प्रशासन की कार्रवाई:पिता होम्योपैथी डॉक्टर और बेटा कर रहा बीडीएस की इंटर्नशिप, दोनों एलोपैथी से इलाज करते मिले

  • फेबीमैक्स टेबलेट की जांच करने पहुंचे ड्रग इंसपेक्टर ने बानमोर के कुंजबिहारी अस्पताल से जब्त की लाइफ सेविंग ड्रग

फेबीमैक्स टेबलेट की जांच करने मंगलवार को बानमोर पहुंचे ड्रग इंसपेक्टर देशराज सिंह को कुंजबिहारी अग्रवाल अस्पताल के नाम से एक ऐसा क्लीनिक संचालित मिला जिसके दाेनों चिकित्सक डॉ. विष्णु अग्रवाल व उनका बेटा डाॅ. करन अग्रवाल अयोग्य होने के बाद भी एलोपैथी का इलाज करते पाए गए। 3 घंटे की जांच के बाद डीआई ने क्लीनिक पर उपलब्ध लाइफ सेविंग ड्रग जब्त कर उनके नमूने जांच के लिए भोपाल भेजे हैं।

जानकारी के मुताबिक, बानमोर में हाईवे पर कुंज बिहारी अग्रवाल अस्पताल के नाम से 4 बेड का एक पुराना क्लीनिक है। इस क्लीनिक के एक चिकित्सक डा. करन अग्रवाल के नाम से फेबीमैक्स टेबलेट 400 एमजी की 12 स्ट्रिप का बिल ग्वालियर में महादेवा मेडिकल एंड सर्जीकल पर कटा होना पाया गया। मंगलवार की पूर्वाह्न 11 बजे ड्रग इंसपेक्टर देशराज सिंह कोरोना के इलाज में दी जाने वाली फेबीमैक्स टेबलेट की जांच करने वहां पहुंचे तो क्लीनिक के मालिक डा. विष्णु अग्रवाल (बीएचएमएस) ने डीआई को जांच करने में सहयोग नहीं किया। इस हाल में ड्रग इंसपेक्टर की सूचना पर बानमोर पुलिस के चार जवान इस क्लीनिक पर पहुंचे तब डेढ़ घंटे बाद पड़ताल शुरू हाे सकी।
बिना डिग्री के कर रहे एलोपैथी पद्धति से इलाज
ड्रग इंसपेक्टर देशराज सिंह ने जांच के दौरान पाया कि कुंज बिहारी अग्रवाल अस्पताल में एक मरीज भर्ती है और डा. विष्णु अग्रवाल उसका एलोपैथिक दवाईयों से इलाज कर रहे हैं। जबकि उनकी योग्यता होम्योपैथ पद्धति से इलाज करने की है। इसी क्लीनिक पर डा. करन अग्रवाल भी मरीजों का इलाज करते हैं। करन दंत रोग में बीडीएस डिग्री लेकर इस समय इंटर्नशिप कर रहे हैं। पड़ताल में उजागर हुआ कि दोनों ही चिकित्सक एलोपैथी पद्धति से इलाज करने के लिए अधिकृत नहीं हैं फिर भी 4 बेड का अस्पताल चला रहे हैं।

लाइफ सेविंग ड्रग पकड़ी
जांच के दौरान इस प्राइवेट क्लीनिक पर मरीजों को इमरजेंसी में दिए जाने वाले हाई एंटीबायोटिक इंजेक्शन व बच्चों के सस्पेंशन बड़ी मात्रा में रखे मिले। उन्हें जब्त कर लिया गया। एक मरीज को भर्ती कर इलाज किया जा रहा था लेकिन डा. अग्रवाल ने उसे पुलिस के आने के साथ ही भगा दिया।
गंभीर मामला, कड़ी कार्रवाई करेंगे
^बानमोर के प्राइवेट क्लीनिक में दो डॉक्टर अंग्रेजी दवाईयों से मरीज का इलाज करते पाए गए। उनके क्लीनिक से ड्रग इंसपेक्टर ने लाइफ सेविंग ड्रग भी जब्त की हैं। यह गंभीर मामला है इसमें कड़ी कार्रवाई तय की जाएगी।
नरोत्तम भार्गव, एडीएम मुरैना

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