवर्तन कराने वालों से जुड़े हैं IMA के तार, कुंभ को सुपर स्प्रेडर कहने वाले हैं हिंदू विरोधी

रामदेव ने आरोप लगाया है कि IMA के अधिकारियों के तार ऐसे लोगों से जुड़े हैं जो कि धर्मपरिवर्तन के लिए लोगों को उकसाते हैं.

इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) और योगगुरु रामदेव के बीच जारी आरोप-प्रत्यारोप अब काफी गंभीर होते नज़र आ रहे हैं. इस बार रामदेव (Yogguru Swami Ramdev) ने IMA पर गंभीर आरोप लगाया है कि उसके पदाधिकारियों के तार धर्मपरिवर्तन करा रहे लोगों से जुड़े हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि इंटरनेशनल फंडिंग हासिल कर रहे कुछ लोगों ने भी कुंभ को सुपरस्प्रेडर बताकर बदनाम किया. ये सरासर झूठ था, कुंभ में लोग ही नहीं आए. 99% तंबू खाली थे और अखाड़े में मुश्किल से 500 से एक हजार साधू ही मौजूद थे.

हिंदी अखबार दैनिक भास्कर को दिए इंटरव्यू में रामदेव ने कहा- डॉक्टर मुझे देशद्रोही कर रहे हैं, अगर मैं देशद्रोही हूं तो फिर देशभक्त कौन है? देशभक्त वो लोग हैं जिनके तार कन्वर्जन से जुड़े हुए हैं? जो कहते हैं कि कोरोना अच्छा है इससे कन्वर्जन भी अच्छा होगा. ये कहते हैं कोरोना के लिए दवा की जरुरत नहीं, मजहब विशेष की कृपा होगी तो सब ठीक हो जाएंगे. ऐसे कन्वर्जन, ओझा-अंधविश्वास में यकीन करने वाले लोग तो IMA के अध्यक्ष बने बैठे हैं.

कुंभ पर आरोप लगाने वाले विदेश से चंदा लेते हैं

रामदेव ने आरोप लगाया कि कुंभ को सुपरस्प्रेडर कहने वाले सभी लोगों को विदेशों से चंदा मिलता है. ये लोग हर की पौड़ी की तस्वीरें दिखाकर उसे कुंभ बता रहे हैं. ऐसा कहने वालों में हिंदू विरोधी, भारत विरोधी और सोशल मीडिया की एक लॉबी शामिल है. कुंभ में तो 99% तंबू खाली थे और अखाड़े में भी 1000 से ज्यादा साधू नहीं थे. सिर्फ 2 या तीन साधुओं की मौत हुई है. देश में 5 से 7 लाख साधू हैं उनमें से 5 की कोरोना से मौत हो गई तो कुंभ ने कोरोना फैला दिया?

IMA के डॉक्टर भी घर बैठकर कपालभाति करते हैं

रामदेव ने कहा कि एलोपेथी से जुड़े 90% डॉक्टर भी योग, आयुर्वेद से उपचार और नेचुरोपैथी से सहमत हैं. IMA में हमारे खिलाफ झंडा उठाने वाले लोग भी घर पर बैठकर कपालभाति करते हैं. जिस बयान को लेकर मुझ पर राजद्रोह का आरोप लगाया जा रहा है वो मैंने नहीं कहा है, मैं तो बस सोशल मीडिया पर आया एक मैसेज पढ़कर सुना रहा था. कोरोनिल पर रामदेव ने कहा कि WHO ने तो कोवैक्सीन को भी मान्यता नहीं दी है. वहां एक लॉबी काम करती है जिसके अनुसार ही आपको ये सब मिल पाता है.

रामदेव ने आगे कहा कि मैं एलोपेथी का विरोधी नहीं हूं लेकिन इन डॉक्टर्स को क्यों आपत्ति होती है जब मैं कहता हूं कि 90% मरीज योग, प्राणायाम और आयुर्वेद से ठीक हुए हैं. मैं उनके सामने आर्थिक ताकत नहीं हूं, फार्मा-हॉस्पिटल इंडस्ट्री और डॉक्टर्स का कारोबार कुल मिलकर 200 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का है. मैं तो उनके सामने ऊंट के मुंह में जीरे जितना भी नहीं हूं. लेकिन मेरे पास सच की ताकत है और वे लोग अब मुझे दबा नहीं सकते.

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