श्योपुर में हालात पर काबू नहीं कर पाने पर कलेक्टर-एडीएम और एसपी को हटाया, केंद्रीय मंत्री की गाड़ी पर पीड़ितों ने फेंका था कीचड़

ग्वालियर-चंबल अंचल में आई बाढ़ के बाद प्रदेश सरकार ने पहली बड़ी कार्रवाई की है। श्योपुर में हालातों पर तत्काल नियंत्रण नहीं कर पाने और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के वाहन पर कीचड़ फेंकने के मामले में कलेक्टर राकेश कुमार श्रीवास्तव और एसपी संपत उपाध्याय काे रविवार को हटा दिया गया है। कुछ घंटे बाद श्योपुर ADM रूपेश उपाध्याय को उनके पद से हटाया गया है।

श्योपुर के नए कलेक्टर 2013 बैच के IAS शिवम वर्मा होंगे। शिवम वर्मा अभी ग्वालियर नगर निगम में आयुक्त हैं, जबकि अनुराग सुजानिया को श्योपुर का नया एसपी बनाया गया है। त्रिभुवन नारायण सिंह को श्योपुर के नए ADM होंगे। रविवार सुबह भोपाल से तबादला के आदेश जारी हो गए हैं। जिन जिलों में बाढ़ ने तबाही मचाई है अभी वहां इस तरह की और भी कार्रवाई देखने को मिल सकती है।

सामान्य प्रशासन विभाग से जारी आदेश।
सामान्य प्रशासन विभाग से जारी आदेश।

अंचल में बाढ़ की तबाही की शुरुआत श्योपुर जिले से हुई थी। सबसे पहले नदियों के पानी ने यहां तबाही मचाई थी। यहां यह हालात थे कि 1 से 2 मंजिल मकान पानी में डूब गए थे। इसके बाद बाढ़ और उफनती नदियों ने शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया में तबाही मचाई। बाढ़ आने के 6 दिन बाद भी सबसे ज्यादा हालत श्योपुर के खराब हैं। यहां लोग खाने-पीने के सामान के लिए परेशान हो रहे हैं।

शनिवार केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर जब श्योपुर के दौरे पर पहुंचे थे तभी भी बड़े स्तर पर प्रशासनिक और पुलिस की लापरवाही सामने आई थी। केन्द्रीय मंत्री पर लोगों का गुस्सा फूटा था। गुस्से में लोगों ने मंत्री की गाड़ी तक पर कीचड़ फेंक दिया था।

रविवार को सामान्य प्रशासन विभाग से जारी सूची में श्योपुर कलेक्टर के तबादला कर उनको उप सचिव मध्य प्रदेश शासन बनाया गया है, जबकि 2013 बैच के IAS और अभी नगर निगम ग्वालियर के आयुक्त शिवम वर्मा को श्योपुर कलेक्टर बनाया गया है। वहीं अनुराग सुजानिया ग्वालियर में AIG (महिला अपराध) थे जबकि संपत उपाध्याय को पुलिस मुख्यालय भोपाल AIG बनाकर भेजा गया है।

जल्द आ सकते हैं और भी नाम

बाढ़ आने के बाद यह प्रशासनिक स्तर पर गाज गिरने की पहली बड़ी कार्रवाई है। सूत्रों की मानें तो डैम से पानी छोड़ने की सूचना देना। सूचना मिलने के बाद उसे गंभीरता से न लेना। साथ ही बचाव कार्य को गंभीरता से न लेकर हंसी मजाक करने वाले प्रशासनिक, पुलिस व अन्य विभाग के अफसरों की सूची तैयार हो गई है। जल्द सरकार इन पर एक्शन लेने वाली है।

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