जिन नर्सिंग कॉलेजाें ने तैयार नहीं किए तीस बेड उनके लायसेंस हाेंगे रद्द, भवन भी ताेड़े जाएंगे

 शहर के 32 नर्सिंग कॉलेज को एक माह में तीस ऑक्सीजन बेड तैयार करने के लिए दिया गया समय पूरा हो चुका है। जिन अस्पतालों ने तीस बेड तैयार नहीं किए उनके लायसेंस रद्द करने के साथ ही कॉलेज के भवन को भी तोड़ने की कार्रवाई की जाएगी। नर्सिंग कॉलेज के अस्पतालों में ऑक्सीजन बेड के साथ डाक्टर व स्टाफ की उपलब्धता को लेकर सोमवार को अपर कलेक्टर आशीष तिवारी ने बैठक ली। बैठक में तीन नर्सिंग कॉलेज के संचालक अनुपस्थित रहे, इन कॉलेजाें काे नोटिस जारी किया गया। जबकि दो नर्सिंग कॉलेज में 30 ऑक्सीजन बेड की उपलब्धता न मिलने पर प्रशासकीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए। बाकी के अस्पतालों को जल्द से जल्द साधन संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। सीएमएचओ डा मनीष शर्मा ने बताया कि नर्सिंग कॉलेज के अस्पताल संचालकों की बैठक बुलाई गई थी। बैठक में अपर कलेक्टर आशीष तिवारी ने टाइम हॉस्पिटल और नेचर हॉस्पिटल में अपूर्ण व्यवस्था मिलने पर प्रशासकीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। टाइम अस्पताल में 30 ऑक्सीजन बेड निरीक्षण के दौरान नहीं मिले थे। एडीएम ने सभी 32 नर्सिंग कॉलेजों को निर्देश दिए गए कि 30 ऑक्सीजन बेड, तीन बेड पर एक नर्सिंग स्टाफ और तीन एमबीबीएस डाक्टर 24 घंटे उपलब्धता सुनश्चित करें। इसके साथ ही विषय विशेषज्ञ और एक तिहाई आइसीयू बेड निर्मित किए जाएंं, अन्यथा कार्रवाई के लिए तैयार रहें। बैठक में रामश्री अस्पताल, प्राची हॉस्पिटल और प्रखर अस्पताल के प्रतिनिधि शामिल नहीं हुए । जिसको लेकर तीनों अस्पतालों को कारण बताओ नोटिस थमाया गया है। गौरतलब है कि इन अस्पतालों को एक माह का समय दिया गया था। इस एक माह के समय में इन्हें तीस ऑक्सीजन बेड तैयार करने के साथ डाक्टर व स्टाफ की उपलब्धता कराते हुए प्रशासन को दिखानी थी। लेकिन यह अस्पताल ऐसा नहीं कर सके। जब प्रशासकीय अफसरों ने कुछ अस्पतालों का निरीक्षण किया ताे वहां पर तीस बेड नहीं मिले। अब अस्पताल बेड की उपलब्धता कराएंगे तो एसडीएम स्तर के अधिकारी उसका निरीक्षण करेंगे

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