114km हाईवे पर सिर्फ भिंड में ही 13 एक्सीडेंटल स्पॉट:हाईवे-719 पर हर साल 300 से ज्यादा हादसे, वजह- 10 मीटर चौड़ी रोड पर गाड़ियों का लोड ज्यादा; आज 7 की मौत
ग्वालियर से इटावा को जोड़ने वाले हाईवे-719 पर पर अकेले भिंड जिले की सीमा में ही 13 एक्सीडेंटल स्पॉट हैं। यहां अक्सर हादसे होते रहते हैं। स्टेट हाईवे अथॉरिटी के आंकड़ों की मानें तो इस हाईवे पर हर साल 300 से ज्यादा हादसे हो रहे हैं। ग्वालियर से इटावा तक इस हाईवे की लंबाई 114 km है। सड़क की चौड़ाई 10 मीटर है। 17 से 22 हजार वाहन हर रोज गुजरते हैं। हाईवे पर कम स्पेस और गाड़ियों का ज्यादा होना हादसों की मुख्य वजह है।
स्टेट हाईवे अथॉरिटी हाईवे को चौड़ा करने के लिए प्रस्ताव बनाकर दे चुका है। स्थानीय जनप्रतिनिधिया से लेकर कलेक्टर तक को ज्ञापन दिए जा चुके हैं। मिनिस्ट्री ऑफ हाईवे डिपार्टमेंट की ओर से कोई रिस्पॉन्स नहीं मिला है। स्टेट हाईवे अथॉरिटी के ऑफिसर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर तक से मुलाकात कर चुके हैं।
हाईवे को 30 मीटर चौड़ा होना चाहिए
इस हाईवे की चौड़ाई वाहनों की क्षमता के मुताबिक 30 मीटर होनी चाहिए। इसके बाद सॉल्डर (किनारा) और अन्य रास्ते बनाए जाएं। वर्तमान में इस मार्ग की चौड़ाई कम है। सड़क किनारे गांव के सीधे रास्ते जुड़े हैं। हाईवे पर बने ढाबों और उनके किनारे खड़े होने वाले ट्रक व दूसरे वाहन भी हादसे की वजह बन रहे हैं।
स्टेट हाईवे अथॉरिटी के सीनियर ऑफिसर अमित सिंह ने बताया कि यह हाईवे की चौड़ाई कम है और वाहनों का लोड अधिक है। इसलिए हर साल 300 से ज्यादा सड़क दुर्घटना में लोगों की मौत हो रही है। इस मामले में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात कर अपनी बात रख चुके हैं।