गोरखपुर मनीष हत्याकांड ,,,, फरार चल रहे तत्कालीन थानेदार समेत छह पुलिस कर्मियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित, खाकी वाले हत्यारोपियों का सुराग नहीं लगा पा रही पुलिस
गोरखपुर में रियल इस्टेट कारोबारी मनीष गुप्ता की पीट-पीट कर हत्या करने के मामले में कानपुर डीसीपी साउथ ने थानेदार समेत छह पुलिस कर्मियों पर 25-25 हजार का इनाम घोषित किया है। इनकी सूचना देने वाले की पहचान पूरी तरह से गोपनीय रखी जाएगी। मनीष हत्याकांड के बाद से सभी पुलिस कर्मी फरार चल रहे हैं। इन सभी के खिलाफ गोरखपुर रामगढ़ताल थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज है। एसआईटी पूरे मामले की जांच कर रही है।
फरार पुलिस कर्मियों को पकड़ना हो खाकी के लिए कड़ी चुनौती
कानपुर की डीसीपी साउथ रवीना त्यागी ने बताया कि गोरखपुर के कृष्णा होटल पैलेश में 27 सितंबर की रात को कानपुर बर्रा निवासी कारोबारी मनीष की पुलिस की पिटाई से मौत हो गई थी। तत्कालीन थानेदार जगत नरायण सिंह समेत छह पुलिस कर्मियों के खिलाफ रामगढ़ताल थाने में हत्या की एफआईआर दर्ज हुई थी। इसके बाद से हत्याकांड के आरोपी थानेदार, चौकी इंचार्ज समेत सभी छह पुलिस कर्मी फरार चल रहे हैं। इनको निलंबित भी किया जा चुका है। अब तत्कालीन थाना प्रभारी रहे थाना मुसाफिरखाना जनपद अमेठी निवासी जगत नारायण सिंह, बलिया के नरही निवासी दरोगा अक्षय कुमार मिश्रा, जौनपुर के बक्सा थानाक्षेत्र निवासी दरोगा विजय यादव, राहुल दुबे निवासी थाना कोतवाली देहात जनपद मिर्जापुर, हेड कांस्टेबल कमलेश सिंह यादव निवासी थाना परिसर जनपद गाजीपुर, कांस्टेबल प्रशांत कुमार निवासी थाना सैदपुर जनपद गाजीपुर की तलाश में दबिश दी जा रही है। रोजाना दबिश देकर अपराधियों को पकड़ने वाली पुलिस वालों की गिरफ्तारी अब खाकी के लिए ही फांस बन गई है। क्यों कि पुलिस के सभी दांव-पेंच और पैतरों से बखूबी परिचित हैं।
कानपुर से छह टीमें तलाश में कर रही ताबड़तोड़ छापेमारी
कानपुर कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि फरार पुलिस कर्मियों की तलाश में कानपुर की छह टीमों को लगाया गया है। यह टीमें पुलिस कर्मियों के गृह जनपद के साथ ही नजदीकियों के यहां गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही हैं। हत्याकांड के 11 दिन बाद भी पुलिस एक भी आरोपी की गिरफ्तारी तो दूर उनकी लोकेशन तक पता नहीं लगा सकी है।