Delhi: जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में ‘आतंकवाद रोधी’ कोर्स की मंजूरी पर विवाद, शिक्षक और छात्रों के एक ग्रुप ने जताई नाराजगी
आतंकवाद रोधी कोर्स पर हो रहे विवाद के बीच जेएनयू (JNU) के वाइस चांसलर एम जगदीश कुमार ने कहा कि कोर्स के बारे में और इसके एजुकेशन पॉइंट को जाने बिना बेवजह विवाद खड़ा किया जा रहा है
दिल्ली की जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (JNU) में नए आतंकवाद रोधी कोर्स को मंजूरी दे दी गई है. एग्जीक्यूटिव काउंसिल की तरफ से कोर्स को मंजूरी दिए जाने के बाद स्टूडेंट्स और टीचर्स का एक ग्रुप में इस बात से खास नाराजगी है. ये लोग इस सिलेबस के कंटेंट की आलोचना कर रहे हैं. बता दें कि एग्जीक्यूटिव काउंसिल ने गुरुवार को आतंकवाद रोधी कोर्स (Terrorism Course) को मंजूरी दी थी. जिसके बाद से इसका विरोध किया जा रहा है.
जेएनयू के टीचर्स और स्टूडेंट्स का एक ग्रुप (JNU Teachers-Students) इस कोर्स के बिल्कुल खिलाफ है. उनका आरोप है कि जिहादी आतंकवाद कट्टरपंथी धार्मिक आतंकवाद का एक रूप मात्र है. वहीं कोर्स में दावा किया गया है कि सोवियत संघ और चीन में कम्युनिस्ट शाशन आतंकवाद के राज्य- प्रायोजक थे. उन्होंने ही कट्टरपंथी इस्लामी राज्यों पर अपना प्रभाव डाला. वहीं आतंकवाद रोधी कोर्स पर हो रहे विवाद के बीच जेएनयू के वाइस चांसलर(JNU VC) एम जगदीश कुमार ने कहा कि कोर्स के बारे में जाने बिना इसके एजुकेशन पॉइंट को जाने बिना ही विवाद किया जा रहा है.
‘विभाजन विभीषिकता स्मृति दिवस’ मनाने को मंजूरी
इसके साथ ही काउंसिल की तरफ से हर साल 14 अगस्त को ‘विभाजन विभीषिकता स्मृति दिवस’ मनाने को भी मंजूरी दे दी गई है. जेएनयू की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि कार्यक्रमों का आयोजन कर युवाओं को विभाजन की तकलीफ के बारे में पढ़ाया जाएगा. उन्हें बताया जाएगा कि इस तरह से विभाजन के समय लाखों भारतीयों की जान चली गई थी. यूनिवर्सिटी ने कहा कि हल साल सेमिनार, वेबिनार, एग्जीबिशन के माध्यम से स्टूडेंटेस को विभाजन के बारे में घटनाओं की सही जानकारी दी जाएगी.
विभाजन की हिंसक घटनाओं की देंगे जानकारी
जेएनयू ने अपने बयान में ये भी कहा है कि विभाजन की विचारधाराओं, विचारधाराओं से रिलेटेड ऐतिहासिक चरणों के साथ ही बंटबारे की हिंसक घटनाओं, एक सभ्यता का खत्म होना, देश का बंटवारा राष्ट्रीय आघात की तरह होना समेत तमाम बातों पर एक बार फिर से विचार किया जाएगा. बता दें कि 17 अगस्त को हुई बैठक में जेएनयू एकेडमिक काउंसिल ने आतंकवाद रोधी कोर्स समेत 3 नए कोर्सों को मंजूरी दी थी. इसमें आतंकवाद का मुकाबला, असममिकत संघर्ष और प्रमुख शक्तियों के बीच सहयोग की रणनीति शामिल है.
बता दें कि गुरुवार को हुई बैठक में एग्जीक्यूटिव काउंसिल में तीन कोर्सों को मंजूरी दी गई थी. वहीं कैंपस को फिर से खोलने पर भी सवाल किया गया. जिसके बाद कहा गया कि चरणबद्ध तरीके से सीमित कैंपस को खोलने पर दिशा-निर्देश तैयार किए जाएंगे. इसके साथ ही बाबा साहेब अंबेडकर के जन्मदिन के मौके पर 14 अप्रैल को महापरिनिर्वाण दिवस को भी मंजूरी दी गई है.