अखिलेश यादव ने किया किसान महापंचायत का समर्थन, कहा- ये बीजेपी के खिलाफ जनमत की लहर है
अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि कल पश्चिमी उप्र में एक तरफ़ किसानों की और दूसरी तरफ़ पूर्वी यूपी में शिक्षकों और आम जनता की अभूतपूर्व एकजुटता ने दिखा दिया है कि बीजेपी की दमनकारी, विभाजनकारी, दंभी सत्ता अब कभी वापस नहीं आएगी.
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) का समर्थन किया है. अखिलेश यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि कल पश्चिमी उप्र में एक तरफ़ किसानों की और दूसरी तरफ़ पूर्वी यूपी में शिक्षकों और आम जनता की अभूतपूर्व एकजुटता ने दिखा दिया है कि बीजेपी की दमनकारी, विभाजनकारी, दंभी सत्ता अब कभी वापस नहीं आएगी.
अखिलेश ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि, ये बीजेपी के कहर के ख़िलाफ़ जनमत की लहर है. उन्होंने कहा कि बीजेपी खत्म हो चुकी है जनता को अब बीजेपी का साथ नहीं चाहिए.
‘यह परिवर्तन की आवाजे हैं जो उठ रही हैं’
इससे पहले रविवार को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भदोही की एक सभा में किसान महापंचायत का समर्थन करते हुए कहा कि ”उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में लाखों किसान बीजेपी के खिलाफ हुंकार भर रहे हैं तो भदोही में शिक्षक, बुनकर, नौजवान बहुत बड़ी तादाद में एकत्र हैं.
अखिलेश यादव ने कहा कि, यह परिवर्तन की आवाजे हैं जो उठ रही है. बीजेपी का सत्ता से बेदखल होना तय है. समाजवादी पार्टी की 2022 के चुनावों में बहुमत से जीत होगी. समाजवादी सरकार बनने पर किसानों- बुनकरों को बिजली की सुविधा मिलेगी और नौजवानों के रोजगार का इंतजाम होगा.”
महापंचायत में हिन्दू-मुस्लिम साम्प्रदायिक सौहार्द सराहनीय: मायावती
बीएसपी सुप्रीमो मायावती ने किसान महापंचायत को लेकर ट्वीट कर कहा कि, यूपी के मुजफ्फरनगर जिले में कल हुई किसानों की जबरदस्त महापंचायत में हिन्दू-मुस्लिम साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए भी प्रयास अति-सराहनीय हैं. मायावती ने कहा कि, इससे निश्चय ही सन 2013 में सपा सरकार में हुए भीषण दंगों के गहरे जख्मों को भरने में थोड़ी मदद मिलेगी किन्तु यह बहुतों को असहज भी करेगी.
उन्होंने कहा कि, किसान देश की शान हैं तथा हिन्दू-मुस्लिम भाईचारा के लिए मंच से साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए लगाए गए नारों से बीजेपी की नफरत से बोयी हुई उनकी राजनीतिक जमीन खिसकती हुई दिखने लगी है. मायावती ने कहा कि, मुजफ्फरनगर ने कांग्रेस व सपा के दंगा-युक्त शासन की भी याद लोगों के मन में ताजा कर दी है.