ग्वालियर में फर्जी टीचर्स पर FIR:डीएड की फर्जी मार्कशीट पर 8 साल से स्कूलों में पढ़ा रहे थे 9 टीचर, कोर्ट के आदेश पर हुई रिपोर्ट

ग्वालियर में फर्जी टीचर्स का खुलासा हुआ है। कोर्ट के आदेश पर थाटीपुर थाना पुलिस ने 3 महिला टीचर सहित 9 लोगों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। शिक्षक बनने के लिए इन लोगों ने डीएड की फर्जी मार्कशीट लगाई थी। यही नहीं, वह पिछले 9 साल से स्कूलों में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे थे। मामला वर्ष 2013 का है। एक साल से शिकायतकर्ता ने थाने के चक्कर लगाए, लेकिन पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। इसके बाद कोर्ट में याचिका दायर कर दी। कोर्ट ने FIR के निर्देश दिए।

थाटीपुर थाना पुलिस को करीब एक साल पहले पत्रकार पंजाब सिंह गुर्जर ने दस्तावेज सौंपकर मामले से अवगत कराया था कि इन 9 लोगों की डीएड की अंकसूची फर्जी है। इसके दम पर इन लोगों ने जिला पंचायत व जनपद पंचायत के माध्यम से जिले के विभिन्न स्कूलों में शिक्षक व सहायक शिक्षकों के पदों पर नियुक्ति ली और आराम से नौकरी कर रहे हैं। पुलिस को यह प्रमाण भी दिया था कि सभी की वर्ष 2013 की जॉइनिंग है।

फरियादी पंजाब सिंह गुर्जर ने जनपद व जिला पंचायत से इन लोगों की डीएड की मार्कशीट निकालकर उसकी कॉलेज व विश्वविद्यालय स्तर पर जांच कराई। कहीं भी इन लोगों के डीएड करने का रिकॉर्ड नहीं मिला। दस्तावेज पुलिस को सौंपने के बाद भी पुलिस अफसर मामले को अटकाए रहे। परेशान होकर वर्ष 2020 में फरियादी ने कोर्ट में याचिका लगा दी। बीच में कोविड के चलते कोर्ट बंद रहे। अब जाकर कोर्ट ने इस मामले में केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं। जिसके बाद थाटीपुर थाना पुलिस ने 9 शिक्षक व सहायक शिक्षकों पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।

इन पर FIR
थाटीपुर पुलिस ने अनीश कुमार, बलवान सिंह, राजेन्द्र शाक्य, सुनील कुमार जाटव, राजेश जाटव, अनूप कुमार दुबे, लता रावत, मिथलेश यादव, मीरा यादव के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। इनमें से राजेन्द्र शाक्य को थाटीपुर थाना पुलिस ने शनिवार शाम को निगरानी में ले लिया है। इनसे पूछताछ की जा रही है।

साल 2009 से 2012 के बीच की है डीएड
जिन लोगों पर फर्जी डीएड की अंकसूची पर नौकरी करने का आरोप है कि उनकी अंकसूची साल 2009 से 2012 के बीच की हैं। 3 साल में ही यह सारी अंकसूची बनी हैं। इसके बाद वर्ष 2013 में इन लोगों की नौकरी लगी है। 8 साल से यह लोग लगातार फर्जी मार्कशीट के बल पर बच्चों को पढ़ा रहे हैं और ईमानदारी की सीख दे रहे हैं।

पुलिस का कहना

एएसपी शहर राजेश डंडौतिया का कहना है कि कोर्ट के निर्देश पर धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। इन 9 शिक्षकों पर डीएड की फर्जी अंकसूची बनवाने का आरोप है। दस्तावेजों की जांच की जा रही है।

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