ग्वालियर पहले अल्टीमेटम देकर गए थे अब बचाव करते नजर आए…:सड़कों को लेकर मंत्रियों के तेवर हुए ढीले, प्रभारी मंत्री सिलावट बोले- बारिश हो गई थी इसलिए काम रूक गया था, ऊर्जामंत्री तोमर बोले- आज चार गड्ढे भी दिख रहे हैं
- अफसरों को सड़क पर पेच रिपेयरिंग करने के दिए निर्देश
ग्वालियर में सड़क और उसमें गड्ढे को लेकर प्रदेश सरकार के दो मंत्रियों के तेवर ढीले नजर आ रहे हैं। पिछले महीने जब प्रभारी मंत्री ग्वालियर आए थे तो तेवर भी तीखे थे। प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने साफ शब्दों में कहा था कि 10 दिन के अंदर सड़कों को ठीक करें। मैं आऊंगा तो खुद जाकर देखूंगा, लेकिन अब उससे भी ज्यादा खराब सड़क देखकर वह अफसरों का बचाव करते नजर आए हैं। खुद ही बोले हैं कि बीच में बारिश हो गई थी, इसलिए काम रूक गया था। इतना ही नहीं अफसरों को सख्त निर्देश देने की बात तक कर रहे हैं। ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने तो हद ही कर दी। मीडिया से यहां तक पूछ लिया कि आज चार गड्ढे सड़क पर दिख रहे हैं। सन 2002-03 में जब गड्ढे ही सड़क होते थे तब कोई नहीं बोलता था। जब ऊर्जामंत्री से पूछा कि कब तक ठीक हो जाएंगी सड़कें तो उनका कहना था आखे देखते जाइए।
जिले के प्रभारी और जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट रविवार को ग्वालियर प्रवास पर आए हैं। पिछले महीने जब वह ग्वालियर आए थे तो शहर की सड़कों को लेकर काफी नाराज नजर आए थे। इतना ही नहीं अफसरों को फटकार लगाते हुए 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था। कहा था 10 दिन बाद वापस आऊंगा तो सड़के अच्छी मिलनी चाहिए। नगर निगम को पेच वर्क करने के लिए भी कहा था। साथ ही गुणवत्ता का पूरा ध्यान रखने के निर्देश भी दिए थे। पर अभी रविवार को वापस लौटे तो प्रभारी मंत्री सिलावट, ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के सुर बदले हुए थे। अब सड़कों पर गुस्सा नहीं बल्कि बारिश को इसके लिए जिम्मेदार ठहरा रहे हैं। प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने गोला का मंदिर से फूलबाग चौराहा, शिंदे की छावनी उरवाई गेट और सेवानगर तक सड़कों की हालत देखी और गड्ढों को देखा।
एक जगह रूककर प्रभारी मंत्री सिलावट और ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने सड़क से पेचवर्क मटेरियल उठाकर भी देखा। मंत्री को सड़क पर बड़े बड़े गड्ढे दिखाई दिए उनकी गाड़ी भी इन्हीं गड्ढों में से होकर निकली। मंत्री ने दाएं बाएं देखा और लेकिन कुछ बोले नहीं और जब मीडिया ने उनसे इसपर सवाल किया तो कहा कि प्रभारी मंत्री ने अधिकारियों को जल्द कार्य पूरा करने का आदेश दिया है। बरसात होने के कारण सड़क का कार्य बंद किया गया था। जिस कारण सड़क को ठीक करने में समय लगेगा। वहीं जब ऊर्जा मंत्री प्रद्युमन सिंह तोमर से उनके क्षेत्र में सड़कों की हालत को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आज सड़क में 4 गड्ढे हो जाते हैं तो दिखते हैं। पहले जब गड्ढे में सड़क होती थी। 2002 और 2003 की बात करे तो गड्ढे बहुत होते थे। एक पत्रकार साथी के द्वारा बताया गया कि 2002 और 2003 में भी आप प्रतिनिधि थे तो उन्होंने तत्काल कहा कि उस समय भी आवाज उठा कर काम कराने के लिए सबसे आगे रहता था और आज भी।
क्या बोले प्रभारी मंत्री
– प्रभारी मंत्री तुलसी सिलावट ने कहा कि अधिकारियों को जल्द कार्य पूरा करने का आदेश दिया गया है। बरसात होने के कारण सड़क पर पेचवर्क का कार्य बंद किया गया था। जिस कारण सड़क को ठीक करने में समय लग रहा है। शाम को भी पूरे मामले की समीक्षा कर रहा हूं। अफसरों को जल्द सड़कें ठीक करने के निर्देश दिए हैं।
ऊर्जामंत्री भी कुछ नहीं बोल सके
– ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा कि आज सड़क में 4 गड्ढे हो जाते हैं तो दिखते हैं। पहले जब गड्ढे में सड़क होती थी तो कोई कुछ नहीं कहता था। वर्ष 2002-03 की बात करे तो गड्ढे बहुत होते थे। मैं खुद प्रभारी मंत्री के साथ सड़कों के निरीक्षण करने के लिए गया था। अभी आप देखिए जल्द कितनी अच्छा होने वाली हैं।
एयरपोर्ट का विस्तार मील का पत्थर साबित होगा
– ग्वालियर एयरपोर्ट के विस्तार और आलू अनुसंधान केन्द्र की जमीन के मिलने के बाद विकास के सभी द्वार खुल जाएंगे। यह विस्तार की पहल ग्वालियर के विकास में मील का पत्थर साबित होगी। यह एक संयुक्त प्रयास का परिणाम है। क्योंकि केन्द्रीय नागरिक विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ग्वालियर के हैं और दोनों के प्रयास के बाद यह प्रयास सफल हो सका है। यह बात रविवार दोपहर जिले के प्रभारी और जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट ने एयरपोर्ट के विस्तार के लिए प्रस्तावित जमीन को देखने के बाद कही है। प्रभारी मंत्री सिलावट रविवार दोपहर ही ग्वालियर प्रवास पर आए हैं। सबसे पहले वह एयरपोर्ट विस्तार के कार्यक्रम की समीक्षा करने पहुंचे हैं। इस अवसर पर उनके साथ ऊर्जामंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर, भाजपा महानगर अध्यक्ष कमल माखीजानी, ग्रामीण अध्यक्ष कौशल शर्मा व अन्य जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारी मौजूद रहे।